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Chhattishgarh: गृहमंत्री अमित शाह आज पहुंचेंगे बस्तर, कोबरा बटालियन के कैंप में गुजारेंगे रात

Amit Shah in Bastar: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सीआरपीएफ के 84वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल होने आज शाम छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे। शाह शाम 5 बजे जगदलपुर एयरपोर्ट पर एयरफोर्स के विमान से पहुंचेंगे। इसके बाद हेलिकॉप्टर से करनपुर के कोबरा (201/204) बटालियन के कैंप पहुंचेंगे। गृहमंत्री अमित शाह सीआरपीएफ के कैंप में जवानों और अफसरों से मुलाकात करेंगे और उनका रात्रि विश्राम भी सीआरपीएफ के कैंप में ही होगा। शनिवार 25 मार्च की सुबह शाह 8 बजे से लेकर 10.30 बजे तक CRPF के स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल होकर नागपुर के लिए रवाना हो जाएंगे।
अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां
गृहमंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर पूरे बस्तर में फोर्स और इंटेलिजेंस की टीम अलर्ट पर है। जिस कैंप में अमित शाह रात गुजारेंगे, उसके चारों तरफ का इलाका करीब 5000 जवानों के सुरक्षा घेरे में है। इलाके में आने-जाने वाली हर गाड़ी की सघन तलाशी हो रही है। इसके अलावा जवान लगातार सर्चिंग अभियान चला रहे हैं। आसपास के गांवों में हर आने-जाने वाले शख्स पर इंटेलिजेंस की टीम नजर रखे हुए हैं। दिल्ली से भी गृहमंत्री की सुरक्षा में लगी सीआरपीएफ और इंटेलिजेंस की खास टीम करीब 15 दिन पहले से ही यहां पहुंची हुई है।


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CG News: इंडोनेशिया में भी आराध्य हैं प्रभु श्री राम, श्रीयानी और पद्मा ने खोले कई राज

CG News (Ramayan Mahotsav Chhattisgarh): दुनिया में सबसे ज्यादा मुस्लिम जनसंख्या वाले देश इंडोनेशिया (Indonesia) में भी प्रभु श्री राम को लेकर वैसी ही आस्था है, जैसी भारत में है। रायगढ़ में आयोजित हो रहे राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में इंडोनेशिया से आए कलाकारों ने कई ऐसी बातों को बताया, जो इंडोनेशिया की विविध संस्कृति की झलक दिखाती हैं। इंडोनेशिया के बाली द्वीप से आईं कलाकार पद्मा ने बताया कि हमारे यहां बिल्कुल वैसे ही पूजा होती है जैसे भारत में होती है। हमारे यहां भी लोग मंदिर जाते हैं और हम सब भगवान राम के प्रति गहरी श्रद्धा रखते हैं। बाली से ही आई श्रीयानी ने बताया कि लक्ष्मी जो विष्णु जी की पत्नी है उनकी विशेष पूजा बाली द्वीप में होती है और इसी वजह से बहुत सारी लड़कियों के नाम श्री से हैं जैसे श्रीयानी या पदमा।
श्रीयानी ने बताया कि उनके दल द्वारा मंचित की गई राम कथा केवल इंडोनेशिया में ही नहीं, बल्कि इसका मंचन आसपास के देशों जैसे सिंगापुर आदि में भी होता है। यही नहीं वह यूरोपियन यूनियन तथा अमेरिका में भी अपनी प्रस्तुति दे चुकी हैं। श्रीयानी ने बताया कि जब उनका दल राम कथा सुनाता है, तब उनकी कलात्मक प्रस्तुति और उनका वस्त्र विन्यास लोगों को बहुत भाता है। इसके अलावा श्रीराम का अद्भुत चरित्र सब को बहुत पसंद आता है। श्रीयानी ने बताया कि उन्हें रामकथा इसलिए अच्छी लगती है क्योंकि श्रीराम हमेशा अपनी पत्नी सीता का ध्यान रखते हैं। जब उनका अपहरण होता है तब वह उन्हें वापस लाने लंका तक चले जाते हैं लंका में पुल का निर्माण करते हैं। इस तरह से जब भावपूर्ण कथा की प्रस्तुति होती है तो लोगों के लिए अद्भुत दृश्य बनता है।
श्रीयानी से जब उनके परिधानों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि बाली में रामकथा से जुड़े हुए जुड़ी हुई सामग्री बनाने का कुटीर उद्योग है यहां न केवल कलाकारों के लिए मुकुट तैयार होते हैं अपितु यहां पर उनके लिए सुंदर वस्त्र भी तैयार होते हैं। श्रीयानी ने अपने वस्त्र दिखाते हुए कहा कि, सालों से इसी तरह के वस्त्र रामकथा में पहने जा रहे हैं और इन वस्त्रों की विशेषता यह है कि ऐसे ही परिधान हमारे मंदिरों में भी देवताओं ने धारण किए हैं। अपने मुकुट की तरफ इशारा करते हुए श्रीयानी ने बताया कि इसे देखिए, यह वैसा ही है जैसे बाली के मंदिरों में बनी मूर्तियों में दिखता है।
श्रीयानी ने बताया कि वह पहली बार भारत आई हैं। यहां आकर बहुत अच्छा लगा। यह श्रीराम का देश है। मुझे बताया गया कि रामकथा में वर्णित अरण्यकांड का स्थल दंडकारण्य ही है। यह छत्तीसगढ़ ही है जहां मैं आई हूं। यह सोचकर ही मुझे बहुत अच्छा लग रहा है हम सब छत्तीसगढ़ में आकर और यहां हुए भव्य स्वागत से अभिभूत हैं।

