ख़बर मध्यप्रदेश
MP News: पिता के अंतिम संस्कार के बाद काम पर लौटे मुख्यमंत्री डॉ. यादव, विभिन्न घटनाओं पर चर्चा कर फोन पर दिए निर्देश

Ujjain: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ग्वालियर, धार और झाबुआ जिलों में हुई विभिन्न घटनाओं के संबंध में तीनों जिलों के कलेक्टर से फोन पर चर्चा कर जानकारी प्राप्त की और आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्वालियर कलेक्टर से चर्चा कर जयरोग्य अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में आग की घटना की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कलेक्टर को निर्देश दिए कि भविष्य में ऐसी घटना न हो इस संबंध में सतर्कता रखी जाए और समस्त स्टॉफ ड्यूटी पर अलर्ट रहकर अपना काम करे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने झाबुआ जिले में दो बच्चियों के बह जाने की घटना के संबंध में कलेक्टर झाबुआ को बच्चियों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की सहायता राशि देने के निर्देश दिए। इसी तरह उन्होंने धार जिले में डही विकासखंड के ग्राम बड़वानिया में जनजातीय बालक आश्रम परिसर में बारिश के चलते जलभराव से विद्यार्थियों को हुई परेशानी पर कलेक्टर धार से चर्चा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ऐसी घटनाओं का दोहराव न हो, इसके लिए सभी आवश्यक सावधानियां रखी जाएं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा की धार जिले की इस घटना में जिन सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिकों द्वारा बच्चों की जीवन रक्षा के लिए सक्रियता एवं सजगता का परिचय दिया गया उन्हें राज्य सरकार पुरस्कृत और सम्मानित करेगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के पिता का 3 सितंबर मंगलवार को निधन हो गया था। आज बुधवार 4 सितंबर को पिता के अंतिम संस्कार के बाद से ही मुख्यमंत्री डॉ. यादव शोक व्यक्त करने आए नागरिकों विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से भेंट कर राजधर्म का पालन करते हुए प्रदेश की स्थिति पर नजर भी रखे हुए हैं। वे निरंतर प्रशासनिक अधिकारियों से दूरभाष पर चर्चा भी कर रहे हैं।
ख़बर मध्यप्रदेश
MP News: पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह को कांग्रेस ने निकाला, राहुल और रॉबर्ड वॉड्रा के खिलाफ की थी टिप्पणी

Bhopal: कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है। पार्टी की तरफ से मीडिया को दी गई जानकारी के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष ने मध्य प्रदेश के पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है।
राहुल गांधी और रॉबर्ड वॉड्रा के खिलाफ की थी बयानबाजी
बता दें कि पिछले महीने लक्ष्मण सिंह ने पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर, अपनी पार्टी के भीतर एक टिप्पणी से बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। दावा है कि उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा अपरिपक्व हैं। उन्होंने कहा था कि देश उनकी (राहुल) अपरिपक्वता के परिणाम भुगत रहा है।
पांच बार सांसद और तीन बार विधायक रह चुके हैं लक्षमण सिंह
लक्ष्मण सिंह पहली बार 1990 में राज्य विधानसभा के लिए चुने गए थे। वे पहली बार 1994 में राजगढ़ से सांसद बने थे। वे अब तक मध्य प्रदेश से पांच बार सांसद और तीन बार विधायक रह चुके हैं। वे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सीनियर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के भाई भी हैं। लक्ष्मण सिंह एक बार पाला बदलकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए थे और राजगढ़ सीट से 14वीं लोकसभा (2004-2009) के लिए चुने गए। लेकिन वे 15वीं लोकसभा का चुनाव हार गए, जब कांग्रेस ने राजगढ़ निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा को हरा दिया। लक्ष्मण जनवरी 2013 में कांग्रेस में वापस आ गए
ख़बर मध्यप्रदेश
Raja Murder Case: राजा की हत्या के बाद इंदौर आई थी सोनम, प्रेमी के साथ किराए के कमरे में गुजारे थे दिन

