ख़बर मध्यप्रदेश
MP TET 2024: प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के आवेदन शुरू, इस तारीख तक कर सकेंगे आवेदन
Bhopal: मध्यप्रदेश में प्राइमरी शिक्षक बनने के इच्छुक लोगों के लिए अच्छी ख़बर है। कर्मचारी चयन बोर्ड (ईएसबी) ने प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2024 के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया आज से शुरू कर दी है। जिन इच्छुक कैंडिडेट्स को इस पात्रता परीक्षा के लिए अप्लाई करना हो, वे सभी इसके शुरू होने के बाद आधिकारिक वेबसाइट esb.mp.gov.in पर जाकर ऐसा कर सकेंगे। इस पात्रता परीक्षा के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 अक्टूबर है। वहीं, अधिसूचना के अनुसार, आवेदन सुधार विंडो 20 अक्टूबर तक खुली रहेगी। शिक्षक पात्रता परीक्षा की वैधता आजीवन रहेगी।
परीक्षा का पैटर्न
प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2024 की अवधि 2 घंटे 30 मिनट होगी। पात्रता परीक्षा में 150 प्रश्न पूछे जाएंगे और इसका कुल स्कोर 150 अंक का होगा। परीक्षा में बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र के 30, भाषा-1 के 30, भाषा-2 के 30, गणित के 30 और पर्यावरण अध्ययन से 30 अंक के प्रश्न रहेंगे। भाषा-1 और भाषा-2 में आप हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत और उर्दू में से चुनाव कर सकते हैं। परीक्षा 10 नवंबर से शुरू होने की संभावना है। यह परीक्षा दो शिफ्टों में आयोजित की जाएगी – पहली पाली सुबह 9 बजे से 11:30 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 2:30 बजे से शाम 5 बजे तक।
परीक्षा केंद्र और आवेदन शुल्क
आवेदकों के पास परीक्षा के लिए बालाघाट, भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, खण्डवा, नीमच, रतलाम, रीवा, सागर, सतना, सीधी और उज्जैन शहर का विकल्प होगा। परीक्षा के लिए अप्लाई करने वाले अनारक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को 600 रुपये आवेदन शुल्क का भुगतान करना पड़ेगा। मध्य प्रदेश के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 250 रुपये है। आवेदन शुल्क के अलावा उम्मीदवारों को प्लेटफॉर्म शुल्क भी देना होगा। परीक्षा के दिन अभ्यर्थियों को मूल फोटो पहचान पत्र जैसे आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र या पासपोर्ट साथ लाना अनिवार्य होगा।
ख़बर मध्यप्रदेश
MP Cabinet: सिविल सेवाओं में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण, मेडिकल कॉलेजों में असि. प्रोफेसर की आयु सीमा में 10 वर्ष की बढ़ोतरी
Bhopal: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को कैबिनेट की बैठक मंत्रालय में हुई। मंत्रि-परिषद द्वारा मध्यप्रदेश सिविल सेवा (महिलाओं की नियुक्ति के लिए विशेष उपबंध) नियम, 1997 में मुख्यमंत्री के आदेश दिनांक 13.09.2023 एवं इसके परिपालन में विभाग द्वारा जारी अधिसूचना 3 अक्टूबर, 2023 का अनुसमर्थन किया गया। इस निर्णय से महिला आरक्षण 35 प्रतिशत होगा।
254 नए उर्वरक विक्रय केंद्रो की स्थापना की स्वीकृति
मंत्रि-परिषद द्वारा वर्ष 2024-25 में (खरीफ एवं रबी सीजन में) 254 नए उर्वरक विक्रय केन्द्र स्थापित करने पर मानव संसाधन पर होने वाली संभावित व्यय की वास्तविक राशि अधिकतम 1 करोड़ 72 लाख रूपये की सीमा तक की प्रतिपूर्ति राज्य शासन द्वारा किए जाने का निर्णय लिया गया।
660 मेगावॉट क्षमता की नवीन अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल इकाई की स्थापना के लिए फिजिबिलिटी स्टडी