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CG News: रामायण महोत्सव के दूसरे दिन के कार्यक्रम शुरू, भजन संध्या में बाबा हंसराज और लखबीर सिंह लक्खा देंगे प्रस्तुति

National Ramayan Festival: राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के दूसरे दिन के कार्यक्रमों का संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत एवं स्कूल मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर लोकगायक दिलीप षडंगी ने अपनी टीम के साथ हनुमान चालीसा की प्रस्तुति दी। महोत्सव में उपस्थित सभी लोगों ने तालियों की थाप के साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया। मंत्री अमरजीत भगत ने महोत्सव में उपस्थित दर्शकों को सम्बोधित करते हुए स्वयं स्वागत लोकगीत गाया। आज के कार्यक्रम की शुरुआत झारखंड से आए कलाकार दल की प्रस्तुति के साथ हुई। झारखंड के कलाकारों द्वारा अरण्यकांड पर मनमोहक प्रस्तुति दी गई। सीता हरण प्रसंग और राम द्वारा शबरी के झूठे बेर खाने के प्रसंग का मनमोहक प्रस्तुतिकरण किया गया।
‘राष्ट्रीय रामायण महोत्सव’ के दूसरे दिन देश के मशहूर कलाकार भजनों की प्रस्तुति देंगे। भजन संध्या में रात्रि 8.30 बजे से 9.30 बजे तक ख्यातिप्राप्त राष्ट्रीय कलाकार बाबा हंसराज रघुवंशी तथा रात्रि 9.30 बजे से 10.30 बजे तक लखबीर सिंह लक्खा भजनों की प्रस्तुति देंगे। वहीं राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के तीसरे और अंतिम दिन हिन्दी के प्रख्यात कवि कुमार विश्वास अपनी विशेष प्रस्तुति ‘अपने-अपने राम म्युजिक नाईट’ से भगवान श्रीराम की महिमा का बखान करेंगे।

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CG News: राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में दूसरे दिन देश के मशहूर कलाकार देंगे प्रस्तुति

