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राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह 2021: 54 शिक्षक राज्य शिक्षक सम्मान से और 4 शिक्षक स्मृति पुरस्कार से सम्मानित

रायपुर: राज्यपाल अनुसुईया उइके के मुख्य आतिथ्य और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज शिक्षक दिवस के अवसर पर राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में 58 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इनमें से 54 शिक्षक राज्य शिक्षक सम्मान और 4 शिक्षकों को प्रदेश के महान साहित्यकारों के नाम पर स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया किया गया। समारोह में राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित 54 शिक्षिकों में से प्रत्येक शिक्षक को प्रशस्ति पत्र, शाल और 21-21 हजार रुपए की सम्मान निधि प्रदान कर शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इसके अलावा प्रदेश की महान विभूतियों की स्मृति में दिए जाने वाले पुरस्कार से सम्मानित होने वाले प्रत्येक शिक्षक को प्रशस्ति पत्र, शाल और 50-50 हजार रुपए की सम्मान निधि देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम और संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव उपस्थित थे।
राज्य स्मृति पुरस्कार
शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय समारोह में प्रदेश की 04 महान साहित्यिक विभूतियों के नाम पर 4 शिक्षकों को राज्य शिक्षक सम्मान से नवाजा गया। इनमें बलौदाबाजार जिले के विकासखंड भाटापारा की पंचम दीवान शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रधान पाठक केशव राम वर्मा को ’’डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बक्शी स्मृति पुरस्कार’’ और बलौदाबाजार जिले के विकासखंड सिमगा की शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय केसदा के व्याख्याता चोवाराम वर्मा को ’’डॉ. गजानन्द माधव मुक्तिबोध स्मृति पुरस्कार’’, महासमुंद जिले के विकासखंड बागबाहरा की शासकीय उच्चतर प्राथमिक शाला कसेकेरा के प्रधान पाठक विजय कुमार शर्मा को ’’डॉ. मुकुटधर पाण्डेय स्मृति पुरस्कार’’ और गरियाबंद जिले के विकासखंड की शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला उसरीजोर के शिक्षक कमलकिशोर ताम्रकार को ’’डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार’’ प्रदान किया गया।
राज्य शिक्षक पुरस्कार-2020
राज्य शिक्षक पुरस्कार 2020 से सम्मानित होने वाले 54 शिक्षकों में गरियाबंद जिले के सहायक शिक्षक संतोष कुमार साहू और शिक्षक टेकराम साहू, रायपुर जिले के व्याख्याता बिहारी लाल शर्मा और सहायक शिक्षक सुचिता साहू, बलौदाबाजार जिले के शिक्षक शिवकुमार श्रीवास और प्रधान पाठक धनेश कुमार वर्मा, राजनांदगांव जिले के शिक्षक विष्णु प्रसाद शर्मा और प्रधान पाठक शीला सोनी, नारायणपुर जिले के प्रधान अध्यापक महेन्द्र कुमार पुजारी, बेमेतरा जिले की प्रधान पाठक मीनाक्षी शर्मा और व्याख्याता कमल दास मानिकपुरी, महासमुंद जिले के शिक्षक लेखराम साहू और व्याख्याता तुलेन्द्र कुमार सागर, बिलासपुर जिले के प्राचार्य कैरोलाईन सतुर और व्याख्याता डॉ. धनंजय पाण्डे, जशपुर जिले के व्याख्याता महेश कुमार गुप्ता और प्रभारी प्राचार्य इकबाल अहमद खान, मुंगेली जिले की व्याख्याता लीला श्रीवास्तव और राजेन्द्र कुमार क्षत्रिय, दंतेवाड़ा जिले की प्रधान अध्यापक सुमित्रा सोरी और व्याख्याता शैनी रविन्द्र, जांजगीर-चांपा जिले के शिक्षक भिषेक कालविन और सहायक शिक्षक नरेन्द्र कुमार लहरे शामिल हैं।
