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MP News: खिलाड़ी करें पदक की तैयारी, आप की चिंता होगी हमारी: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
Bhopal:मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पेरिस ओलंपिक और पैरालंपिक खिलाड़ियों से कहा कि खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय पदक जीतने की तैयारी करें, आगे की चिंता हम करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को टीटी नगर स्टेडियम में पेरिस ओलंपिक एवं पैरालंपिक-2024 के चैम्पियन खिलाड़ियों को सम्मान राशि एवं शासकीय सेवा में नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में खिलाड़ियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने ओलंपिक में भारतीय हॉकी का गौरव लौटने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमारे लिये गर्व की बात है कि हॉकी टीम में मध्यप्रदेश के गौरव विवेक सागर ने अपना अहम योगदान दिया और हमें गौरवान्वित किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 3 खिलाड़ियों को एक-एक करोड़ और 3 खिलाड़ियों को 10-10 लाख रूपए, एक खिलाड़ी को तीन लाख रूपए और एक खिलाड़ी को दो लाख रूपए की प्रोत्साहन राशि के चैक प्रदान किये। इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग, विधायक भगवानदास सबनानी, अपर मुख्य सचिव खेल स्मिता भारद्वाज एवं बड़ी संख्या में खिलाड़ी और उनके अभिभावक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की खिलाड़ी भावना इस बात से स्पष्ट होता है कि वे पदक विजेता खिलाड़ियों का गर्मजोशी से स्वागत करते हैं और पदक से वंचित खिलाड़ियों को अधिक उत्साह के साथ अगली प्रतियोगिता की तैयारी के लिए प्रोत्साहित कर उनका मनोबल बढ़ाते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि किसी कारण से ओलंपिक में जब हमारी बहन कुश्ती में पदक हासिल नहीं कर सकी तब भी प्रधानमंत्री मोदी उनका हौसला बढ़ाया। प्रधानमंत्री मोदी असफलता पर सिर्फ खिलाड़ियों का ही नहीं, बल्कि उच्च लक्ष्यों की प्राप्ति में असफलता पर वैज्ञानिकों के प्रयासों का अभिनंदन करते हैं।
पदक विजेता खिलाड़ी बने करोड़पति
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ओलंपिक पदक हासिल करने वाले हॉकी खिलाड़ी विवेक प्रसाद सागर, पैरालंपिक पदक प्राप्त जूडो खिलाड़ी कपिल परमार और शूटिंग खिलाड़ी रूबीना फ्रांसिस को राज्य सरकार की ओर से एक-एक करोड़ रुपए की राशि का चैक भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने ओलंपिक प्रतिभागी ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर, पैरालंपिक प्रतिभागी प्राची यादव और पूजा ओझा को 10-10 लाख रुपये, विश्व 6-रेड स्नूकर वर्ल्ड चैम्पियनशिप के विजेता कमल चावला को 3 लाख और डेफ शूटिंग चैम्पियनशिप के विजेता चेतन हेमंत सप्कल को 2 लाख रूपये का चैक भेंट कर सम्मानित किया।
विक्रम अवॉर्डी को दिए गए नियुक्ति-पत्र
कार्यक्रम में मंत्री श्री सारंग ने वर्ष 2017 से वर्ष 2022 तक विक्रम पुरस्कार प्राप्त उत्कृष्ट खिलाड़ियों को जल संसाधन, लोक निर्माण, नगरीय विकास, ऊर्जा, चिकित्सा शिक्षा एवं वन विभाग में नियुक्ति-पत्र प्रदान किये। थ्रो-बॉल खिलाड़ी चन्द्रकांत हरडे, वुशू खिलाड़ी भूरक्षा दुबे, शूटिंग खिलाड़ी प्रगति दुबे, खो-खो खिलाड़ी नैन्सी जैन, मलखम्ब खिलाड़ी राजवीर सिंह और जूडो खिलाड़ी पूनम शर्मा को जल संसाधन विभाग में नियुक्ति के पत्र दिये गये।