Raja Raghuvanshi Murder Case: इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी हत्या मामले के लगातार हर दिन नए-नए राज सामने आ रहे हैं। मेघालय और इंदौर की पुलिस मिलकर राजा रघुवंशी हत्याकांड की एक-एक कड़ी जोड़ने में लगी है। अब पुलिस का कहना है कि पति राजा की हत्या के बाद सोनम रघुवंशी 25 मई 2025 को शिलॉन्ग से सिलीगुड़ी के रास्ते ट्रेन से इंदौर पहुंची थी। यहां वह अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ एक किराए के कमरे में ठहरी थी। इसके बाद सोनम को एक ड्राइवर ने वाराणसी में छोड़ा था, जहां से वह गाजीपुर पहुंची थी।
चार-पांच महीने के प्रेम प्रसंग में ही हत्या की योजना बनाई
जांच में ये सामने आया है कि सोनम और राज कुशवाहा का प्रेम प्रसंग सिर्फ चार-पांच महीने ही पुराना था। राज ने कबूल किया कि सोनम अपने पिता के हार्ट पेशेंट होने के चलते उससे लव मैरिज नहीं कर पा रही थी। पिता समाज में शादी करना चाहते थे, इसलिए उसने राजा से मजबूरी में शादी को हां कर ली थी। हालांकि उसके दिमाग में ये प्लान पहले ही तैयार हो गया था कि शादी के बाद राजा को मारकर राज के साथ रहने लगेगी। सोनम ने राज से कहा था कि जब मैं विधवा हो जाऊंगी, फिर तुम मुझसे शादी कर लेना। तब मेरे परिवार वाले भी हमारी शादी के लिए मान जाएंगे।
राजा से शादी के 5 दिन बाद सोनम ने बनाया फाइनल प्लान
राजा रघुवंशी और सोनम की 11 मई को शादी हुई। दोनों के परिवार शादी से बहुत खुश थे। सोनम भी राजा रघुवंशी के परिवार से घुल मिल गई और कभी अपनी साजिश का शक नहीं होने दिया। 16 मई को सुपर कॉरिडोर के कैफे में राजा की हत्या की साजिश रची गई। प्रेमी राज ने दोस्त विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को प्लान में अपने साथ में लिया। उसी रात छह घंटे तक फोन पर सोनम को हत्या की पूरी योजना समझाई गई। हत्या के पहले राज ने आरोपियों को 50 हजार, एक कीपैड, एक एंड्रॉइड मोबाइल और नई सिम दिलाई। इन सब चीजों के लिए पैसे की व्यवस्था सोनम ने ही की। इसी नंबर और फोन से सोनम शिलांग जाने के बाद तीनों के संपर्क में रही थी।
हनीमून की कोई भी तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट न करना भी बना शक की वजह
पुलिस की जांच में ये भी सामने आया है कि सोनम ने हनीमून के दौरान की कोई भी तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं की थी। ये बात भी पुलिस को सामान्य नहीं लग रही थी। क्योंकि आमतौर पर कपल हनीमून के दौरान की फोटो को सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं। जानकारी के मुताबिक हत्या के समय सोनम ने आरोपियों को 15 हजार रुपए दिए। इस पर आरोपियों ने नाराजगी जताई, तो सोनम ने जल्द ही पूरा पैसा देने का वादा किया। यह 15 हजार रुपए भी सोनम ने राजा के पर्स में से निकालकर ही दिए थे। इसके बाद आरोपी राजा और सोनम की एक्टिवा 25 किमी दूर छोड़ आए और सोनम ने फोन तोड़कर फेंक दिए।
ख़बर मध्यप्रदेश
MP Cabinet: प्रदेश की 20,600 सुदूर बसाहटों को मुख्य सड़क से जोड़ा जाएगा, 30,900 किमी सड़क का होगा निर्माण

Bhopal: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक मंगलवार को मंत्रालय में संपन्न हुई। मंत्रि-परिषद द्वारा मुख्यमंत्री मजरा-टोला सड़क योजना अंतर्गत प्रदेश के सुदूर बसाहटों मजरा/टोला/धोनी/पुरा इत्यादि को बारहमासी संपर्कता प्रदान करने 21 हजार 630 करोड़ रुपए की सैद्धांतिक स्वीकृति दी गई। स्वीकृति अनुसार योजना का क्रियान्वयन 2 चरणों में किया जायेगा। वित्तीय वर्ष 2025-26 से 2029-30 तक पहले चरण एवं वित्तीय वर्ष 2030-31 से 2034-35 तक दूसरे चरण में कुल अनुमानित 30 हजार 900 कि.मी. मार्ग का निर्माण होगा। योजना का क्रियान्वयन राज्य मद से किया जायेगा। योजना के संबंध में मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण की साधिकार समिति को निर्णय लिये जाने के लिए अधिकृत किया गया है।
