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छत्तीसगढ़ में आज से धान खरीदी शुरू, भुगतान की राशि सीधे बैंक खाते में जाएगी
रायपुर: प्रदेश में आज से सरकारी मंडियों और धान खरीद केंद्रों पर धान और मक्का की खरीद शुरू हो जाएगी। जो कि 15 फरवरी तक चलेगी। इसमें मक्का की खरीदी 31 मई तक होगी। किसानों को भुगतान की राशि सीथे उनके बैंक खातों में जमा होगी। फिलहाल किसानों को केंद्र सरकार द्वारा धान के लिए घोषित एमएसपी(मोटा-1815, पतला-1835) पर ही खरीदी की जाएगी। मक्का खरीदी के लिए अधिकतम सीमा 10 क्विंटल प्रति एकड़ निर्धारित की गई है।
भूपेश सरकार अपनी घोषणा के मुताबिक 2500 रुपए प्रति क्विंटल का भुगतान करेगी, लेकिन उसके लिए किसानों को इंतजार करना पड़ेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसके लिए 5 मंत्रियों की एक कमेटी का गठन किया है, जो फरवरी में होने वाले बजट सत्र से पहले सरकार को सुझाव देगी, कि किस तरह किसानों को अंतर की राशि का भुगतान किया जाए।
85 लाख टन रखा खरीदी का लक्ष्य
पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने राज्य में 75 लाख टन धान खरीद का लक्ष्य रखा था। लेकिन कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही पिछली साल ही इसको बढ़ा दिया था। इस बार धान बेचने के लिए पंजीयन कराने वाले किसानों की संख्या 3 लाख बढ़ गई है। वहीं खरीदी का लक्ष्य भी 85 लाख टन कर दिया गया है।
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Chhattisgarh: मौसम विभाग ने जारी किया अंधड़ और बारिश का अलर्ट, राजधानी रायपुर के कई इलाकों में रातभर बिजली रही गुल

Chhattisgarh Weather: छत्तीसगढ़ में इन दिनों मौसम का मिजाज बदला हुआ है। गुरुवार की शाम से राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई इलाकों में अचानक तेज आंधी चली। इसके साथ ही गरज चमक के साथ हल्की मध्यम बारिश भी हुई है। करीब 50-60 किमी/घंटा की रफ्तार से चली तेज हवाओं से रायपुर में कई जगह पेड़ उखड़ गए, तो कई जगहों पर होर्डिंग्स धराशायी हो गए। देवेंद्र नगर में राहगीरों को धूप से बचाने के लिए बनाया गया शेड भी गिर गया। इस दौरान कई कार उसके नीचे दब गई। जेसीबी की मदद से टीन शेड हटाया गया और कारों को निकाला गया। गनीमत ये रही कि इससे कोई जनहानि नहीं हुई है।
राजधानी के कई इलाकों में रातभर बिजली रही गुल
गुरुवार शाम आए तेज अंधड़ की वजह से रायपुरवासी काफी परेशान रहे। कई इलाकों में दोपहर के बाद से ही बिजली गुल हो गई, तो कई क्षेत्रों में आंधी आने के वक्त शाम चार बजे के बाद बिजली चली गई। इसके बाद रायपुर के कई इलाके रातभर अंधेरे में डूबे रहे। मोर बिजली 2.1 एप पर मैसेज दिखता रहा कि आंधी तूफान की वजह से बिजली लाइनों पर पेड़ गिरने की वजह से बिजली सप्लाई प्रभावित हुई है।कर्मचारी सुधार कार्य में लगे हुए हैं। कृपया धर्य बनाये रखें।
अगले पांच दिन अंधड़ और बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले पांच दिन अंधड़ और बारिश का अलर्ट जारी किया है। अगले पांच दिनों तक प्रदेश में बादल गरजने, तेज हवा और बारिश के आसार हैं। इस दौरान तापमान में कोई विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। एक दो जगहों पर 30-40 किमी रफ्तार से तेज हवा चल सकती हैं और ओलावृष्टि के साथ बारिश होने की संभावना है। यह गतिविधि अगले पांच दिनों तक जारी रहने की संभावना है।
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Pahalgam attack: छत्तीसगढ़ सरकार दिनेश मिरानिया के परिजनों को देगी 20 लाख रुपए की सहायता, मुख्यमंत्री ने कहा- आतंकियों को मिलेगी कड़ी से कड़ी सजा