इसी प्रकार दुर्ग जिले की प्राचार्य संगीता सिंह बघेल और संजय कुमार टिकरिहा, बलरामपुर जिले के व्याख्याता रामनारायण तिवारी और व्याख्याता रामेश्वर प्रसाद कुशवाहा, बस्तर जिले की प्राचार्य सुधा परमार और व्याख्याता करमजीत कौर परमार, शिक्षा जिला सक्ती के शिक्षक फूलसाय सिदार, सूरजपुर जिले के गोवर्धन सिंह और प्रियंका सिंह, कोरबा जिले के व्याख्याता राकेश टंडन और प्रधान पाठक सर्वेश सोनी, कांकेर जिले के व्याख्याता ओम प्रकाश सेन और व्याख्याता वाजिद खान, रायगढ़ जिले के व्याख्याता पवन कुमार नायक और प्रधान पाठक शैलेन्द्र राय, कोण्डागांव जिले के व्याख्याता राम गोपाल ठाकुर और राकेश कुमार विश्वकर्मा, कोरिया जिले की प्रधान पाठक मटिल्डा टोप्पो और प्राचार्य सुदिप्ता शर्मा, बालोद जिले के प्रधान पाठक दयालुराम पिंकेश्वर और शिक्षक मिथलेश कुमार शर्मा, बीजापुर जिले के प्रधान अध्यापक देवी चन्द शोरी और सहायक शिक्षक सुरेश कुमार राठौर, अंबिकापुर जिले के व्याख्याता ओम प्रकाश साहू और व्याख्याता जनार्दन सिंह, सुकमा जिले की शिक्षक सच्चावती नाग और शिक्षक शेख सकीना, धमतरी जिले के प्रधान पाठक दयाराम साहू और सहायक शिक्षक देवनाथ साहू, कबीरधाम जिले की व्याख्याता सुस्मिता डागसरे और सहायक शिक्षक महेश कुमार सिंह को राज्य शिक्षक पुरस्कार 2020 से सम्मानित किया गया।
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Chhattisgarh: रेलवे की देश के 48 प्रमुख शहरों में संचालन क्षमता दोगुनी करने की महत्वाकांक्षी योजना, रायपुर भी योजना में शामिल

Raipur: भारतीय रेलवे द्वारा अगले पांच वर्षों में देश के 48 प्रमुख शहरों में रेलगाड़ियों की संचालन क्षमता को दोगुना करने की महत्वाकांक्षी योजना तैयार की गई है। इसमें छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को भी शामिल किया गया है। इस निर्णय का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह छत्तीसगढ़ के करोड़ों यात्रियों के लिए बड़ा तोहफा है और इससे राज्य की कनेक्टिविटी, व्यापार, उद्योग तथा पर्यटन गतिविधियों को नया आयाम मिलेगा।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारतीय रेलवे का व्यापक आधुनिकीकरण हो रहा है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा घोषित इस योजना से छत्तीसगढ़ जैसे उभरते हुए राज्य को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि रायपुर जंक्शन देश के प्रमुख रेल जंक्शनों में से एक है और यहां प्रतिदिन लाखों यात्री आवागमन करते हैं। संचालन क्षमता दोगुनी होने से लोगों को अधिक ट्रेनें, बेहतर आवृत्ति तथा कम भीड़भाड़ का लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रायपुर के साथ-साथ अन्य औद्योगिक और वाणिज्यिक नगरों के लिए भी यह योजना अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी। रेल संरचना के विस्तार से निवेश, रोजगार और लॉजिस्टिक्स की सुगमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को नई रफ्तार मिलेगी।
रेल मंत्रालय द्वारा जारी जानकारी के अनुसार वर्ष 2030 तक संचालन क्षमता दोगुनी करने के लिए मौजूदा टर्मिनलों पर अतिरिक्त प्लेटफार्म, पिट लाइन एवं स्टेबलिंग लाइन का निर्माण, शहरी क्षेत्र और आसपास नए टर्मिनलों की स्थापना, सिग्नलिंग, यार्ड आधुनिकीकरण और मल्टीट्रैकिंग के माध्यम से अनुभागीय क्षमता में वृद्धि और मेगा कोचिंग कॉम्प्लेक्स एवं आधुनिक रखरखाव सुविधाओं का विकास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि रायपुर में इन सुविधाओं के विकसित होने से आम यात्रियों के साथ-साथ छात्रों, मरीजों, उद्योगपतियों और व्यापारियों सभी वर्गों को राहत मिलेगी। राज्य सरकार रेलवे मंत्रालय के साथ समन्वय स्थापित कर इस योजना को तेज गति से धरातल पर उतारने के लिए हर संभव सहयोग देगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ देश के सर्वाधिक बेहतर रेल संपर्क वाले राज्यों में शामिल होगा और यह परिवर्तन “विकसित भारत @2047” के संकल्प को सशक्त करेगा।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में 41 हजार करोड़ रूपए की लागत से रेलवे सुविधाओं के विस्तार का काम तेजी से चल रहा है, जिसमें रेल्वे ट्रैक का विस्तार, रेलवे लाईन का दोहरीकरण, रेलवे फ्लाई ओवर एवं ब्रिज आदि का निर्माण शामिल है। केंद्र सरकार ने इस साल के बजट में छत्तीसगढ़ राज्य में रेल्वे सुविधा के विकास के लिए 6925 करोड़ रूपए का प्रावधान किया है। इससे राज्य में रेल परियोजनाओं के कामों को तेजी से पूरा करने में मदद मिलेगी।