इसी तरह पैरा-केनो खिलाड़ी प्राची यादव और कराते खिलाड़ी निधि नन्हेट को लोक निर्माण विभाग में नियुक्ति पत्र, सॉफ्ट बॉल खिलाड़ी पूजा पारखे, रागिनी चौहान तथा योगा के रोहित वाजपेई को नगरीय विकास एवं आवास विभाग, सॉफ्ट टेनिस खिलाड़ी जय मीणा और साहसिक खेल के भगवान सिंह कुशवाह को ऊर्जा विभाग में, कबड्डी खिलाड़ीकंचन ज्योति, सॉफ्ट बॉल खिलाड़ी सुबोध चौरसिया और सॉफ्ट टेनिस खिलाड़ी आदित्य दुबे को चिकित्सा शिक्षा, शूटिंग खिलाड़ी चिंकी यादव को वन और आध्या तिवारी को आयकर विभाग में नियुक्ति-पत्र सौंपा गया।
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MP News: माइनिंग कॉन्क्लेव में प्राप्त हुए 20 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव, सीएम बोले-हीरे के बाद अब सोना भी निकालेगा मध्यप्रदेश
Bhopal: मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार को 2 दिवसीय माईनिंग कॉन्क्लेव के समापन सत्र में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि मध्यप्रदेश खनिज संपदा से समृद्ध राज्य है। इस संपदा के दोहन के लिए प्रयास बढ़ाते हुए खनिज क्षेत्र में नए निवेश को पूरा प्रोत्साहन दिया जाएगा। खनन क्षेत्र के उद्यमियों को राज्य सरकार सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करेगी। प्रदेश की खनिज संपदा का दोहन करते हुए उत्पाद भी प्रदेश में ही हो, ऐसे प्रयास किए जाएं। कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में सम्पन्न कॉन्क्लेव में विभिन्न 11 औद्योगिक संस्थानों की ओर से 19,650 करोड़ रूपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव की उपस्थिति में एमओआईएल (भारत सरकार का उपक्रम) और मध्यप्रदेश राज्य खनिज निगम लिमिटेड के मध्य खनिज ब्लॉक से संबंधित “संयुक्त उद्यम समझौता” हस्ताक्षरित भी हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस कॉन्क्लेव को सफल आयोजन बताते हुए कहा कि प्रदेश के खनिज राजस्व में भी 5 गुना वृद्धि का लक्ष्य आने वाले समय में प्राप्त किया जाएगा। उद्यमियों के साथ भू-गर्भ शास्त्री, वैज्ञानिक, खनिज विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, भारत सरकार के खनिज मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारी कॉन्क्लेव में शामिल हुए हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारे देश की संस्कृति विश्व में सबसे अलग है। जहां अन्य देश राष्ट्र को पिता मानते हैं, हमारे देश में हम भारत माता की जय का उद्घोष करते
हैं। मातृ प्रधान व्यवस्था को प्राचीन काल से प्रश्रय मिला। हम देश को भी मातृ संस्था मानते हैं। शरीर की रचना भी ब्रम्हांड की तरह होती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहाकि इस वसुंधरा की नदियां मनुष्य के रक्त प्रवाह के समान हैं। पृथ्वी में भी प्राण होते हैं और वनस्पति में भी प्राण होते हैं, यह हमारी मान्यता अन्य देशों से काफी पुरानी हैं। प्रकृति के दोहन और शोषण के अंतर को समझने की आवश्यकता है। खनिज संपदा की दृष्ट से ईश्वर की कृपा मध्यप्रदेश पर है।
माईनिंग कॉन्क्लेव में प्रमुख निवेश प्रस्ताव
क्र | फर्म/कम्पनी का नाम | प्रोजेक्ट का विवरण | स्थान |
1 | ल्यूगांग इंडिया, नई दिल्ली | प्रदेश में माइनिंग उपकरण निर्माण इकाई स्थापना निवेश राशि 250 करोड़ | – |
2 | इंडियन रेयर अर्थस, मुंबई | रेयर मेटल्स क्लस्टर की स्थापना | औद्योगिक क्षेत्र अचारपुर, जिला भोपाल |
3 | द कमोडिटी हब, गुरूग्राम हरियाणा | कॉपर, रॉकफास्फेट तथा सिलीकॉन बेनीफिकेशन प्लांट की स्थापना, निवेश राशि 2000 करोड़ | बालाघाट एवं खरगौन |
4 | श्री बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड, रायपुर छत्तीसगढ़ | इंट्रीगेटेड स्टील प्लांट,-निवेश राशि 1000 करोड़ | उमरिया |