National Ramayana Festival: ‘राष्ट्रीय रामायण महोत्सव’ के दूसरे दिन देश के ख्याति प्राप्त कलाकार बाबा हंसराज रघुवंशी और लखबीर सिंह लक्खा भजनों की प्रस्तुति देंगे। रायगढ़ के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में 1 से 3 जून तक आयोजित किए जा रहे इस महोत्सव में रामायण के अरण्य काण्ड पर रामायण दलों की प्रतियोगिता प्रतिदिन आयोजित हो रही है। छत्तीसगढ़ के लोक गायक दिलीप षड़ंगी अपनी टीम के साथ महोत्सव में प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। इसके साथ ही साथ प्रतिदिन रात्रि में भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिसमें देश के सुप्रसिद्ध कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे।
महोत्सव में दूसरे दिन का कार्यक्रम
राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के दूसरे दिन का मंचीय कार्यक्रम दोपहर 2 बजे से प्रारंभ होगा। संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे तथा स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। कार्यक्रम में दोपहर 2.15 बजे हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ होगा तथा दोपहर 2.30 से रात्रि 8.30 बजे तक आयोजित अरण्यकाण्ड पर आधारित प्रतियोगिता में 8 राज्यों झारखण्ड, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, असम, ओड़िसा, हिमाचल प्रदेश, गोवा और छत्तीसगढ़ के दल हिस्सा लेंगे। भजन संध्या में रात्रि 8.30 बजे से 9.30 बजे तक ख्यातिप्राप्त राष्ट्रीय कलाकार बाबा हंसराज रघुवंशी तथा रात्रि 9.30 बजे से 10.30 बजे तक लखबीर सिंह लक्खा भजनों की प्रस्तुति देंगे।
तीसरे दिन कवि कुमार विश्वास करेंगे प्रभु श्री राम की महिमा का बखान
महोत्सव के तीसरे दिन आकर्षण इंडोनेशिया के रामायण दल की प्रस्तुति होगी। इन रामायण दलों की प्रस्तुति में सर्वव्यापी भगवान श्रीराम की रामकथा के विविधतापूर्ण राष्ट्रीय-वैश्विक स्वरूपों की झलक देखने को मिलेगी। साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कलाकार भजन संध्या में अपनी संगीतमय प्रस्तुति देंगे। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के तीसरे और अंतिम दिन हिन्दी के प्रख्यात कवि कुमार विश्वास अपनी विशेष प्रस्तुति ‘अपने-अपने राम म्युजिक नाईट’ से भगवान श्रीराम की महिमा का बखान करेंगे।

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CG News: रामायण महोत्सव में शणमुख प्रिया के भजनों ने बांधा समा, मंत्रमुग्ध हुए दर्शक

CG News(Raigarh News): इंडियन आइडल के मंच से देशभर में मशहूर हुई सिंगर शणमुख प्रिया ने आज राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में अपनी जादूई आवाज से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। जय जोहार और छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया के साथ श्रोताओं का अभिवादन कर मुंबई से आई शणमुख प्रिया ने दर्शकों से कहा कि पहली बार आई हूं, लेकिन बहुत अच्छा लग रहा है।
सुपरहिट सॉन्ग ‘देवा श्री गणेशा’ के साथ अपनी शानदार परफॉर्मेंस की शुरुआत करने वाली शणमुख प्रिया ने ‘श्री शिव तांडव’, ‘सिया राम जय राम जय-जय राम’, ‘पायो जी मैंने राम रतन धन पायो’ जैसे भजन गाकर दर्शकों का मन मोह लिया। उन्होंने राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के भव्य आयोजन के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद भी दिया।

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CG News: प्रभु श्रीराम के चरित्र में छत्तीसगढ़ का भी अंश- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

