ख़बर उत्तर प्रदेश
UP News: अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या, कॉल्विन हॉस्पिटल के पास मारी गई गोली
UP News: उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। ये हमला उस समय हुआ, जब अतीक और अशरफ को प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था। हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए थे और उन्होंने अतीक और उसके भाई अशरफ को मीडिया को बाइट देने के दौरान ही गोली मारी। मौके पर ही दोनों की मौत हो गई। अतीक और अशरफ को पांच दिन की पुलिस रिमांड दिए जाने के बाद मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था। हमलावरों ने दोनों को मारने के बाद सरेंडर कर दिया। वारदात में पुलिस का एक सिपाही और एएनआई न्यूज एजेंसी के रिपोर्टर के भी घायल होने की ख़बर है। बता दें कि अतीक को पिछले दिनों उमेश पाल किडनेपिंग केस में उम्रकैद की सजा सुनाई थी। अतीक पर सौ से अधिक मुकदमे थे।
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सीएम ने दिए जूडिशियल इन्क्वायरी कमीशन के गठन के आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज की घटना का संज्ञान लेते हुए देर रात लखनऊ में अपने आवास पर पुलिस अधिकारियों के साथ हाईलेवल मीटिंग की। सीएम ने मामले में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग के गठन के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा है। प्रदेश में सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। पूरे प्रदेश में पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। प्रयागराज में धारा 144 लागू कर दी गई है। प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, डीजीपी आरके विश्वकर्मा और स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था को विशेष विमान से प्रयागराज भेजा गया है। घटना के समय अतीक और अशरफ की सुरक्षा में लगे 17 पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
मीडियाकर्मी बनकर आए हमलावर
अतीक और अशरफ की हत्या को अंजाम देने वाले तीनों हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए। महद 30-40 सेकंड के अंदर उन्होंने ताबड़तोड़ 10-15 राउंड फायरिंग कर दोनों को ढेर कर दिया। पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में तीनों की पहचान लवलेश तिवारी, शनि और अरुण मौर्य के रूप में हुई है। मौके पर डमी कैमरे और आईडी मिले हैं।
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UP News: फिरोजाबाद में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से 5 की मौत, 6 मकान ढहे, मलबे में दबे हो सकते हैं कई लोग
Firozabad: उत्तरप्रदेश के फिरोजाबाद में पटाखा फैक्ट्री में रखे पटाखों में सोमवार देर रात अचानक आग लगने से भीषण विस्फोट हो गया। घटना शिकोहाबाद कोतवाली क्षेत्र के नौशहरा में रात करीब 10.30 बजे के करीब हुई। धमाका इतना भीषण था कि पटाखा फैक्ट्री के आसपास के 6 मकान ढह गए। जबकि कई मकानों के खिड़की-दरवाजे उड़ गए और दीवारों में दरार आ गई।
सूचना पर पहुंचीं पुलिस और फायर बिग्रेड की टीमें 10 घंटे से रेस्क्यू में लगी हैं। मलबे से 11 लोगों को बाहर निकाला गया। अभी और लोगों के दबे होने की आशंका है। जेसीबी मशीनों को भी घटनास्थल पर लाया गया है। भारी मलबे को हटाकर दबे लोगों को रेस्क्यू करने की कोशिश की जा रही है। फैक्ट्री अवैध थी या वैध, पुलिस इसकी जांच में जुट गई है।
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UP News: जूस विक्रेता पर ग्राहकों को पेशाब मिलाकर पिलाने का आरोप, लोगों ने पीटकर पुलिस को सौंपा
Ghaziabad: उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद लोनी की इंद्रपुरी कॉलोनी में जूस में पेशाब मिलाकर पिलाने का आरोप मुस्लिम दुकानदार आमिर पर लगा है। लोगों ने जूस की दुकान से एक केन में पेशाब भरा हुआ पाया। पूछताछ करने पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाया। इस पर कुछ लोगों ने आमिर की पिटाई कर दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने जूस दुकान संचालक आमिर पुत्र साबिर को गिरफ्तार कर लिया। लोगों की सूचना के आधार पर उसके खिलाफ केस भी दर्ज कर लिया। उसकी दुकान पर काम करने वाले नाबालिग कर्मचारी को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