5 | श्री व्रिज आयरन एवं स्टील लिमि. जल विहार कालोनी रायपुर | इंट्रीगेटेड स्टील प्लांट,-निवेश राशि 1000 करोड़ | कोतमा शहडोल |
6 | बैर्री अलायज, कोलकाता | प्रदेश में फेरो अलायज इकाई की स्थापना निवेश राशि 400 करोड़ | – |
7 | इन्विनायर पेट्रोडाइन लिमिटेड | कोल बेड मीथेन और कोल गैसीफिकेशन में निवेश राशि 5000 करोड़ | बैतूल और छिंदवाड़ा |
8 | डालमिया सीमेंट, नई दिल्ली | प्रदेश में सीमेंट प्लांट की स्थापना निवेश राशि 3000 करोड़ | सतना |
9 | जे.के. सीमेंट | पन्ना जिले में स्थापित सीमेंट प्लांट का विस्तारीकरण निवेश राशि 2500 करोड़ | पन्ना |
सिंगरौली एवं शहडोल जिले में आवंटित कोल ब्लॉक निवेश राशि 1000 करोड़ | सिंगरौली एवं शहडोल | ||
10 | अंबुजा सीमेंट अहमदाबाद, गुजरात | प्रदेश में सीमेंट प्लांट की स्थापना निवेश राशि 3000 करोड़ | रीवा |
11 | सागर स्टोन इंडस्ट्रीज, जबलपुर | फोस्फोराईट से खाद विनिर्माण इकाई की स्थापना, निवेश राशि 500 करोड़ | छतरपुर |
कुल | 19650 |
हर महीने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में हर महीने अलग-अलग क्षेत्रों में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव हो रही हैं। इस वर्ष अब तक हुई 4 कॉन्क्लेव के फलस्वरूप लगभग 2500 करोड़ रूपए के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। आने वाली 23 अक्टूबर को रीवा में “रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव” उद्योग के विभिन्न सेक्टर्स में नए निवेश लाने में सहयोगी होगी।
अयोध्या के राम मंदिर तक पहुंचा मध्यप्रदेश का पत्थर, हीरे के बाद सोना भी निकालेंगे
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि निश्चित ही यह गर्व का विषय है कि गोंडवाना अंचल के मंडला जिले में खनन से प्राप्त पत्थर का उपयोग अयोध्या में श्रीरामलला मंदिर के गर्भ गृह में लगाने का सौभाग्य मध्यप्रदेश को मिला। निश्चित ही यह पत्थर गुणवत्ता की दृष्टि से इस योग्य पाया गया कि उसे गर्भगृह में स्थान मिला। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव को श्री अनुपम चतुर्वेदी और श्री किशोर ने इस पत्थर का नमूना भेंट किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि निश्चित ही मध्यप्रदेश खनिजों के मामले में भी अद्वितीय है। भारत की वसुंधरा में मध्यप्रदेश हृदय प्रदेश होने के साथ रत्न-गर्भा भी है। पन्ना में हीरों का भंडार प्रदेश को अलग पहचान देता है। अब हीरों के साथ सोना भी प्रदेश की धरती से निकलेगा। अन्य खनिजों के खनन के लिए सभी आवश्यक प्रयास किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव से माईनिंग कॉन्क्लेव के प्रतिनिधियों और निवेशकों ने की भेंट
कॉन्क्लेव के समापन के बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव से सागर स्टोन इंडस्ट्रीज के नितिन शर्मा, कैप्टन स्टील के बैरी अलॉयज, मैंगनीज ओर इंडिया लिमिटेड (एमओआईएल) अजीत कुमार सक्सेना, इंडियन रेयर अर्थस मुंबई के मैनेजिंग डायरेक्टर दीपेन्द्र सिंह ने भेंट कर मध्यप्रदेश में निवेश के प्रस्तावों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने खनिज क्षेत्र के उद्यमियों से वन-टू-वन बातचीत की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार निवेश के प्रति गंभीर ही नहीं, संवेदनशील और प्रतिबद्ध भी है। सभी तरह के उद्योगों के लिए बुनियादी सुविधाएं एवं अन्य आवश्यक रियायतें प्रदान की जा रही हैं। इस नाते खनिज क्षेत्र को भी पूर्ण सहयोग दिया जाएगा।