Raipur: मुख्यमंत्री साय ने घोषणा की कि राज्य सरकार दिवंगत दिनेश मिरानिया के परिजनों को 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री साय ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में रायपुर के दिनेश मिरानिया की हत्या की दुर्भाग्यपूर्ण घटना को अत्यंत पीड़ादायक बताते हुए इसे प्रदेश के लिए एक अपूरणीय क्षति कहा है। उन्होंने कहा कि पूरा छत्तीसगढ़ इस दुःखद घड़ी में मिरानिया परिवार के साथ है। यह केवल एक परिवार की नहीं, पूरे समाज की क्षति है। साय ने कहा कि जो आतंकवादी इस जघन्य कृत्य के दोषी हैं, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा अवश्य मिलेगी। उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि देश की सुरक्षा एजेंसियां इस मामले में शीघ्र न्याय सुनिश्चित करेंगी।
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Chhattisgarh: प्रदेश का पहला एआई डाटा सेंटर पार्क नवा रायपुर में, मुख्यमंत्री साय 3 मई को करेंगे भूमिपूजन

Raipur: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 3 मई 2025 को सुबह 11.30 बजे अटल नगर नवा रायपुर स्थित सेक्टर-22 (सीबीडी रेलवे स्टेशन के निकट) ए आई डेटा सेंटर पार्क का भूमिपूजन करेंगे। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, वित्त, आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओ.पी. चौधरी मौजूद रहेंगे। रैस बैंक डाटा सेंटर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा स्थापित किए जा रहे एआई एक्सक्लूजिव डाटासेंटर पार्क की लागत 1000 करोड़ रुपए होगी और यह 13.5 एकड़ में स्थापित होगा। इसमें 2.7 हेक्टेयर एरिया स्पेशल इकानामिक जोन के विकास के लिए होगा।
मुख्यमंत्री साय लगातार कोर सेक्टर के साथ ही आधुनिक जमाने के अनुरूप नये उद्योगों को बढ़ावा दे रहे हैं। उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन द्वारा इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए संकल्पित रूप से काम किया जा रहा है। बीते दिनों प्रदेश में सेमीकंडक्टर यूनिट के लिए भी भूमिपूजन किया गया। इसकी लागत 1163 करोड़ की है। अब अटल नगर में डाटा सेंटर के आने से रोजगार की बड़ी संभावनाएं भी पैदा होंगी।
AI की बुनियाद है डाटा सेंटर
दुनिया भर में डाटा सेंटर की मांग तेजी से बढ़ रही है, क्योंकि आर्टिफिशल इंटेलीजेंस की बुनियाद डाटा सेंटर पर होती है। छत्तीसगढ़ सरप्लस बिजली स्टेट है, इस वजह से यहां पर डाटा सेंटर के लिए बड़ी संभावनाएं हैं। एआई लार्ज लैंग्वेज माडल पर काम करते हैं और डाटा माइनिंग का काम करते हैं। जब भी डाटा माइनिंग होती है बड़े पैमाने पर ऊर्जा लगती है और इसके लिए डाटा सेंटर उपयोगी होते हैं। भविष्य की प्रगति इस बात पर निर्भर है कि हम आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर किस तरह से आगे बढ़ेंगे। भारत अपना स्वयं का एआई माडल तैयार कर रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा एनर्जी समिट किये गये हैं, जिससे छत्तीसगढ़ देश के पावर हब बनने की दिशा में बढ़ेगा। ऐसे में डाटा सेंटर पार्क के माध्यम से इस संभावना का भरपूर उपयोग हो सकेगा।।
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Chhattisgarh: बर्खास्त बीएड शिक्षकों ने मुख्यमंत्री साय का जताया आभार, सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद पर हुआ है समायोजन

aipur: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की संवेदनशील पहल से छत्तीसगढ़ के 26 सौ से अधिक बीएड अर्हताधारी बर्खास्त सहायक शिक्षकों के जीवन में खुशियां लौट आई है। प्रदेश सरकार ने बर्खास्त शिक्षकों को सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद पर समायोजन करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इस फैसले से राज्य के 2600 से अधिक युवाओं का भविष्य एक बार फिर संवर गया है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज मुख्यमंत्री निवास में बर्खास्त सहायक शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर उनका आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस मौके पर सभी शिक्षकों को शुभकामनाएं दीं और उनसे अपने दायित्व का निर्वहन पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बच्चों का और देश का भविष्य गढ़ना शिक्षकों का सबसे बड़ा कर्तव्य है। आप सभी अपने दायित्व के प्रति सचेत हों और इस भूमिका में सर्वोच्च योगदान दें।