छत्तीसगढ़ में रेलवे के उन्नयन और विकास के लिए 41,000 करोड़ रुपए के निवेश से नई रेल लाइनों, रेलवे फ्लाईओवर और अन्य बुनियादी सुविधाओं का तेजी से विस्तार किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य में रेलवे का शत-प्रतिशत इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा हो गया है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव जी को छत्तीसगढ़ की रेल कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ को अभूतपूर्व रेल परियोजनाओं की सौगात मिली है। ये परियोजनाएं राज्य के विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगी और जनता को बेहतर रेल सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच बेहतर समन्वय के कारण छत्तीसगढ़ में रेल नेटवर्क विस्तार की ऐतिहासिक पहल हो रही है। इससे यात्री सुविधाओं में सुधार के साथ-साथ औद्योगिक, खनिज और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। छत्तीसगढ़ में रेलवे नेटवर्क विस्तार से न केवल यात्री परिवहन बल्कि खनिज संपदा और औद्योगिक उत्पादों के निर्यात में तेजी आएगी। इससे राज्य में व्यापार और निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
छत्तीसगढ़ में रेलवे के दीर्घकालिक विकास के लिए रावघाट-जगदलपुर, धरमजयगढ़-लोहरदगा और खरसिया-नया रायपुर-परमलकसा जैसी कई नई रेल परियोजनाओं पर काम चल रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ को ऐतिहासिक रेलवे बजट प्राप्त हुआ है। यह राज्य की अर्थव्यवस्था, औद्योगिक विकास और यात्री सुविधाओं को नया आयाम मिलेगा। उन्होंने इसके लिए केंद्र सरकार का आभार जताते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार इस विकास यात्रा को और आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
गौरतलब है कि रावघाट रेलवे लाइन के अन्तर्गत दल्लीराजहरा-अंतागढ़ (77 किमी) सेक्शन चालू, यात्री ट्रेनों का संचालन शुरू हो चुका है। रावघाट तक विस्तार कार्य प्रगति पर, जिससे भिलाई इस्पात संयंत्र को लौह अयस्क की आपूर्ति होगी और ग्रामीणों को किफायती यातायात सुविधा मिलेगी। इसके अलावा के.के. रेल लाइन दोहरीकरण के अन्तर्गत 170 किमी में से 148 किमी का कार्य पूर्ण हो चुका है। इससे बस्तर और दंतेवाड़ा जिले की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। आवागमन आसान और माल परिवहन सुविधाजनक हो सकेगा।
इसी तरह 4021 करोड़ रुपए की लागत वाली डोंगरगढ़-कवर्धा-कटघोरा रेल लाइन परियोजना की लंबाई 295 किमी है। इसके निर्माण से खनिज परिवहन, यात्री सुविधाएं और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। कोरबा-अंबिकापुर नई रेल लाइन से सरगुजा क्षेत्र को नए विकास की दिशा मिलेगी। गढ़चिरौली-बीजापुर-बचेली 490 किमी लंबी परियोजना के सर्वेक्षण के लिए 12.25 करोड़ रुपए मंजूर हुए हैं। सरडेगा-भालुमुडा डबल लाइन से ओडिशा और छत्तीसगढ़ के बीच रेल कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
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CGPSC: एसआई, सूबेदार और पीसी भर्ती के लिए डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और PST के लिए प्रवेश पत्र जारी

CGPSC: छत्तीसगढ़ पब्लिक सर्विस कमीशन (CGPSC) ने सूबेदार, सब-इंस्पेक्टर और प्लाटून कमांडर पदों के लिए डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन (DV) और फिजिकल स्टैंडर्ड टेस्ट (PST) के लिए प्रवेश पत्र जारी कर दिए हैं। यह भर्ती छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग के तहत हो रही है, जिसमें कुल 341 पदों के लिए चयन किया जाएगा। उम्मीदवार अपना एडमिट कार्ड CGPSC की ऑफिशियल वेबसाइट psc.cg.gov.in से डाउनलोड कर सकते हैं।