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MP News: भोपाल-कानपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर को 4-लेन में अपग्रेड करने की मंजूरी, 3589.4 करोड़ हुए स्वीकृत
Bhopal: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा मध्यप्रदेश में भोपाल-कानपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर को 4-लेन में अपग्रेड करने के लिए भोपाल से विदिशा, विदिशा से ग्यारसपुर, सताईघाट से चौका और चौका से कैमाहा पैकेजों के लिए 3589.4 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी है। इस अपग्रेडेशन से क्षेत्र में यातायात सुगम होगा और यात्रा के समय में उल्लेखनीय कमी आएगी, जिससे व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। इसी के साथ मंडला-नैनपुर मार्ग के लिए भी 592 करोड़ की स्वीकृति दी गई है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में मध्यपेदश सरकार बढ़ती रोड कनेक्टिविटी के माध्यम से विकास का नया अध्याय लिख रही है। भोपाल-कानपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर के 4-लेन में अपग्रेडेशन से इस क्षेत्र के आर्थिक विकास को गति मिलेगी, यातायात सुगमता के साथ ही सड़क दुर्घटना में भी कमी आयेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश को मिली इस सौंगात के लिये प्रदेशवासियों की ओर से प्रधानमंत्री और केन्द्रीय मंत्री का आभार माना है।
मध्यप्रदेश सरकार ने अपने संकल्प पत्र के तहत बुंदेलखंड विकास पथ की घोषणा की थी, जो राज्य की राजधानी भोपाल को बुंदेलखंड के सागर और छतरपुर जिलों से जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण 4-लेन सड़क परियोजना है। इस परियोजना का उद्देश्य भोपाल से सागर होते हुए छतरपुर और उत्तर प्रदेश बॉर्डर तक की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना है, जिससे क्षेत्रीय व्यापार और यातायात सुगमता में वृद्धि होगी। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा इस मार्ग को 4-लेन में विस्तारित करने की प्रक्रिया पहले से जारी थी, लेकिन कुछ हिस्सों के लिए मंजूरी लंबित थी।
गुरुवार 17 अक्टूबर को नई दिल्ली में आयोजित बैठक में भोपाल से सागर और छतरपुर से उत्तर प्रदेश बॉर्डर तक इस मार्ग को 4-लेन में अपग्रेड करने की अनुमति दी गई है। इस परियोजना की कुल लागत 3589.4 करोड़ रुपए निर्धारित की गई है। इस स्वीकृति से बुंदेलखंड विकास पथ के निर्माण में तेजी आएगी और सरकार के संकल्प को सिद्धि की ओर ले जायेगी। यह पथ न केवल कनेक्टिविटी को सुधारने में सहायक होगा, बल्कि क्षेत्रीय आर्थिक विकास और व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा।
मंडला से नैनपुर तक 46 किलोमीटर लंबे मार्ग को अपग्रेड करने के लिए भी 592 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। इस मार्ग के अपग्रेड होने से क्षेत्र की यातायात व्यवस्था को और अधिक सुरक्षित और कुशल बनाया जाएगा। इन परियोजनाओं से राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास के साथ ही रोजगार सृजन और क्षेत्रीय आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही परियोजनाओं के पूरे होने पर न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को भी नई ऊंचाई मिलेगी।
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MP News:राम राजा की नगरी ओरक्षा बनेगी वर्ल्ड हेरिटेज साइट, यूनेस्को ने डोजियर स्वीकार किया