पुलिस पूछताछ में केन में मानव मूत्र होने की बात मानी है। हालांकि उसने जूस में पेशाब मिलाने की बात से इंकार किया है। उसका कहना है कि आसपास पेशाब करने के लिए कोई जगह नहीं थी, इसलिए केन का इस्तेमाल पेशाब करने के लिए कर रहे थे। इसी केन को देखकर लोगों को गलतफहमी हो गई। उसने बताया कि वह मूल रूप से बहराइच का रहने वाला है। डेढ़ महीने पहले ही उसने यहां जूस की दुकान खोली है।
वहीं, लोगों ने बताया कि खुशी जूस काॅर्नर के बारे में कई दिन से शिकायत मिल रही थी। यहां जूस पीने वाले लोगों ने बताया कि जूस में अजीब का स्वाद आता है। इस पर दुकान पर नजर रखी गई। स्थानीय लोगों का कहना था कि उन्होंने अपनी आंखों से देखा है कि वह जूस के गिलास में केन से निकालकर मूत्र मिलाता है। लोगों ने दावा किया कि पिटाई के दौरान उसने कबूल किया कि वह गलती कर रहा था और इसके लिए उसे माफ किया जाए। एसीपी का कहना है कि दुकान के अंदर केन में मूत्र भरकर रखना संदेह पैदा कर रहा है। एसीपी ने बताया कि जूस की दुकान से नमूने जांच के लिए लैब भेजे हैं। रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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UP News: युवाओं के लिए खुशखबरी! राजस्व विभाग में आने वाली हैं बंपर भर्ती
Lucknow: उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरी करने का सपना देख रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। जल्द ही योगी सरकार नौकरी के लिए भर्ती निकालने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी ने नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, लेखपाल के साथ लिपिकीय संवर्ग के खाली पदों को तत्काल भरने का निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इसके अलावा तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक जैसे पदों के लिए जहां पदोन्नति लंबित है, वहां तत्काल प्रक्रिया पूरी की जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि आम जन से जुड़े कार्यों को समयबद्धता के साथ मेरिट के आधार पर निस्तारित किया जाए। अनावश्यक कहीं भी कोई प्रकरण लंबित न रहे। बैठक में मुख्य सचिव, अध्यक्ष राजस्व परिषद, प्रमुख सचिव राजस्व सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति रही।
CM योगी का निर्देश- लंबित न रहे एक भी मामला
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि आय, जाति और निवास प्रमाण पत्रों से लेकर पैमाइश, नामांकन, घरौनी, खतौनी, सर्वे, पट्टा सहित ढेरों महत्वपूर्ण प्रकरणों का समयबद्ध निस्तारण हो सके, इसके लिए न केवल विभाग के रिक्त पदों पर नई नियुक्ति की आवश्यकता है, बल्कि आवश्यकतानुसार नवीन पदों का सृजन किया जाए। यही नहीं, उन्होंने राजस्व परिषद के अंतर्गत बन्दोबस्त आयुक्त (ग्रामीण) बन्दोबस्त आयुक्त (नगरीय) तथा निदेशक प्रशिक्षण का नवीन पद सृजित करने की भी जरूरत बताई।
राजस्व विभाग और परिषद में तकनीकी दक्ष युवाओं को मिले प्राथमिकता
शुक्रवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में राजस्व विभाग के कामकाज और उपलब्ध मानव संसाधन की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्व विभाग और राजस्व परिषद में काम के बदलते स्वरूप और अधिकता को देखते हुए दक्ष युवाओं की तैनाती की जानी चाहिए। नवीनतम तकनीकों को अपनाने के लिए तहसील, जिला, मंडल और राजस्व परिषद में आई.टी. में दक्ष लोगों की तैनाती की जानी चाहिए।
लेखपालों व राजस्व निरीक्षकों को मिलेगा वाहन भत्ता
मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जनता के कार्यों में राजस्व विभाग के कार्मिकों को प्रायः फील्ड में काम करना पड़ता है। ऐसे में यह उचित होगा कि लेखपालों और राजस्व निरीक्षकों को वाहन भत्ता दिया जाना चाहिए। इसी तरह नायब तहसीलदार की कार्यक्षमता में बढ़ोतरी के लिए उन्हें चार पहिया वाहन की उपलब्धता कराई जाए। साथ ही, जीपीएस से संबंधित कार्यों के बेहतर संपादन के लिए लेखपालों और राजस्व निरीक्षकों को नए टैबलेट भी उपलब्ध कराए जाएं।
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UP News: बहराइच में आदमखोर लंगड़ा भेड़िया है सबसे खतरनाक, ट्रेस हुई लोकेशन