मंत्रि-परिषद द्वारा म.प्र. पॉवर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के सतपुड़ा ताप विद्युत गृह, सारनी के विद्युत गृह क्रमांक 2 (410) मेगावाट) एवं विद्युत गृह क्रमांक 3 (420 मेगावाट) में स्थापित इकाइयों को रिटायर (डी-कमीशन) किये जाने का निर्णय लिया गया। उल्लेखनीय है कि म.प्र. पॉवर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के सतपुड़ा ताप विद्युत गृह, सारनी के विद्युत गृह क्रमांक 2 में स्थित इकाई क्रमांक 6 एवं 7 (200 + 210 मेगावॉट) एवं विद्युत गृह क्रमांक 3 में स्थित इकाई क्रमांक 8 एवं 9 (2X210 मेगावॉट) द्वारा रूपांकित आयु पूर्ण कर ली गई हैं। ये इकाइयों लगभग 39 से 44 वर्षों से संचालन में हैं। इन इकाइयों की स्थिति एवं प्रदर्शन के दृष्टिगत म.प्र. पॉवर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड द्वारा इन इकाइयों को रिटायर (डी-कमीशन) किये जाने की चाही गई अनुमति मंत्रि-परिषद ने प्रदान की है। निर्णय अनुसार सतपुड़ा ताप विद्युत गृह, सारनी के विद्युत गृह क्रमांक 2 एवं 3 में स्थित इकाई क्रमांक 6 से 9 (कुल क्षमता 830 मेगावॉट) को 30 सितम्बर, 2024 से रिटायर (डी-कमीशन) किये जाने की अनुमति प्रदान की गई। रिटायर (डी-कमीशन) इकाइयों का डिस्पोजल ई-ऑक्शन के माध्यम से किया जायेगा। इन इकाईयों के स्थान पर 660 मेगावॉट क्षमता की नवीन अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल इकाई (इकाई क्रमांक 13) की स्थापना के लिए म.प्र. पॉवर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड द्वारा फिजिबिलिटी स्टडी करायी जायेगी।
आयु-सीमा में वृद्धि का निर्णय
मंत्रि-परिषद द्वारा नवीन शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में चिकित्सा शिक्षकों की कमी को देखते हुए सहायक प्राध्यापक के रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष से बढ़ाकर 50 वर्ष करने की स्वीकृति प्रदान की गई है।
अन्य निर्णय
मंत्रि-परिषद द्वारा भारत सरकार, सहकारिता मंत्रालय द्वारा लागू की गई केन्द्र प्रवर्तित परियोजना “Strengthening of Cooperatives through IT Interventions” अन्तर्गत प्रदेश के पंजीयक सहकारी संस्थाएँ कार्यालय के कम्प्यूटराईजेशन के लिए परियोजना की सैद्धांतिक स्वीकृति दी गयी। इस पर 3 करोड़ 68 लाख रूपये व्यय आयेगा, जिसकी 60 प्रतिशत राशि केन्द्र एवं 40 प्रतिशत राशि राज्य शासन द्वारा वहन की जायेगी।
ख़बर मध्यप्रदेश
MP News: गाय पालने वालों को मिलेगा अनुदान, मिलेंगे क्रेडिट कार्ड, गोवर्धन पूजा पर मुख्यमंत्री ने की बड़ी घोषणाएं
Bhopal: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में गौ-पालन को बढ़ावा देकर किसानों और गौ-पालकों की आर्थिक सशक्तिकरण का कार्य किया जा रहा है। शहरों में कांजी हाऊस के स्थान पर गौ-वंश की देशभाल के लिए गौशालाएं प्रारंभ की जाएंगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश के 51 हजार से अधिक गांवों में दूध का उत्पादन बढ़ाते हुए इस क्षेत्र में मध्यप्रदेश को पूरे देश में प्रथम स्थान पर लाने का प्रयास है। इसके साथ ही अगली पशुगणना में प्रदेश को तीसरे स्थान से पहले स्थान पर लाने के के प्रयास किये जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में गौ-वंश पालन पर क्रेडिट कार्ड देने की पहल की गई है। हमारे किसान भाई और पशुपालक दीपावली के बाद गोवर्धन पूजा करते हैं। प्रदेश में पहली बार शासन स्तर पर गोवर्धन पूजा के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को रवींद्र भवन परिसर भोपाल में राज्य स्तरीय गोवर्धन पूजा समारोह को संबोधित कर रहे थे।