Orchha: यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में ओरछा के ऐतिहासिक समूह को नामांकित कराने के लिये म.प्र. टूरिज्म बोर्ड द्वारा तैयार कराये गए डोजियर (संकलित दस्तावेज) को केंद्र सरकार ने यूनेस्को की विश्व धरोहर कमेटी को सौंप दिया है। वर्ष 2027-28 के लिये केंद्र द्वारा ओरछा के ऐतिहासिक समूह को विश्व धरोहर स्थल घोषित करने हेतु अनुशंसा की है। पेरिस स्थित यूनेस्को कार्यालय में भारतीय राजदूत विशाल वी शर्मा ने यूनेस्को विश्व विरासत केंद्र के निदेशक लाज़ारे एलौंडौ असोमो को ओरछा का डोजियर सौंपा है। यूनेस्को की आधिकारिक घोषणा के बाद ओरछा देश की ऐसी एकमात्र विश्व धरोहर स्थली होगी, जो राज्य संरक्षित है।
प्रमुख सचिव पर्य़टन एवं संस्कृति और प्रबंध संचालक म.प्र. टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन में प्रदेश की ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करने और पर्यटकों के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के सतत प्रयास किये जा रहे है। प्रमुख सचिव शुक्ला ने यूनेस्को द्वारा डोजियर को स्वीकार किए जाने पर हर्ष जताते हुए कहा कि, यह प्रदेश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है। ओरछा अपनी अद्वितीय स्थापत्य शैली और समृद्ध ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। विश्व धरोहर सूची में नामांकित होने से ओरछा की ऐतिहासिक धरोहरों की वैश्विक पहचान को और मजबूती मिलेगी। साथ ही ओरछा अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण केंद्र बनेगा।
प्रदेश की चौथी वर्ल्ड हैरिटेज साइट बनेगी राम नगरी
केंद्र सरकार हर वर्ष देश की एक धरोहर को यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में नामांकित कराने के लिए यूनेस्को (यूनाइटेड नेशंस एजुकेशनल, साइंटिफिक एंड कल्चरल आर्गेनाइजेशन) को अनुशंसा करती हैं। यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में प्रदेश के 14 स्थल शामिल है। इसमें तीन स्थल खजुराहों के मंदिर समूह, भीमबेटका की गुफाएं एवं सांची स्तूप यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल स्थायी सूची में शामिल है। यूनेस्को की टेंटेटिव सूची में ग्वालियर किला, बुरहानपुर का खूनी भंडारा, चंबल घाटी के शैल कला स्थल, भोजपुर का भोजेश्वर महादेव मंदिर, मंडला स्थित रामनगर के गोंड स्मारक, धमनार का ऐतिहासिक समूह, मांडू में स्मारकों का समूह, ओरछा का ऐतिहासिक समूह, नर्मदा घाटी में भेड़ाघाट-लमेटाघाट, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और चंदेरी शामिल है।
5 वर्षों के सतत प्रयासों से मिली सफलता
म.प्र. टूरिज्म बोर्ड द्वारा ओरछा और भेड़ाघाट को यूनेस्को की टेंटेटिव सूची में शामिल कराने के लिए क्रमशः वर्ष 2019 एवं 2021 में प्रस्ताव तैयार कराया गया था। जिसको भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ए.एस.आई.) द्वारा योग्य मानते हुए यूनेस्को के विश्व धरोहर अनुभाग को अग्रेषित किया और फिर टेंटेटिव लिस्ट में सम्मिलित करने की घोषणा की गई थी। घोषणा के बाद टूरिज्म बोर्ड द्वारा विशेषज्ञ संस्थाओं के सहयोग से ओरछा, मांडू, भेड़ाघाट के डोजियर तैयार कर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को भेजा गया। संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार ने प्रारंभिक निरीक्षण कर ओरछा का डोजियर अनुशंसा कर यूनेस्को के विश्व धरोहर अनुभाग को सौंपा गया।
ओरछा की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों का विवरण
बुंदेला स्थापत्य शैली: ओरछा का स्थापत्य बुंदेला शासकों द्वारा विकसित किया गया था, जो अद्वितीय स्थापत्य शैली का प्रतीक है, जिसमें महलों, मंदिरों, और किलों का समावेश है।
जहांगीर महल: ओरछा का प्रसिद्ध जहांगीर महल, मुगल और राजपूत स्थापत्य का अनूठा संगम है। इसे मुगल सम्राट जहांगीर के स्वागत के लिए बनवाया गया था।