छत्तीसगढ़ पब्लिक सर्विस कमीशन (CGPSC) द्वारा डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन (DV) और फिजिकल स्टैंडर्ड टेस्ट (PST) का आयोजन सरगुजा, बिलासपुर, दुर्ग, बस्तर, रायपुर और राजनांदगांव जिलों में निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर किया जाएगा। यह प्रक्रिया 6 जनवरी से 6 फरवरी 2026 तक चलेगी। उम्मीदवारों को सुबह 7 बजे रिपोर्ट करना होगा, जबकि पीएसटी सुबह 8 बजे शुरू होगा।
एडमिट कार्ड पर इन विवरणों को जरूर करें चेक
आयोग किसी भी अभ्यर्थी को डाक या व्यक्तिगत रूप से एडमिट कार्ड या अन्य सूचना नहीं भेजेगा। सीजीपीएससी एडमिट कार्ड में उम्मीदवार का नाम, रोल नंबर, आवेदन संख्या, श्रेणी और जन्मतिथि जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां दर्ज होंगी।
परीक्षा के दिन इन दस्तावेजों का ले जाना है जरूरी
परीक्षा के दिन उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड की प्रिंटेड कॉपी साथ लाना अनिवार्य होगा। इसके साथ एक वैध फोटो पहचान पत्र भी जरूरी है, जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस। बिना इन दस्तावेजों के परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
ऐसे डाउनलोड करें प्रवेश पत्र
1.छत्तीसगढ़ पब्लिक सर्विस कमीशन की आधिकारिक वेबसाइट psc.cg.gov.in पर जाएं।
2.Admit Card/Interview/ DV-PET से संबंधित लिंक पर क्लिक करें।
3.अब Police Recruitment – DV/PST Admit Card लिंक को चुनें।
4.लॉगिन पेज पर अपना रजिस्ट्रेशन नंबर/एप्लीकेशन नंबर और जन्मतिथि दर्ज करें।
5.सबमिट करते ही आपका एडमिट कार्ड स्क्रीन पर दिखाई देगा।
6.एडमिट कार्ड को डाउनलोड करें और भविष्य के लिए प्रिंट आउट निकाल लें।
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Raigarh: प्रदर्शनकारियों ने तमनार थाना प्रभारी को पीटा, गाड़ियों में लगाई आग, छावनी में तब्दील इलाका

Raigarh: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के तमनार क्षेत्र के ग्रामीणों और पुलिस के बीच भारी तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। इस दौरान गांव के ग्रामीणों ने पथराव करते हुए न केवल महिला थाना प्रभारी की पिटाई कर दी, बल्कि कुछ वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इस घटना के बाद से पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। दरअसल तमनार क्षेत्र के 14 गांव के लोग 12 दिसंबर से JPL कोयला खदान के खिलाफ धरने पर बैठे हैं।
बताया जा रहा है कि शनिवार की दोपहर ढाई बजे के करीब किसी बात को लेकर ग्रामीण भड़क गए और लात- घूसों और लाठी- डंडे से तमनार थाना प्रभारी को जमकर पीटा। ग्रामीणों ने वहां मौजूद कई गाडियों को आग के हवाले कर दिया। इस घटना में एसडीओपी अनिल विश्वकर्मा, थाना प्रभारी तमनार कमला पुसाम तथा एक आरक्षक को गंभीर चोट आई तथा कई पुलिस के जवान और महिला आरक्षक घायल हैं, जिन्हें तत्काल प्राथमिक उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इलाके में तनाव की स्थिति को देखते हुए पूरा का पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। स्थिति संभालने के लिए लैलूंगा की विधायक विद्यावती सिदार, रायगढ़ कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी और पुलिस अधीक्षक खुद मौके पर पहुंचे, लेकिन भीड़ और ज्यादा उग्र हो गई। अफसरों की मौजूदगी में भी भीड़ ने पथराव किया और दोबारा प्लांट की ओर जाकर आगजनी करती रही। फिलहाल इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। हालात काबू में बताए जा रहे हैं। पुलिस उपद्रवियों की पहचान कर रही है।
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Chhattisgarh: राज्य के 53 नगरीय निकायों में ऑनलाइन प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने की सुविधा, नगरीय प्रशासन विभाग की पहल