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि सरकार ने शिक्षकों की चिंता पहले दिन से की थी। आप हमारे प्रदेश के बच्चें है और आपके भविष्य को सुरक्षित करने का संकल्प हमने पहले से ले लिया था। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह कदम छत्तीसगढ़ के भविष्य निर्माताओं को नया संबल देगा और शिक्षा व्यवस्था को और अधिक सशक्त बनाएगा। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि ये युवा शिक्षक आने वाले वर्षों में प्रदेश की नई पीढ़ी को दिशा देंगे और छत्तीसगढ़ को विकास के पथ पर अग्रसर करने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। यह निर्णय शिक्षकों के उज्जवल, सुरक्षित और सम्मानजनक भविष्य की एक नई शुरुआत है।
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के साथ आपके नौकरी के संबंध में लगातार चर्चा होती थी। हमारे मुखिया इतने संवेदनशील है कि उन्होंने पहले ही दिन कहा था कि जितना भी आर्थिक बोझ पड़े राज्य सरकार अपने युवाओं के भविष्य को खतरे में नहीं डालेगी। उन्होंने कहा कि आपके परिजन भी लगातार हमसे संपर्क कर अपनी चिंता व्यक्त करते थे और आज मुख्यमंत्री ने उन सभी की चिंता को दूर करते हुए अपना वादा निभाया। मुख्यमंत्री जी न केवल अपना वादा निभाया है बल्कि अपनी इच्छा शक्ति से सुशासन को स्थापित करने का कार्य किया है। उप मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री साय के इस ऐतिहासिक निर्णय ने पूरे देश में मिसाल कायम की है।
इस अवसर पर युवाओं ने कहा कि नौकरी जाने के बाद वे अपने भविष्य को लेकर गहरी आशंका में थे और लगातार मानसिक पीड़ा झेल रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री साय की संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता ने उन्हें संबल दिया। शिक्षकों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने हर बार उनकी बात सुनी और भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने हमसे वादा किया था कि हमारे बेटे-बेटियों का भविष्य सुरक्षित किया जाएगा और आज उन्होंने अपना वादा निभाकर एक अभिभावक की जिम्मेदारी पूरी की है। प्रतिनिधिमंडल में शामिल युवा शिक्षकों ने कहा कि मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में सरकार ने वास्तव में सुशासन और संवेदनशीलता का परिचय दिया है। हमें गर्व है कि आज हमारे प्रदेश में ऐसी सरकार है जो हमारी पीड़ा को समझती है और संवेदनशीलता के साथ हमारी समस्याओं का समाधान करती है।
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CG Cabinet: बर्खास्त 2,621 बीएड शिक्षक होंगे बहाल, सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद पर मिलेगी नियुक्ति

Raipur: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित कैबिनेट की बैठक में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। राज्य सरकार ने बर्खास्त बीएड शिक्षकों के हित में बड़ा फैसला लेते हुए उन्हें फिर से बहाल करने का फैसला किया है। कैबिनेट ने सीधी भर्ती 2023 में नियुक्ति उपरांत सेवा समाप्त किये गये 2621 बी.एड. अर्हताधारी सहायक शिक्षकों के हित में महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए उनको अंतर्विभागीय समिति की अनुशंसा अनुसार सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद पर समायोजन करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग को अधिकृत किया गया है।