राजा राम मंदिर: भारत में एकमात्र ऐसा मंदिर जहां भगवान राम को राजा के रूप में पूजा जाता है। यह ओरछा की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को दर्शाता है।
चतुर्भुज मंदिर: यह विशाल और भव्य मंदिर अनूठी वास्तुकला की उत्कृष्ट मिसाल है।
ओरछा किला परिसर: ओरछा का किला परिसर बुंदेलखंड क्षेत्र की शक्ति और प्रतिष्ठा का प्रतीक है, जिसमें महल, दरबार हॉल और अन्य ऐतिहासिक संरचनाएं शामिल हैं।
बेतवा नदी का किनारा: ओरछा बेतवा नदी के किनारे स्थित है, जो इसे प्राकृतिक सुंदरता प्रदान करता है और आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक यात्रा के लिए आकर्षक बनाता है।
शाही छत्रियां: बेतवा नदी के किनारे स्थित ओरछा की शाही छत्रियां बुंदेला राजाओं की स्मृति में बनवाई गईं और शाही वास्तुकला का एक शानदार उदाहरण हैं।
अमर महल और लक्ष्मी नारायण मंदिर: इन मंदिरों में की गई भित्ति चित्रकारी और वास्तुकला बुंदेला शासकों की धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक योगदान को दर्शाती है।
यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट के रूप में नामांकित होने पर ओरछा को होने वाले प्रमुख फायदे
1.यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर का दर्जा मिलने से ओरछा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थल के रूप में मान्यता मिलेगी।
2.नामांकन के बाद अंतरराष्ट्रीय और घरेलू पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
3.पर्यटन के विकास से स्थानीय समुदाय के लिए रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
4.यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट बनने पर ओरछा को विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों और संस्थाओं से संरक्षण और विकास के लिए सहयोग मिल सकेगा। स्थानीय शिल्प, हस्तकला और अन्य सांस्कृतिक उत्पादों का प्रचार-प्रसार बढ़ेगा, जिससे उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी।
5. यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट बनने से ओरछा पर शिक्षा, शोध और अध्ययन के नए अवसर खुलेंगे, जिससे इतिहासकारों और शोधकर्ताओं का ध्यान आकर्षित होगा।
6.यूनेस्को की मान्यता से ओरछा में स्थायी और पर्यावरण संवेदनशील पर्यटन विकास को बढ़ावा मिलेगा, जिससे लंबे समय तक पर्यटन की संभावनाओं को मजबूती मिलेगी।
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MP News: हरियाणा के नए सीएम को चुनने में होगी एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव की भूमिका, बीजेपी ने बनाया पर्यवेक्षक
Bhopal: हरियाणा में बीजेपी की जीत के बाद नए सीएम के चुनाव के लिए बीजेपी ने अमित शाह के साथ मध्यप्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव को भी पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। हरियाणा का नया मुख्यमंत्री 17 अक्टूबर को शपथ लेगा। उससे पहले 16 अक्टूबर को चंडीगढ़ में बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाई गई है, जिसमें दोनों ऑब्जर्वर की मौजूदगी में नए सीएम का चुनाव होगा।
ये संयोग ही है कि जब मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में सीएम चुना जाना था, तब बीजेपी आलाकमान ने हरियाणा के तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर को ओबीसी मोर्चा के प्रमुख लक्ष्मण, राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा के साथ पर्यवेक्षक बनाकर भोपाल भेजा था। अब एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव हरियाणा केनए सीएम चुनने की प्रक्रिया का हिस्सा हैं।
