ख़बर देश
ED: महादेव बेटिंग ऐप समेत 22 ऐप्स और वेबसाइट बैन, ईडी के अनुरोध केंद्र सरकार की कार्रवाई

ED: छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में चर्चा का विषय बने महादेव बुक सट्टेबाजी ऐप पर केंद्र सरकार ने बैन लगा दिया है। सरकार ने यह कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय(ED)की सिफारिश पर की है। केंद्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने महादेव बुक समेत 22 गैर कानूनी सट्टेबाजी ऐप्स और वेबसाइटों को ब्लॉक करने का आदेश जारी किया है।
IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ईडी की तरफ से पहला और एकमात्र अनुरोध प्राप्त हुआ है और इसके आधार पर ही कार्रवाई की गई है। बता दें कि 2 नंवबर 2023 को ईडी ने छत्तीसगढ़ पुलिस के कॉन्सटेबल भीम सिंह यादव और एक अन्य शख्स असीम दास को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। ईडी ने एक होटल की पार्किंग में खड़ी गाड़ी और अन्य ठिकानों से करोड़ों का कैश बरामद किया था।
ख़बर देश
Uttarakashi Tunnel Operation: सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूर सुरक्षित निकाले गए, 17 दिन चला रेस्क्यू ऑपरेशन

Uttarakashi Tunnel Operation: उत्तराखंड के उत्तराकाशी की निर्माणाधीन सिल्क्यारा टनल में फंसे सभी 41 मजदूरों को देर शाम 8.35 बजे सुरक्षित निकाल लिया गया। पाइप के जरिए शाम 7.50 बजे पहला मजदूर बाहर आया। इसके बाद एक-एक कर सभी मजदूरों को 45 मिनट में बाहर निकाल लिया गया। आखिरी मजदूर के बाहर आते ही तालियों की गड़गड़ाहट से सभी ने जाबांजों का जोरदार स्वागत किया।
LIVE: उत्तरकाशी में सिलक्यारा टनल के सफल रेस्क्यू ऑपरेशन के पश्चात प्रेस वार्ता
https://t.co/SVukVjBIWE— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 28, 2023
टनल साइट पर मौजूद मजदूर के परिजनों और अन्य लोगों ने उनकी जो दिवाली सूनी रह गई थी, उसकी कसर पूरा करने के लिए जोरदार आतिशबाजी की। साथ ही टनल और उसके आसपास का इलाका भारत माता की जय और जय श्री रा्म के उद्घोष से गूंज उठा। उत्तराखंड के सीएम धामी ने कहा- सभी मजदूरों को उत्तराखंड सरकार की ओर से कल एक-एक लाख रुपए की मदद दी जाएगी। उन्हें एक महीने का सवेतन अवकाश भी दिया जाएगा, जिससे वह अपने परिवार वालों से मिल सकें।
मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल बना सिल्क्यारा टनल रेस्क्यू अभियान.. pic.twitter.com/Yaz0QTfjLu
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 28, 2023
17 दिन चला रेस्क्यू ऑपरेशन
दिवाली के दिन 12 नवंबर की सुबह 5.30 बजे निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग का एक हिस्सा ढह गया था। जिसमें 41 मजदूर अंदर फंस गए थे। मजदूरों को निकालने के लिए कई प्रयास किए गए, लेकिन नाकामी हाथ लगी। इंदौर, हैदराबाद से एयरलिफ्ट कर ऑगर मशीनों को भेजा गया। लेकिन कुछ दूरी तक ड्रिलिंग के बाद वे खराब हो गईं। इसके बाद दिल्ली से वायुसेना के विमान से अमेरिकी ऑगर मशीन को भेजा गया। सुरंग के मलबे में ऑगर मशीन से पहले 900 एमएम और बाद में 800 एमएम के पाइप डालकर मजदूरों तक पहुंचने की कोशिशें शुरू हुईं। इसमें बीच-बीच में कई बाधाएं आईं, लेकिन रेस्क्यू में लगी एजेंसियों ने उसका रास्ता निकाल लिया। इसमें रेट माइनर्स का भी बड़ा योगदान रहा। अमेरिकी ऑगर मशीन 48 मीटर ड्रिलिंग करने के बाद जब फेल हो गई थी, तो रेट माइनर्स ने मोर्चा संभाल लिया। उन्होंने अंतिम 10-12 मीटर की खुदाई 24 घंटे में पूरी कर दी और रेस्क्यू ऑपरेशन को मंजिल तक पहुंचाया।
ख़बर देश
Uttarkashi Tunnel Rescue: मजदूरों तक पहुंचा रेस्क्यू पाइप, किसी भी वक्त बाहर आ सकता है पहला मजदूर