Raipur: स्थानीय स्वशासन को आधुनिक बनाने और नागरिकों को घर बैठे सेवाएं मुहैया कराने नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग लगातार नई पहल कर रहा है। शहरों में रहने वाले परिवारों की सुविधा के लिए 53 नगरीय निकायों में ऑनलाइन प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने की सुविधा प्रदान की जा रही है। इस सुविधा से लोग अपने घर या कार्यस्थल से किसी भी समय अपने संपत्ति कर का भुगतान कर सकते हैं। ऑनलाइन प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने की सुविधा वाले नगरीय निकायों के नागरिकों को संपत्ति कर जमा करने अब न तो किसी कार्यालय में जाने की जरूरत है और न ही लाइन लगने की। वे अपनी सुविधा से किसी भी समय इसे जमा कर सकते हैं।
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने लोगों को घर बैठे संपत्ति कर जमा करने की सुविधा प्रदान करने इस साल अगस्त में 46 नए नगरीय निकायों में यह सुविधा प्रारंभ की है। पहले केवल राज्य के सात नगर निगमों रायपुर, दुर्ग, रिसाली, भिलाई, बिलासपुर, कोरबा और रायगढ़ में ही ऑनलाइन प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने की सुविधा थी। अगस्त-2025 में तीन और नगर निगमों बीरगांव, भिलाई-चरोदा एवं धमतरी के साथ ही 43 नगर पालिकाओं में भी इस सुविधा को लॉन्च किया गया है। जीआईएस आधारित प्रॉपर्टी टैक्स लाइव पोर्टल के जरिए अब प्रदेशभर के 53 नगरीय निकायों में ऑनलाइन प्रॉपर्टी टैक्स जमा किए जा सकते हैं।
इन नगर पालिकाओं में है ऑनलाइन प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने की सुविधा
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस साल 12 अगस्त को नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा बिलासपुर में आयोजित ‘स्वच्छता संगम’ में 43 नगर पालिकाओं में जीआईएस आधारित प्रॉपर्टी टैक्स लाइव पोर्टल को लॉन्च किया था। अगस्त-2025 से तिल्दा-नेवरा, गोबरानवापारा, आरंग, गरियाबंद, बलौदाबाजार, भाटापारा, महासमुंद, बागबहरा, सराईपाली, कुम्हारी, अहिवारा, जामुल, बालोद, दल्लीराजहरा, बेमेतरा, डोंगरगढ़, खैरागढ़, कवर्धा, कोंडागांव, नारायणपुर, कांकेर, किरंदुल, बड़े बचेली, दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर, तखतपुर, रतनपुर, मुंगेली, दीपका, कटघोरा, जांजगीर-नैला, चांपा, सक्ती, अकलतरा, खरसिया, सारंगढ़, जशपुर नगर, बलरामपुर, सूरजपुर, मनेन्द्रगढ़, बैकुंठपुर और शिवपुर चर्चा नगर पालिकाओं में नागरिकों को ऑनलाइन प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने की सुविधा मिल रही है।
“छत्तीसगढ़ के सभी नागरिकों को पारदर्शी, सरल और सुविधाजनक सेवाएँ उपलब्ध कराना हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। नगरीय निकायों में ऑनलाइन प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने की सुविधा इसी दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम है। अब लोगों को कर जमा करने के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे हैं और न ही लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ रहा है।
हमें प्रसन्नता है कि कोंडागांव, नारायणपुर, कांकेर, दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर जैसे दूरस्थ क्षेत्रों तक भी डिजिटल सुविधाएं पहुंच रही हैं और लोग घर बैठे ऑनलाइन टैक्स जमा कर रहे हैं। यह स्थानीय स्वशासन के आधुनिकीकरण के साथ-साथ ‘डिजिटल छत्तीसगढ़’ के हमारे संकल्प को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
हमारा लक्ष्य है कि शहरी सेवाओं को पूरी तरह ऑनलाइन और नागरिक-केंद्रित बनाया जाए, ताकि प्रत्येक परिवार को सुविधा, पारदर्शिता और समय की बचत—तीनों का लाभ मिल सके।”-मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय
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Chhattisgarh: मुख्यमंत्री साय ने अटल जी की जयंती पर 115 शहरों में अटल परिसरों का लोकार्पण किया