गौशाला को प्रति गाय मिलने वाला अनुदान डबल हुआ
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार गौ-पालन को प्रोत्साहित करने के लिए गौ-शाला को प्रति गाय 20 रुपये के स्थान पर 40 रुपये के अनुदान का निर्णय ले चुकी है। जो पशुपालक 10 या उससे अधिक गायों का पालन करेंगे उन्हें भी विशेष अनुदान दिया जाएगा। प्रदेश में दुग्ध उत्पादन में वृद्धि के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में वर्तमान में देश के कुल दुग्ध उत्पादन का 9 प्रतिशत उत्पादन हो रहा है, जिसे 20 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। सभी गांव में दुग्ध संघ के माध्यम से गतिविधियां बढ़ाई जाएंगी। प्रारंभ में 11 हजार गांव में दुग्ध सहकारी समितियों के माध्यम से दुग्ध उत्पादन में वृद्धि का प्रयास है। प्रदेश में इस वर्ष गौ-वंश रक्षा पर्व मनाया जा रहा है।
गौ-वध के दोषी को मिलेगी 7 वर्ष का सख्त कारावास
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गौ-वंश से समृद्ध प्रदेश में गौ-माता के संरक्षण के लिये समुचित प्रावधान किये जा रहे हैं। गौ-वध को रोकने के लिये समुचित व्यवस्था की गई है। गौ-वध का दोषी पाये जाने पर 7 वर्ष की सख्त सजा देने का कानूनी प्रावधान है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश गौ-वंश में समृद्ध है। प्रदेश में लगभग 1 करोड़ 39 लाख गायें हैं। वर्ष 2019 की पशु गणना के अनुसार मध्य प्रदेश तीसरे स्थान पर है। हम अगली पशुगणना में देश में प्रथम स्थान पर आने का प्रयास करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गौ-पालकों को प्रोत्साहन, गौ-वंश संरक्षण के सरकार के प्रयासों और योजनाओं की जानकारी दी।
शहरों में प्रारंभ होंगी बड़ी गौ-शालाएं
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गौपालन एवं गौ संरक्षण के कार्यों को दृष्टिगत रखते हुए इंदौर, भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर जैसे शहरों में जहां हजारों की संख्या में गौ-वंश है, बड़ी गौशालाएं प्रारंभ की जायेंगी। शहरों की गौशालाओं में 5 हजार से लेकर 10 हजार तक गौवंश को रखने की व्यवस्था होगी। राज्य सरकार ने वर्ष 2024-25 में पशुधन संरक्षण और पशुपालन गतिविधियों के लिए 590 करोड़ रूपए की राशि का प्रावधान किया है।
प्रदेश में हर्षोल्लास के साथ हुई गोवर्धन-पूजा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देशानुसार पूरे प्रदेश में हर्षोल्लास के साथ गोवर्धन-पूजा हुई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शनिवार सुबह सबसे पहले मुख्यमंत्री निवास में गौ पूजा के साथ गोवर्धन पूजा भी की। उन्होंने रवीन्द्र भवन में हुए राज्य स्तरीय गोवर्धन पूजा समारोह में अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ गोवर्धन पूजा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शाम को ग्वालियर में पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया के निवास पर गोवर्धन पूजा करने के बाद देश की सीएनजी उत्पादन करने वाली सबसे बड़ी गौशाला लाल टिपारा में गोवर्धन पूजा की। प्रदेश में सभी जिलों में विभिन्न स्थानों पर मंत्रि-परिषद के सदस्यों, संसद सदस्यों, विधायकों, जिला पंचायत अध्यक्ष, जनपद पंचायत अध्यक्ष और अन्य जनप्रतिनिधियों ने गोवर्धन पूजा के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होकर पूजा की।
ख़बर मध्यप्रदेश
