ख़बर यूपी / बिहार
योगी राज को चुनौती देना विकास को पड़ा भारी, 8 दिन में खत्म हुई 8 पुलिसकर्मियों के हत्यारे की टेरर कंपनी
कानपुर: उत्तरप्रदेश में योगी राज आने के बाद पुलिस और प्रशासन के कामकाज के तरीकों में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। खासतौर पर पुलिस जिस सख्ती के साथ गुंडों-बदमाशों से निपट रही है, उसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है। लेकिन बदले हुए हालातों को गलत आंकना 5 लाख के हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे को भारी पड़ गया। 3 जुलाई को हुए 8 पुलिसकर्मियों के हत्याकांड के लिए जिम्मेदार विकास दुबे की टेरर कंपनी का चैप्टर महज 8 दिन में ही क्लोज हो गया। दुबे समेत उसकी गेंग के कुल 6 सदस्यों को पुलिस अब तक मार चुकी है।
कानपुर एनकाउंटर के बाद तीन जुलाई को पुलिस की बिकरू गांव के जंगलों में विकास दुबे के गैंग से मुठभेड़ हुई थी। इसमें पुलिस ने विकास के मामा प्रेम प्रकाश पांडेय और साथी अतुल दुबे को मार गिराया था। मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। मामले को लेकर कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया था कि मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों के पास से पुलिस से लूटी गई पिस्टल बरामद हुई है। जिससे यह साफ होता है कि बदमाश कानपुर एनकाउंटर के दौरान मौके पर मौजूद थे।
विकास दुबे के एक और करीबी प्रवीण उर्फ बउवा को पुलिस ने नौ जुलाई को इटावा मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार बिकरू गांव निवासी प्रवीण उर्फ बउवा ने महेवा के पास हाईवे पर स्विफ्ट डिजायर कार को लूटा था। उसके साथ तीन और बदमाश थे। पुलिस को जैसी ही लूट की सूचना मिली चारों को सिविल लाइन थाने के काचुरा रोड पर घेर लिया गया। इसके बाद पुलिस और बउवा के बीच फायरिंग शुरू हो गई। फायरिंग के दौरान बउवा ढेर हो गया। हालांकि उसके तीन साथी भागने में सफल रहे।
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ख़बर बिहार
Bihar: उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLM में बड़ी टूट के संकेत, डिनर पार्टी से गायब रहे चार में से तीन विधायक

Patna: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बाद एनडीए के सहयोगी दलों के बीच जोर आजमाइश का खेल जारी है। जहां एक ओर जीतन राम मांझी राज्य सभा जाने के लिए एनडीए पर दवाब बना रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) पर बिखराव का खतरा मंडरा रहा है। बुधवार की रात उपेन्द्र कुशवाहा ने लिट्टी चोखा की पार्टी आयोजित की, जिसमें ढ़ेर सारे लोग शामिल हुए। लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि उस लिट्टी चोखा पार्टी में उनके चार विधायकों में से ही तीन विधायक नहीं पहुंचे। सूबे की सियासत में इसके बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
दिल्ली में मुलाकात को लेकर लग रही अटकलें
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM)के चार विधायकों में से तीन, माधव आनंद, रामेश्वर महतो और आलोक सिंह ने कुशवाहा की दावत से दूरी बनाए रखी। जबकि चौंकाने वाली बात यह है कि ये तीनों विधायक उस वक्त पटना में ही मौजूद थे। इससे पहले इन तीनों ने दिल्ली जाकर भाजपा के नवनियुक्त राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नवीन से मुलाकात की थी और उन्हें बधाई दी थी।
क्या हैं बगावत के मायने?
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि आरएलएम (RLM) विधायकों की भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से बढ़ती नजदीकी कुशवाहा के लिए खतरे की घंटी है। 2025 के चुनाव में उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा, भाजपा के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरी थी। चर्चा है कि मंत्रिमंडल विस्तार या पार्टी के भीतर लिए जा रहे फैसलों को लेकर विधायक खुश नहीं हैं। ऐसे में अगर महज चार विधायकों वाली पार्टी में तीन विधायक बागी रुख अपनाते हैं, तो तकनीकी रूप से दल-बदल कानून के तहत पार्टी के विलय या अलग गुट बनाने का रास्ता साफ हो सकता है। फिलहाल, उपेंद्र कुशवाहा की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन उनके आवास पर हुई सन्नाटे वाली डिनर पार्टी ने बहुत कुछ बयां कर दिया है।
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UP News: शाहजहांपुर में दर्दनाक हादसा, ट्रेन से कटकर दंपती और दो बच्चों समेत पांच की मौत