Uttarkashi tunnel rescue: उत्तरकाशी की सिल्क्यारा सुरंग में दिवाली (12 नवंबर) के दिन से फंसे 41 मजदूरों तक रेस्क्यू पाइप पहुंच गया है। किसी भी समय मजदूर बाहर निकाले जा सकते हैं। एक मजदूर को पाइप के जरिए बाहर लाने में 3-5 मिनट लगेगा। यानि 41 मजदूरों को बाहर निकालने में कुल 4-5 घंटे का वक्त लग सकता है। मजदूरों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस और एयर एंबुलेंस मौजूद हैं। चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर चिनूक हेलीकॉप्टर को भी तैयार रखा गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे केंद्रीय मंत्री वीके सिंह और सीएम पुष्कर सिंह धामी भी टनल साइट पर मौजूद हैं।
बाबा बौख नाग जी की असीम कृपा, करोड़ों देशवासियों की प्रार्थना एवं रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी बचाव दलों के अथक परिश्रम के फलस्वरूप श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए टनल में पाइप डालने का कार्य पूरा हो चुका है। शीघ्र ही सभी श्रमिक भाइयों को बाहर निकाल लिया जाएगा।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 28, 2023
निकलने के बाद सबसे पहले होगी मेडिकल जांच
पाइप के जरिए बाहर निकलने के बाद सबसे पहले सुरंग में ही गद्दे बिछाकर अस्थायी मेडिकल कैंप बनाया गया है। डॉक्टरों की टीम मजदूरों के बाहर निकलते ही सबसे पहले उनकी जांच करेगी। किसी भी मजदूर की तबियत बिगड़ी तो उसे फौरन एंबुलेंस के जरिए सीधे अस्पताल ले जाया जाएगा। अगर ज्यादा हालत खराब दिखी तो एयरलिफ्ट करके ऋषिकेश एम्स शिफ्ट कर दिया जाएगा।
सिलक्यारा टनल के अंदर ही अस्थाई मेडिकल कैंप लगाया गया है । फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के बाद इसी स्थान पर उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। स्वास्थ विभाग द्वारा बनाए गए अस्थाई मेडिकल कैंप में 8 बेड एवं डॉक्टरों तथा विशेषज्ञों की टीम तैनात हैं।#SilkyaraTunnelRescue pic.twitter.com/y9QxZqqpvy
— CM Office Uttarakhand (@ukcmo) November 28, 2023
ख़बर देश
Uttarkashi Tunnel Rescue: सुरंग के अंदर 52 मीटर हॉरिजोंटल ड्रिलिंग पूरी, अगले 24 घंटों में बाहर आ सकते हैं मजदूर

Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तराखंड की सिल्क्यारा-डंडालगांव टनल में 12 नवंबर दिवाली के दिन सुबह से फंसे 41 मजदूरों को आज निकाला जा सकता है। पाइप में फंसे ऑगर मशीन के हेड के सोमवार देर शाम निकाले जाने के बाद रेट माइनर्स ने हाथ से मेनुअल हॉरिजोंटल ड्रिलिंग का काम शुरू कर दिया था। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अब से कुछ देर पहले मीडिया को जानकारी दी कि 52 मीटर तक मेनुअल ड्रिलिंग कर पाइप डाला जा चुका है। उन्होंने कहा कि संभावना है कि 5 मीटर और ड्रिलिंग के बाद छेद आर-पार हो जाएगा।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Visuals from the Silkyara tunnel where the operation to rescue 41 workers is ongoing.
Manual drilling is going on inside the rescue tunnel and auger machine is being used for pushing the pipe. As per the last update, about 2… pic.twitter.com/26hw32fChI
— ANI (@ANI) November 28, 2023
#WATCH | Uttarakashi (Uttarakhand) tunnel rescue | CM Pushkar Singh Dhami says, "Almost 52 metres has been done (pipe inserted). It is expected that there will be a breakthrough around 57 metres. 1 metre of the piple was pushed in before me, if 2 metres more of it is pushed in it… pic.twitter.com/cwVSYLtp8x
— ANI (@ANI) November 28, 2023
वर्टिकल ड्रिलिंग का भी काम जारी
मजदूरों को बाहर निकालने के लिए हॉरिजोंटल ड्रिलिंग के साथ टनल के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग भी की जा रही है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि टनल के ऊपर से करीब 86 मीटर ड्रिलिंग की जानी है, जिसमें से 36 मीटर तक ड्रिलिंग हो चुकी है। बता दें उत्तराखंड की सिल्क्यारा-डंडालगांव टनल में 12 नवंबर को निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा ढह गया था। इसके चलते सुरंग में काम कर रहे 41 मजदूर अंदर फंस गए थे।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | CM Pushkar Singh Dhami says, "All engineers, experts and others are working with all their strength. As of now, pipe has gone 52 metres in. The manner in which the work is ongoing, we hope that there will be a breakthrough very… pic.twitter.com/MNacENvwti
— ANI (@ANI) November 28, 2023
ख़बर देश
Uttarkashi Tunnel Rescue: पाइप में फंसी ऑगर मशीन की ब्लेड निकाली गईं, सेना के इंजीनियर्स भी रेस्क्यू मिशन से जुड़े

Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तराखंड के उत्तराकाशी की सिलक्यारा-बड़कोट सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के रेस्क्यू ऑपरेशन का आज 16वां दिन है। टनल में हॉरिजॉन्टल ड्रिलिंग कर पाइप डालने में जुटी ऑगर मशीन के फंसे हुए सॉफ्ट को लेजर और प्लाजमा कटर की मदद से काटकर निकाल लिया गया है। भारतीय सेना के कोर ऑफ इंजीनियर्स और मद्रास सैपर्स की यूनिट इस काम में लगी थी। सोमवार सुबह उन्हें सुरंग के अंदर पाइप में फंसे मशीन के हिस्से को काटकर निकालने में कामयाबी मिल गई। अब मशीन के बजाय हाथों से मैनुअली मलबा निकाला जाएगा। इसके अलावा सुरंग के दूसरी ओर बड़कोट की तरफ से भी हॉरिजॉन्टल ड्रिलिंग कर रास्ता बनाने की कोशिश की जा रही है। जिसमें 10 मीटर अंदर तक ही जा पाए हैं।
हाथों से मलबा हटाकर बनाया जा रहा रास्ता
सुरंग में अब हॉरिजॉन्टल मैनुअल ड्रिलिंग कर 60 मीटर मलबे के बचे हुए 9-10 मीटर हिस्से में 800 एमएम के पाइप डाले जाएंगे। इससे पहले हाथों से मलबा हटाकर रास्ता बनाने का जिम्मा 11 लोगों की रैट माइनर टीम को सौंपा गया है। ये टीम हाथों से मलबा हटाएगी और इस दौरान यदि कोई पाइप, सरिया या पत्थर सामने आएगा, तो उसे काटकर रास्ता क्लियर करेगी। इस काम में मुंबई से आए 7 सीवेज एक्सपर्ट्स भी टीम की मदद करेंगे। रेट माइनर टीम को इस तरह के कामों में महारत हासिल है। माइक्रो टनलिंग के काम में सहायता और सलाह के लिए विदेशी विशेषज्ञ भी मौके पर मौजूद हैं।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Micro tunnelling expert Chris Cooper says, "… All the debris (of the Auger machine) removed…(Manual drilling) will probably start after 3 hours…We have 9 meters of hand tunnelling to do. It really depends on how the ground… pic.twitter.com/ORRGlMovbH
— ANI (@ANI) November 27, 2023
वर्टिकल ड्रिलिंग का काम भी जारी
सिलक्यारा सुरंग के ऊपरी हिस्से से भी सोमवार को वर्टिकली ड्रिलिंग शुरू कर दी गई है। मशीन को मजदूरों तक पहुंचने के लिए करीब 86 मीटर खुदाई करनी है। इसमें पहले दिन ही 20 मीटर खुदाई की गई थी। वहीं अब तक कुल 36 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग हो चुकी है। यदि सबकुछ ठीक रहा और रास्ते में कोई बड़ी बाधा नहीं आई, तो 100 घंटो का टारगेट इस काम के लिए रखा गया है। वर्टिकली ड्रिलिंग में यदि शाफ्ट या बिट कहीं फंसती है, तो उसे काटने के लिए मैग्नम कटर मशीन साइट पर बुला ली गई है। 45 मीटर की ड्रिलिंग के बाद बड़ी मशीन को ड्रिलिंग के लिए लगाया जाएगा।
ख़बर देश
Alert: चीन में रहस्यमयी बीमारी को लेकर भारत सरकार अलर्ट, राज्यों को जारी की एडवायजरी, तैयारी रखने के निर्देश

Alert(China Pneumonia Outbreak): चीन में पिछले कुछ हफ्तों से बच्चों में फैल रहे रहस्यमयी निमोनिया के बढ़ते मामलों को लेकर भारत सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चीन में फैल रही इस रहस्यमयी बीमारी को देखते हुए देश में श्वसन संबंधी बीमारियों के खिलाफ तैयारियों के उपायों की समीक्षा का निर्णय लिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में, सार्वजनिक स्वास्थ्य और अस्पतालों की तैयारियों की तुरंत समीक्षा करने की सलाह दी है।
Union Health Ministry decides to proactively review preparedness measures against respiratory illnesses in view of emerging public health situation in China. Advises States/UTs to immediately review public health and hospital preparedness measures. All States/UTs to implement… pic.twitter.com/Q6RNymrmfS
— ANI (@ANI) November 26, 2023
केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन को अस्पताल के बिस्तर, इन्फ्लूएंजा के लिए दवाएं और टीके, मेडिकल ऑक्सीजन, एंटीबायोटिक्स, पीपीई किट की उपलब्धता, परीक्षण किट, ऑक्सीजन संयंत्रों और वेंटिलेटर की कार्यक्षमता को दुरुस्त रखने को कहा है। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस साल की शुरुआत में साझा किए गए ‘कोविड-19 के संदर्भ में संशोधित निगरानी रणनीति के लिए परिचालन दिशानिर्देश’ को लागू करने की सलाह दी गई है।