MP News: मुख्यमंत्री ने हाथियों की मौत की घटना पर ली आपात बैठक, हाई लेवल टीम उमरिया भेजने के दिए निर्देश
Bhopal:मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उमरिया जिले में हाल ही में हाथियों की मृत्यु के संबंध में गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए शुक्रवार रात्रि मुख्यमंत्री निवास में आपातकालीन बैठक ली। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निर्देश दिए कि इस घटना के सभी पहलुओं की जानकारी लेने के लिए एक उच्च स्तरीय दल तत्काल घटना स्थल पर रवाना हो। सभी पहलुओं की जानकारी प्राप्त कर 24 घंटे में विस्तृत प्रतिवेदन दिया जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस घटना में दोषी लोगों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार वनों की रक्षा और वन्य प्राणियों की सुरक्षा के प्रति पूर्ण गंभीर है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जैसा बताया गया है कि हाथियों की मृत्यु के बाद पोस्टमार्टम में हाथियों के पेट में बड़ी मात्रा में कोदो पाए जाने की जानकारी मिली है। जो सैंपल हाथियों के पेट से लिए गए हैं, उनकी वैज्ञानिक जांच की जायेगी। उसमें यह स्पष्ट होगा कि किसी तरह का जहरीला पदार्थ तो नहीं है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि चूंकि जांच रिपोर्ट आने में चार दिन की अवधि संभावित है, इसके पूर्व वरिष्ठ स्तर से घटना की पूर्ण जानकारी प्राप्त की जाए। वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार, अपर मुख्य सचिव वन अशोक बर्णवाल और राज्य वन बल प्रमुख पीसीसीएफ असीम श्रीवास्तव दल में शामिल रहेंगे। दल के सदस्य शनिवार को उमरिया पहुंचकर घटना के बारे में समस्त विवरण प्राप्त करेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस तरह की घटनाएं फिर न हो, इसके लिए वन विभाग, स्थानीय प्रशासन और सभी पक्ष सजग और संवदेनशील रहें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उमरिया में हाथियों की मृत्यु की घटना में किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने और उपचार एवं अन्य प्रबंधन में विलंब की बात सिद्ध होने पर दोषी लोगों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में मुख्य सचिव अनुराग जैन वर्चुअल रूप से शामिल हुए। मुख्यमंत्री निवास में हुई बैठक में अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय डॉ. राजेश राजौरा, पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना, अपर मुख्य सचिव वन अशोक वर्णवाल, आयुक्त जनसंपर्क डॉ. सुदाम खाड़े एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव के हाथियों की मृत्यु के संबंध में निर्देश
1.घटना की संपूर्ण पहलुओं की जानकारी प्राप्त करने के लिए उच्चस्तरीय दल उमरिया जाए।
2.जांच की रिपोर्ट आने के पूर्व इस अवधि में घटना से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जो कार्रवाई जारी है, उसमें विलंब न हो।
3.वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार और दो वरिष्ठ अधिकारी उमरिया जाएं।
4.उमरिया के दौरे की रिपोर्ट 24 घंटे में सौंपी जाए।
5.दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
ख़बर मध्यप्रदेश
MP News: खाना बनाते समय गर्म तेल की कढ़ाही में गिरा मोबाइल, बैटरी में ब्लास्ट, झुलसने से युवक की मौत