CG News(Raigarh): मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज कला और साहित्य की नगरी रायगढ़ के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में आयोजित भव्य समारोह में तीन दिवसीय ‘राष्ट्रीय रामायण महोत्सव’ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारा छत्तीसगढ़ माता कौशल्या और शबरी माता का प्रदेश है। यह सदियों से निवास कर रहे आदिवासियों, वनवासियों का प्रदेश है। भगवान राम का राजतिलक होना था, लेकिन वे वनवास गए, निषादराज से मिले, शबरी से मिले, ऋषि मुनियों से मिले। हमारा रिश्ता वनवासी राम के साथ ही कौशल्या के राम से भी है, इसलिए वे हमारे भांजे है, हम छत्तीसगढ़वासी भांजे का पैर छूते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्री राम ने अपने वनवास के 10 साल छत्तीसगढ़ में गुजारे। भगवान श्री राम ने वनवास के दौरान कितनी कठिनाई झेली पर अपनी मर्यादा नहीं खोई। भगवान राम जब वन गए तो मर्यादा पुरूषोत्तम बन गए। उनके इस चरित्र निर्माण में छत्तीसगढ़ का भी अंश है।
राष्ट्रीय स्तर के आयोजन में विदेशी दल भी ले रहे हिस्सा
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में पहली बार छत्तीसगढ़ में शासकीय रूप से राष्ट्रीय स्तर पर रामायण महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। प्रभु श्री राम जी के आदर्श चरित्र के श्रवण के लिए यह सुंदर आयोजन किया जा रहा है। यद्यपि यह राष्ट्रीय आयोजन है, लेकिन इसमें कंबोडिया, इंडोनेशिया देशों के दल भी हिस्सा ले रहे हैं, जिससे यह महोत्सव अंतर्राष्ट्रीय हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मैंने राष्ट्रीय रामायण उत्सव के दौरान सुंदर मार्च पास्ट भी देखा, इसमें रामनामी सम्प्रदाय का राम मार्चपास्ट भी देखा। इन्होंने पूरा जीवन श्री राम को समर्पित कर दिया है। वे निराकार में विश्वास करते हैं, जिस तरह कबीर निराकार में विश्वास करते हैं। इस तरह सबके अपने-अपने राम हैं।
हमारी सुबह भी राम-राम से और शाम भी राम-राम से होती है- मुख्यमंत्री बघेल
मुख्यमंत्री ने कहा कि राम कथा हमारे दिलों में बसी हुई है। हमारी सुबह राम-राम से होती है और शाम भी राम-राम से होती है। हमारे हर गांव में रामलीला की सुंदर मंडलियां बनी हुई है। आमजन श्रीराम से गहरी आत्मीयता इसलिए महसूस करते हैं क्योंकि श्री राम सबके हैं, वे निषादराज के हैं, शबरी के हैं। सबसे अनुराग रखते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए उन सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है, जहां तीर्थ स्थल हैं और इनमें 2 एकड़ जमीन चाही है ताकि हम अपने यात्रियों के लिए यहां रहने की अच्छी व्यवस्था बना सकें। साथ ही हम अपने तीर्थ स्थलों को भी विकसित कर रहे हैं ताकि हमारे यहां जो तीर्थयात्री आएं उन्हें भी अच्छी सुविधा मिल पाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीराम ने अपने वनवास का अधिकांश समय वनवासियों के साथ बिताया। उनके साथ गहरी आत्मीयता का वृतांत हमें रामायण में मिलता है।
सामूहिक हनुमान चालीसा का हुआ आयोजन
रामायण महोत्सव के शुभारंभ के मौके पर सामूहिक हनुमान चालीसा का आयोजन हुआ। भक्ति गीतों के गायक दिलीप षडंगी ने यह प्रस्तुति दी। उनके साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और हजारों दर्शक हनुमान जी की आराधना में लीन रहे। कार्यक्रम के आरंभ में विभिन्न राज्यों से और देशों से आए हुए दलों ने मार्च पास्ट किया। इंडोनेशिया और कंबोडिया से आए दलों ने अपने पारंपरिक परिधानों में लोगों का मन मोह लिया। रामनामी संप्रदाय के सदस्यों ने भी मार्च पास्ट किया। उत्तराखंड के दल की विशेषता यह रही कि इसमें अगुवाई रावण ने की। गोवा, कर्नाटक, उड़ीसा, मध्य प्रदेश आदि राज्यों ने भी अपनी प्रस्तुति दी। उल्लेखनीय है कि इस आयोजन में 12 राज्यों के 270 कलाकार हिस्सा ले रहे हैं। इसमें छत्तीसगढ़ प्रदेश से 70 कलाकार और विदेशों से 27 कलाकार हिस्सा ले रहे हैं।

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