Raipur: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के अवसर पर राज्य के 115 नगरीय निकायों में नवनिर्मित अटल परिसरों का लोकार्पण किया। उन्होंने राजधानी रायपुर में अटल एक्सप्रेस-वे के फुंडहर चौक पर स्थापित अटलजी की प्रतिमा का अनावरण तथा अटल परिसर का लोकार्पण करते हुए राज्यभर में आयोजित कार्यक्रमों से वर्चुअल रूप से जुड़कर अन्य 114 नगरीय निकायों में निर्मित अटल परिसरों का भी लोकार्पण किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह तथा तकनीकी शिक्षा मंत्री गुरू खुशवंत साहेब कार्यक्रम में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री साय ने फुंडहर खेल मैदान में आयोजित कार्यक्रम में रायपुर नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत 186 करोड़ 98 लाख रुपये की लागत से स्वीकृत 23 कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इनमें 185 करोड़ 49 लाख रुपये के 17 कार्यों का भूमिपूजन तथा एक करोड़ 49 लाख रुपये के 6 कार्यों का लोकार्पण शामिल है। इस अवसर पर उन्होंने नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा प्रकाशित अटल परिसरों पर आधारित कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) 2.0 के पाँच हितग्राहियों को भवन निर्माण अनुज्ञा-पत्र एवं पीएम स्वनिधि योजना के तहत पाँच महिला हितग्राहियों को 50-50 हजार रुपये के चेक वितरण किए गए।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने संबोधन में अटलजी की 101वीं जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उपस्थित नागरिकों को सुशासन दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि तीन करोड़ छत्तीसगढ़वासी आज अटलजी को कृतज्ञतापूर्वक नमन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अटलजी तीन बार देश के प्रधानमंत्री रहे, वे अजातशत्रु, प्रखर वक्ता, संवेदनशील कवि एवं श्रेष्ठ साहित्यकार थे। विरोधी दल भी उनके भाषणों को सुनने के लिए उत्सुक रहते थे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से अटलजी ने गांव-गांव तक पक्की सड़कों का जाल बिछाया और बारहमासी सड़कों से ग्रामीण भारत को जोड़ा, जिससे छह लाख से अधिक गांवों में विकास के द्वार खुले। किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसानों को सुलभ कृषि ऋण उपलब्ध कराया गया, जिसका लाभ आज करोड़ों किसान उठा रहे हैं। अटल जी ने आदिम जाति विकास मंत्रालय का गठन कर उन्होंने आदिवासी कल्याण की योजनाओं को नई दिशा दी।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आज प्रदेश के 115 नगरीय निकायों में अटल परिसरों का लोकार्पण किया गया है। इससे पूर्व 60 स्थानों पर परिसरों का लोकार्पण हो चुका है। अटलजी के जन्म-शताब्दी वर्ष में सभी नगरीय निकायों में अटल परिसर निर्मित किए जा रहे हैं, ताकि छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता अटलजी की स्मृतियाँ चिरस्थायी बनी रहें। उन्होंने कहा कि राज्य गठन के पश्चात छत्तीसगढ़ के विकास को नई गति मिली है। अटलजी की दूरदृष्टि और प्रधानमंत्री मोदी के दृढ़ संकल्प के साथ छत्तीसगढ़ विकसित राज्य बनने की दिशा में तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) 2.0 के तहत रायपुर में 1023 आवासों की स्वीकृति दी गई है।
कार्यक्रम में सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायकगण राजेश मूणत, सुनील सोनी, पुरंदर मिश्रा, इंद्रकुमार साहू, अनुज शर्मा, नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष नंदकुमार साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष नवीन अग्रवाल, कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह, निगम आयुक्त विश्वदीप, राज्य शहरी विकास अभिकरण (SUDA) के सीईओ शशांक पाण्डेय सहित नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग एवं रायपुर नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
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