बीजेपी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में जीत की हैट्रिक लगाई है। यहां बीजेपी ने तीसरी बार जीत दर्ज कर एक रिकॉर्ड बनाया है। इस बार के चुनाव में बीजेपी को कुल 48 सीटों पर जीत मिली है। वहीं कांग्रेस के खाते में केवल 37 सीटें ही आई हैं। इस बार के चुनाव में दोनों पार्टियों की सीटों का इजाफा हुआ है। पिछली बार की तुलना में कांग्रेस ने 6 और बीजेपी ने 8 सीटें अधिक जीती हैं।
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Vijayadashami: मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महेश्वर में किया शस्त्र-पूजन, महेश्वर में “अहिल्या लोक” बनाने की घोषणा
Maheshwar: मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शनिवार को लोकमाता अहिल्या बाई की कर्मभूमि महेश्वर में “दशहरे” के अवसर पर शस्त्र-पूजन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि शस्त्र-पूजन हमारी प्राचीन परंपरा का हिस्सा है। शस्त्र आत्मरक्षा, अन्याय और शोषण के विरुद्ध जंग का प्रतीक है। शस्त्रों के भरोसे ही धर्म और देश की रक्षा की जा सकती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शस्त्र पूजन के लिये महेश्वर को इसलिये चुना गया, क्योंकि लोकमाता देवी अहिल्या सुशासन और लोक कल्याण का प्रतीक रही हैं। जनता की सुविधाओं को लेकर जनता की इच्छा, आकांक्षाओं के आधार पर सरकार चलाना ही सुशासन है। इसका लोकमाता देवी अहिल्या बाई सर्वोत्कृष्ट उदाहरण है।
महेश्वर के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने की कई बड़ी घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि महेश्वर क्षेत्र में युवाओं को रोजगार देने के लिये इंडस्ट्रियल बेल्ट विकसित किया जायेगा। साथ ही यहां पर टूरिज्म विलेज भी बनेगा। मुख्यमंत्री ने महेश्वर में “अहिल्या लोक” बनाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आगामी सिंहस्थ को ध्यान में रखकर महेश्वर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सिविल अस्पताल में उन्नयन करने, झापड़ी में 5.50 करोड़ रुपए की सड़क निर्माण, बंगरिया से सोमा खेड़ी तक 4.50 करोड़ रुपए की सड़क निर्माण, मंडलेश्वर कॉलेज का नाम महर्षि मंडन मिश्र के नाम पर करने, क्षेत्र के 2 मंदिरों का जीर्णोद्धार करने, नरसिंह घाट का विस्तार करने, महेश्वर में टेक्सटाइल उद्योग को प्रोत्साहित करने, महेश्वर के पास में औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने, बड़वाह- धामनोद मार्ग पर बड़वाह में डिवाइडर बनाने घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने स्थानीय सांसद एवं विधायक की मांग पर कहा कि मकर संक्रांति पर्व के पास महेश्वर में कैबिनेट की बैठक होगी। उन्होंने कहा कि तहसील एवं जिलों की सीमाओं का युक्तिकरण करने के लिए परिसीमन आयोग का गठन किया गया है। इस आयोग की रिपोर्ट आने पर जिले एवं संभाग की सीमाएं बदल जाएंगी और आम जनता को सहूलियत होगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रिमोट से महेश्वर में 83 करोड़ 20 लाख रुपए की लागत की 43 निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। उन्होंने महेश्वर में पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिए खरगोन जिला शासन द्वारा तैयार की गई “खरगोन वैभव पुस्तिका” का विमोचन भी किया। इस अवसर पर शासन की विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हित लाभ का वितरण भी किया गया।
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