Shahjahanpur: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में बुधवार शाम हुए दर्दनाक हादसे में ट्रेन से कटकर 5 लोगों की मौत हो गई। हादसा रोजा रेलवे स्टेशन के पास मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग को पार करते समय शाम 6:18 बजे हुआ, जब बाइक सवार लोग क्रॉसिंग पार करते समय गरीब रथ एक्सप्रेस से टकरा गए। हादसे में दो बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। मौके पर मौजूद लोग हादसे को देख विचलित हो गए। सूचना मिलते ही थाना पुलिस और जीआरपी मौके पर पहुंच गई।
मृतकों की पहचान 40 वर्षीय हरिओम निवासी ग्राम बनके गांव थाना उचौलिया जिला लखीमपुर खीरी, सेठ पाल निवासी गांव विकन्ना निगोही (शाहजहांपुर), सेठ पाल की 35 वर्षीय पत्नी पूजा व दो बच्चों के रूप में हुई। बताया जा रहा है कि सभी लोग शाहजहांपुर की बुध बाजार गए थे। वहां से खरीदारी कर लखीमपुर वापस जा रहे थे। मुख्यमंत्री योगी ने तुरंत हादसे पर संज्ञान लेते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए।
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UP News: मुख्यमंत्री योगी बोले- देश में दो नमूने, एक दिल्ली, दूसरा लखनऊ में, अखिलेश बोले- भाजपा की आपसी खींचतान चौराहे पर न लाएं

Lucknow: यूपी विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन आज प्रश्न काल के दौरान सीएम योगी ने कफ सिरप मामले में सपा के आरोपों पर कहा- प्रदेश में कफ सिरप से एक भी मौत नहीं हुई है। इस मामले में एनडीपीएस के अंतर्गत कार्रवाई होगी। सीएम योगी ने सदन में कहा कि उत्तर प्रदेश में यूपी के सबसे बड़े होलसेलर को एसटीएफ ने पकड़ा था। 2016 में समाजवादी पार्टी ने उसे लाइसेंस जारी किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले में अब तक 79 अभियोग दर्ज किए जा चुके हैं, जिनमें 225 अभियुक्त नामज़द हैं। 78 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है और 134 फर्मों पर छापेमारी की कार्रवाई हुई है। अखिलेश के सिरप माफियाओं पर बुलडोजर चलाने के चैलेंज पर मुख्यमंत्री ने कहा कि चिंता मत कीजिए। समय आने पर बुलडोजर एक्शन भी होगा। उस समय चिल्लाना नहीं।
मुख्यमंत्री योगी ने आगे कहा-प्रश्न क्या है, मुद्दे क्या उठाए जा रहे हैं। पूरा अध्ययन करके आना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने कोडीन के मुद्दे को उठाया है, लेकिन मैं आपकी इस मजबूरी को समझता हूं। एक कहावत है- चोर की दाढ़ी में तिनका। सीएम योगी ने नाम लिए बिना कहा- देश के अंदर दो नमूने हैं, एक दिल्ली में और एक लखनऊ में बैठते हैं। जब देश में कोई चर्चा होती है तो वो देश छोड़कर चले जाते हैं। मुझे लगता है कि यही आपके बउआ के साथ भी होता है। वह फिर इंग्लैंड सैर सपाटे पर चले जाएंगे और आप यहां चिल्लाते रहेंगे।
सपा प्रमुख अखिलेश ने किया पलटवार
मुख्यमंत्री योगी के बयान के करीब 40 मिनट बाद ही अखिलेश ने X पर लिखा- आत्म-स्वीकृति… किसी को उम्मीद नहीं थी कि दिल्ली-लखनऊ की लड़ाई यहां तक पहुंच जाएगी। संवैधानिक पदों पर बैठे लोग मर्यादा की सीमा न लांघें। भाजपाई अपनी पार्टी के अंदर की खींचातानी को चौराहे पर न लाएं।
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UP News: कोहरे के चलते हादसों के बाद एक्सप्रेसवे पर चलने के बदले नियम, गुरुवार रात से लागू