Bhind:भिंड जिले के लहार में खाना बनाने के दौरान गर्म तेल की कढ़ाही में मोबाइल गिरने से बैटरी में ब्लास्ट हो गया। इस हादसे में ब्लास्ट में गर्म तेल उछलकर शरीर पर गिरने और फैली आग में झुलसकर एक युवक की मौत हो गई। मृतक के रिश्तेदार ने जानकारी दी कि चंद्रप्रकाश पुत्र रामप्रकाश दोहरे अपने घर पर सब्जी बना रहा था। अचानक से गर्म तेल में मोबाइल गिर गया और ब्लास्ट हुआ जिससे पूरा तेल और आग की लपटों से उसका शरीर बुरी तरह झुलस गया।
बताया जा रहा है कि जब युवक को इलाज के लिए परिजन एंबुलेंस से ग्वालियर ले जा रहे थे, तो रास्ते में सेंवढ़ा की सिंध नदी पर छोटे पुल पर जाम मिला। इसके बाद एंबुलेंस को थरेट, इंदरगढ़, डबरा होते हुए करीब 80 किलोमीटर घुमाकर ग्वालियर ले जाना पड़ा। इससे एंबुलेंस को ग्वालियर पहुंचने में दो घंटे अतिरिक्त समय लगा। युवक के परिजनों का कहना है कि अगर जाम की वजह से लेट न होते, तो शायद युवक को बचाया जा सकता था।
ख़बर मध्यप्रदेश
MP News: बांधवगढ़ में 7 हाथियों की मौत बनी रहस्य, ग्रामीण कर रहे चौंकाने वाला दावा
Umaria: मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ में 7 जंगली हाथियों की मौत हो चुकी है, जबकि 3 की हालत गंभीर बनी हुई है। टाइगर रिजर्व और डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी निगरानी और इलाज कर रही है। दरअसल 13 हाथियों का झुंड बगैहा, बडवाही होते हुए सलखनिया क्षेत्र में आ गया और 28 अक्टूबर की रात में खेतों में घुस गया। बताया जा रहा है कि हाथियों के झुंड ने खेत में लगी कोदो की फसल को खा लिया। इसके बाद 24 घंटे में एक-एक कर 7 हाथियों की मौत हो गई। जिसमें एक नर और 6 मादा हाथी शामिल हैं। वहीं, 3 की हालत गंभीर बनी हुई है। 13 हाथियों के झुंड में से 3 हाथी ठीक-ठाक हैं, पार्क प्रबंधन उन पर भी नजर बनाए हुए है।
वन मंत्री राम निवास रावत ने X पर हाथियों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए SIT गठित करने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद SIT तत्काल ही बांधवगढ़ पहुंच कर घटना की जांच करेगी। फिलहाल प्रारंभिक जांच में हाथियों की मौत में जहरखुरानी की आशंका जताई जा रही है। वहीं आठ डॉक्टरों की टीम ने आज हाथियों का पोस्टमॉर्टम किया। दो जेसीबी की मदद से गड्ढे खुदवाए गए, जिसमें हाथियों को दफनाया जाएगा। इसके लिए 300 बोरी नमक मंगाया गया है।
ग्रामीण कर रहे अलग ही दावा
हाथियों की मौत पर कुछ ग्रामीण मान्याताओं के आधार पर चौंकाने वाला दावा कर रहे हैं। पुराने और बुजुर्ग किसान जो परंपरागत मोटे अनाज की खेती करते रहे हैं उनका मानना है कि जिस कोदो की फसल में यदि नाग – नागिन का जोड़ा मेटिंग पीरियड में खेत मे लोट जाए तो फसल जहरीली हो जाती है। यही कारण हो सकता है कि जिस खेत की फसल हाथियों का दल खाया, उनकी मौत हो गई और जो नही खाए वो बचे हुए हैं। हालांकि सारा मामला पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पायेगा।
-
ख़बर देश18 hours ago
Union Cabinet: मोदी कैबिनेट ने पीएम विद्यालक्ष्मी योजना को मंजूरी दी, उच्च शिक्षा के लोन पर भारत सरकार 75% क्रेडिट गारंटी देगी
-
ख़बर छत्तीसगढ़16 hours ago
Rajyotsav 2024: देशभर में दूसरे नंबर पर ट्रेंड कर रहा छत्तीसगढ़ का राज्योत्सव, एक्स पर छाया रहा छत्तीसगढ़ राज्योत्सव- 2024
-
ख़बर छत्तीसगढ़12 hours ago
Chhattisgarh Rajyotsav 2024: निःस्वार्थ सेवा के नाम पर हमारी श्रद्धा को परिवर्तन करने का प्रयास किया जा रहा- उपराष्ट्रपति धनखड़
-
ख़बर दुनिया19 hours ago
US President Election: राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप को मिली बड़ी जीत, भारत समेत कई देशों ने दी बधाई