अंतर्विभागीय समिति की अनुशंसा अनुसार हटाये गए बी.एड अर्हताधारी 2621 सहायक शिक्षकों को सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के राज्य में रिक्त 4,422 पदों में समायोजित किया जाएगा। समायोजन गैर विज्ञापित पदों पर किया जाएगा। कला/विज्ञान संकाय से 12वीं उत्तीर्ण सहायक शिक्षकों को निर्धारित अर्हता (12वीं गणित/विज्ञान) पूर्ण करने हेतु 3 वर्ष की अनुमति दी जाएगी।
अभ्यर्थियों को प्रयोगशाला कार्य के संबंध में एस.सी.ई.आर.टी. के माध्यम से दो माह का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। अन्य पिछड़ा वर्ग के शेष 355 अभ्यर्थियों के लिए सांख्येत्तर पदों का सृजन किया जाएगा। समायोजन के लिए जिलों की प्राथमिकता में पहले राज्य के अनुसूचित क्षेत्र के जिलों के रिक्त पदों में उसके पश्चात सीमावर्ती जिलों के रिक्त पदों पर तत्पश्चात अन्य जिलों में समायोजन किया जाएगा।
‘मुख्यमंत्री ग्रामीण बस सुविधा योजना’ होगी शुरू
मंत्रिपरिषद द्वारा छत्तीसगढ राज्य के सुदूर अनुसूचित एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जहां यात्री परिवहन की सुविधा कम है, वहां आम जनता को सुलभ परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के लिए ‘‘मुख्यमंत्री ग्रामीण बस सुविधा योजना‘‘ शुरू करने का अहम निर्णय लिया गया है। इस योजना के तहत हल्के/मध्यम परिवहन मोटरयान 18 से 42 बैठक क्षमता (चालक को छोड़कर) के वाहन को अनुज्ञा पत्र और सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। नवीन ग्रामीण मार्गाें के विनिर्धारण के लिए राज्य एवं जिला स्तर पर समिति का गठन किया जाएगा।
अनुज्ञा का लाभ छत्तीसगढ़ राज्य के स्थानीय निवासियों को मिलेगा, जिसमें अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, महिलाओं तथा नक्सल प्रभावितों को प्राथमिकता दी जाएगी। लाभार्थियों का चयन निविदा प्रक्रिया से किया जाएगा। इस योजना के तहत संबंधित वाहन स्वामी को ग्रामीण मार्गाें पर वाहनों के संचालन के लिए प्रथम परमिट निर्गमन की तिथि से तीन साल अधिकतम अवधि के लिए मासिक कर में पूर्णतः छूट दी जाएगी।
इस योजना के तहत संचालित विभिन्न श्रेणी के वाहनों को राज्य शासन द्वारा प्रथम वर्ष 26 रूपए प्रति किलोमीटर, द्वितीय वर्ष 24 रूपए प्रति किलोमीटर तथा तृतीय वर्ष 22 रूपए प्रति किलोमीटर विशेष वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इस योजना में दृष्टिहीन, बौद्धिक दिव्यांग, दोनों पैरों से चलने में असमर्थ दिव्यांग, 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक, एड्स से पीड़ित व्यक्तियों को एक परिचारक के साथ किराया में पूरी छूट रहेगी, वहीं नक्सल प्रभावित व्यक्तियों को आधा किराया लगेगा।
नवा रायपुर में होगी State of Art NIELIT की स्थापना
मंत्रिपरिषद द्वारा प्रदेश की तकनीकी शिक्षा को सशक्त बनाने और डिजिटल कौशल को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। जिसके तहत नवा रायपुर अटल नगर में State of Art NIELIT की स्थापना के लिए राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान NIELIT को 10.023 एकड़ भूमि निःशुल्क आवंटित करने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।
राज्य में NIELIT केन्द्र की स्थापना से छत्तीसगढ़ में तकनीकी शिक्षा, डिजिटल कौशल विकास और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा। यह केन्द्र न केवल युवाओं को गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें रोजगार के नये अवसर प्रदान करेगा। इससे छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय स्तर पर तकनीकी शिक्षा के मानचित्र में एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभरेगा।
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