Lucknow: उत्तर प्रदेश में घने कोहरे और धुंध ने एक्सप्रेसवे पर सफर के दौरान विजिबिलटी कम होने से कई हादसों में लोगों को जान गंवानी पड़ी है। इसको देखते हुए यूपी एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने बड़ा फैसला लिया है। अब अत्यधिक कोहरे की स्थिति में वाहन चालकों को कन्वॉय यानी संगठित समूह में चलने की सलाह दी गई है। यह व्यवस्था पुलिस और सुरक्षा टीम की निगरानी में लागू होगी, ताकि यात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित की जा सके। नई व्यवस्था को बृहस्पतिवार रात से लागू कर दिया गया है।
यूपीडा के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी एसपी शाही ने बताया कि आगरा–लखनऊ, पूर्वांचल, बुंदेलखंड और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर तत्काल प्रभाव से विशेष सुरक्षा प्रबंध लागू कर दिए गए हैं। 50 मीटर से कम दृश्यता होने पर वाहनों को निकटतम टोल प्लाजा, वे-साइड सुविधा केंद्र, पेट्रोल पंप या भोजनालय पर रोका जाएगा और फिर कन्वॉय में एक साथ रवाना किया जाएगा। इसके लिए पुलिस विभाग के साथ समन्वय कर मानक कार्यविधि तैयार की गई है।
घटी हुई गति सीमा (तत्काल प्रभाव से 15 फरवरी या कोहरा कम होने तक लागू)
1. एम-1 प्रवर्ग (आठ सीट तक वाले निजी वाहन)
प्रातः 08:00 से रात्रि 08:00 बजे: 80 किमी प्रति घंटा
रात्रि 08:00 से प्रातः 08:00 बजे: 60 किमी प्रति घंटा
2. एम-2 व एम-3 प्रवर्ग (नौ या अधिक सीट वाले यात्री वाहन)
प्रातः 08:00 से रात्रि 08:00 बजे: 60 किमी प्रति घंटा
रात्रि 08:00 से प्रातः 08:00 बजे: 50 किमी प्रति घंटा
3. एन प्रवर्ग (मालवाहक वाहन)
प्रातः 08:00 से रात्रि 08:00 बजे: 50 किमी प्रति घंटा
रात्रि 08:00 से प्रातः 08:00 बजे: 40 किमी प्रति घंटा
एक्सप्रेसवे पर सुरक्षित यात्रा के लिए यात्रियों से अपील
घने कोहरे/धुंध में (50 मीटर से कम दृश्यता होने पर) वाहन निकटतम वे-साइड अमेनिटीज, टोल प्लाजा या पेट्रोल पंप पर सुरक्षित रूप से रोकें और दृश्यता सामान्य होने पर ही यात्रा प्रारंभ करें।
नींद या थकान महसूस होने पर तुरंत वाहन रोककर विश्राम करें।
19 दिसंबर 2025 से 15 फरवरी 2026 तक एक्सप्रेसवे पर लागू पुनर्निर्धारित अधिकतम गति सीमा का अनिवार्य रूप से पालन करें।
निर्धारित गति सीमा का उल्लंघन करने पर एटीएमएस के माध्यम से चालान किया जाएगा।
सुरक्षा की दृष्टि से टोल प्लाजा, वे-साइड अमेनिटीज, पेट्रोल पंप या रेस्टोरेंट पर रुककर कन्वॉय (Convoy) में यात्रा करने का प्रयास करें तथा यूपीडा सुरक्षा टीम का सहयोग लें।
यात्रा के दौरान वाहन की सभी इमरजेंसी इंडिकेटर लाइट जलाकर चलें तथा वाहन के आगे-पीछे रिफ्लेक्टिव टेप अवश्य लगवाएं।
चिन्हित स्थानों के अतिरिक्त एक्सप्रेसवे या उसके किनारे कहीं भी वाहन पार्क न करें, इससे दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है।
किसी भी आपात स्थिति में यूपीडा के हेल्पलाइन नंबर 14449 पर तुरंत संपर्क करें।
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Mathura: यमुना एक्सप्रेस-वे पर 7 बसें और 3 कारें टकराईं, वाहनों में लगी आग में 13 जिंदा जले, 100 से अधिक घायल

Yamuna Expressway accident: यूपी के मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार तड़के घने कोहरे की वजह से बड़ा हादसा हो गया। सुबह करीब 3:30 बजे बलदेव थाना क्षेत्र में 127 किलोमीटर माइलस्टोन के पास हुए भीषण सड़क हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से अधिक यात्री घायल हो गए। मंडल आयुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया है कि चार शवों की पहचान हो गई है, अन्य के शिनाख्त के लिए टीम जुटी हुई है। 17 बैग में कंकाल और जले हुए टुकड़े लाए गए हैं। हादसे में घायलों को जिला अस्पताल मथुरा, 100 शैय्या अस्पताल वृंदावन में भर्ती कराया गया है, जबकि गंभीर रूप से घायलों को एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा रेफर किया गया है। 38 लोग जिला अस्पताल में भर्ती हैं। जिनका उपचार चल रहा है। 39 बलदेव सीएचसी पर हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक घटना के समय विजीबिलटी लगभग शून्य थी। कोहरे के चलते एक के बाद एक सात बसें और तीन कारें आपस में टकरा गईं। टक्कर इतनी भीषण थी कि कई वाहनों में धमाके के साथ आग लग गई। आग की लपटें उठते ही बसों में सवार यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल विभाग और यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण की टीमें मौके पर पहुंचीं। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया और घायलों को वाहनों से बाहर निकाला गया।


