Bahraich: उत्तरप्रदेश के बहराइच जिले की महसी तहसील के 50 से अधिक गांवों में आतंक का पर्याय बने 6 आदमखोर भेड़ियों के कुनबे में से 5 को पकड़ा जा चुका है। एक मादा भेड़िया को मंगलवार 10 सितंबर को वन विभाग ने ग्रामीण की मदद से दबोच लिया। अब सिर्फ लंगड़ा भेड़िया ही पकड़ से दूर है। इस लंगड़े भेड़िये को सबसे ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि लंगड़ा भेड़िया ही आदमखोर भेड़ियों के झुंड का सरदार है। उसे पकड़ने के लिए कवायद तेज कर दी गई है।
लंगड़े भेड़िए की लोकेशन ट्रेस हुई
वन विभाग की टीम को लंगड़े भेड़िए की एक लोकेशन मिली है, जहां उसके मौजूद होने की संभावना है। जल्द ही उसे दबोच लिया जाएगा। वहीं वन विभाग के जानकार मादा भेड़िया के बिछड़ने के बाद लंगड़े भेड़िये के और भी आक्रमक होने की बात कह रहे हैं। साथ ही ग्रामीणों को और सचेत रहने व सर्च अभियान और तेज करने की सलाह दे रहे हैं।
मार्च महीने से जारी है भेड़ियों का आतंक
महसी तहसील क्षेत्र के हरदी थाना क्षेत्र में मार्च महीने में भेड़ियों के हमलों की शुरुआत हुई थी। इसके बाद एक के बाद 10 लोगों को भेड़ियों ने अपना शिकार बनाया। वन टीम द्वारा ड्रोन में दिखे भेड़ियों में से अब तक पांच को पकड़ा जा चुका है। पकड़े गए भेड़ियों में एक मादा भेड़िया थी, जिसकी रेस्क्यू के बाद मौत हो गई थी। वहीं, दो भेड़ियों को लखनऊ चिड़ियाघर और एक को गोरखपुर चिड़ियाघर भेज दिया गया था। अब मंगलवार 10 सितंबर को पकड़े गए भेड़िये को भी गोरखपुर चिड़ियाघर भेज दिया जााएगा।
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UP News: बहराइच में एक और आदमखोर भेड़िया पकड़ाया, दो महीने में भेड़िए ले चुके हैं 9 लोगों की जान
Bahraich: बहराइच में एक और आदमखोर भेड़िए को वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया है। मंगलवार सुबह 4 बजे हरबंशपुर गांव में एक भेड़िया जब गांव में घुसने की कोशिश कर रहा था, तभी ग्रामीणों ने उसे देख लिया। उन्होंने लाठी-डंडे लेकर भेड़िए को खदेड़ा, तो संयोग से भेड़िया उसी दिशा में दौड़ा, जिस दिशा में वन विभाग ने जाल लगा रखा था। आखिरकार वन विभाग के जाल में आदमखोर भेड़िया फंस गया और ग्रामीणों की मदद से वन विभाग के कर्मचारियों ने उसे पिंजरे में डाल दिया।
2 महीने में आदमखोर भेड़ियों ने ली 9 जानें
बहराइच के महसी तहसील की करीब 50 गांव की 80 हजार से ज्यादा की आबादी पिछले दो महीने से भी ज्यादा से भेड़ियों के खौफ में जी रही है। गांव वाले रातभर जागकर शिफ्ट में पहरेदारी कर रहे हैं। ये लोग लाठी-डंडे और बंदूक लेकर दिन-रात पूरे गांव का चक्कर लगा रहे हैं। लोगों को घर का दरवाजा बंद कर सोने और अकेले न निकलने की सलाह दी गई। भेड़ियों के अब तक सॉफ्ट टारगेट बच्चे और बुजुर्ग महिलाएं रही हैं। वे दो महीने में सात बच्चों समेत 9 लोगों की जान ले चुके हैं। जबकि 50 से ज्यादा पर हमला किया है।
अब तक पकड़े गए कुल 5 भेड़िए
बहराइच जिले की महसी तहसील में पिछले 2 महीने से भी ज्यादा से 6 आदमखोर भेड़ियों के झुंड का आतंक था। फिर एक-एक कर चार भेड़िए पकड़ लिए गए। आज सुबह 5 वां भेड़िया भी पकड़ गया। वन विभाग और ग्रामीणों का कहना है कि अब जो 6वां भेड़िया बचा है, वह लंगड़ा है। क्योंकि अब वह अकेला बचा है। इसलिए उसके जल्द बाहर आने की उम्मीद है। आशंका इस बात की भी है कि अकेला होने की वजह से वह और खूंखार हो सकता है। ऐसे में वन विभाग ने अपना ऑपरेशन तेज कर दिया है। वन विभाग और स्थानीय प्रशासन की 500 कर्मियों की टीम आदमखोर की तलाश में लगी हुई है।
बिना ड्रोन के सहारे भेड़िए को पकड़ा
बहराइच डीएफओ अजीत प्रताप सिंह ने कहा कि करीब एक या डेढ़ घंटे के ऑपरेशन में इस भेड़िया को पकड़ा गया है। इसे बिना ड्रोन की मदद से पकड़ा गया है, क्योंकि ड्रोन देखकर भेड़िया भाग जाते थे। पूरी रात इंतजार के बाद सुबह करीब 4 बजे एक ग्रामीण को भेड़िया नजर आया। उसने चिल्लाना शुरू किया। पूरी टीम अलर्ट हो गई। हमारी कोशिश थी कि भेड़िया उसी दिशा में भागे, जहां जाल लगा हुआ है। हुआ भी यही, भेड़िया उधर ही भागा और जाल में फंस गया। वह जाल में फंसकर छटपटाने लगा। बड़ी मुश्किल से उसको काबू किया गया और पिंजरे में डाला।
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