स्वीकृति अनुसार न्यूनतम 20 आवास और 100 से अधिक जनसंख्या वाले 6 हजार वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्रफल वाले ऐसे क्षेत्र, जिसके 50 मीटर की दूरी में पूर्व से बारहमासी सड़क न हो, को बसाहट के अंतर्गत लिया जायेगा। इसके लिए बसाहट की जनसंख्या के घटते क्रम में विधानसभा क्षेत्रवार प्राथमिकता सूची तैयार की जायेगी। सांसद, क्षेत्रीय विधायक और जिला पंचायत सदस्यों के परामर्श पर ग्रामीणजनों की स्थानीय आवश्यकता जैसे – सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि के आधार पर बसाहटों की प्राथमिकता में कलेक्टर द्वारा लिपिबद्ध कारणों से सूची में परिवर्तन किया जा सकेगा। अंतिम प्राथमिकता सूची का राज्य स्तर पर प्रकाशन किया जायेगा। योजना अंतर्गत 20 हजार 600 बसाहटों को मुख्य मार्ग से जोड़ने के लिए लगभग 30 हजार 900 किलोमीटर मार्ग का निर्माण किया जायेगा।
प्रदेश के बाहर से आयातित तुअर पर मंडी फीस से पूर्णतः छूट दिए जाने का निर्णय
मंत्रि-परिषद द्वारा प्रदेश में तुअर दाल उद्योगों की आवश्यकता को देखते हुए प्रदेश में बाहर से आयातित तुअर पर मंडी शुल्क से पूर्णतः छूट दिए जाने का निर्णय लिया गया। छूट दिए जाने से प्रदेश में तुअर दाल की पर्याप्त उपलब्धता होगी। साथ ही परिवहन बढेगा और रोजगार में वृद्धि होगी।
झाबुआ, सिंगरौली, देवास, नर्मदापुरम में वर्किंग वूमन हॉस्टल निर्माण का सैद्धांतिक अनुमोदन
मंत्रि-परिषद द्वारा झाबुआ, सिंगरौली, देवास और नर्मदापुरम में कामकाजी महिलाओं के जीवन को आसान बनाने के उद्देश्य से SASCI (स्पेशल असिस्टेंस टू स्टेट्स फॉर कैपिटल इनवेस्टमेंट) 2024-25 योजना अंतर्गत स्वीकृत 350 सीट्स की क्षमता वाले 4 वर्किंग वूमन हॉस्टल के निर्माण का सैद्धांतिक अनुमोदन दिया गया है। योजना पी.पी.पी मोड में संचालित की जायेगी। योजना पर 40 करोड़ 59 लाख रुपए खर्च होंगे।
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में ”जिला विकास सलाहकार समिति” के गठन की स्वीकृति
मंत्रि-परिषद द्वारा जिले के विकास योजना के लिए रोडमेप तैयार करने और जिले की दीर्घकालीन विकास योजनाएं बनाने के लिए सभी जिलों में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में “जिला विकास सलाहकार समिति” का गठन किये जाने का अनुमोदन दिया गया। उल्लेखनीय है कि वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट भाषण में मध्यप्रदेश के समस्त जिलों में जिला विकास सलाहकार समिति का गठन किये जाने संबंधी निर्देश दिये गये थे।जिला विकास सलाहकार समिति में जिले के प्रभारी मंत्री उपाध्यक्ष होंगे। सांसद, जिले के समस्त विधायक, जिला मुख्यालय के महापौर या नगरपालिका अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष, जिले के सभी जनपद अध्यक्ष के साथ उद्योग, व्यापार, प्रगतिशील किसान, समाज सेवी, चिकित्सा, विधि आदि क्षेत्रों के 20 प्रतिनिधियों को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। कलेक्टर समिति के सदस्य सचिव होंगे।
समिति के उद्देश्यों में जिले की जनता, जनप्रतिनिधियों व अन्य हितधारकों की जरूरतों और सुझावों के अनुसार जिले के दीर्घकालीन विकास की योजनाएं बनाना है। साथ ही समिति जिले के परंपरागत कौशल को चिन्हित कर प्रधानमंत्री के वोकल फॉर लोकल” के सिद्धांत के दृष्टिगत उन्हें राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देते हुए जिले की समृद्धि का रोडमैप तैयार करेगी। जिले की स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए शासकीय योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू करने के सुझावों पर समिति विचार करेगी।
जिले में स्थानीय प्रयासों से प्रचलित नवाचारों को एक योजना के रूप में मूर्त रूप देना। जिले में रोजगार सृजन एवं विकसित मध्यप्रदेश के लक्ष्यों के संबंध में सुझाव, उद्योग, व्यापार, जल संरचनाओं के संरक्षण, निर्यात, कृषि, खनिज आदि क्षेत्रों में जिले की कार्ययोजना के लिए सुझाव देना शामिल है।
एमबीबीएस के लिये मेधावी विद्यार्थियों को शुल्क प्रतिपूर्ति के रूप में दी जायेगी छात्रवृत्ति
मंत्रि-परिषद ने एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिये मध्यप्रदेश के शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में निर्धारित अधिकतम शुल्क की राशि के समरूप राशि को मेधावी विद्यार्थियों को शुल्क प्रतिपूर्ति के रूप में छात्रवृत्ति दिए जाने की स्वीकृति दी है। यह अतिरिक्त शुल्क की पूर्ण प्रतिपूर्ति के लिये आवश्यक शेष धनराशि योजनातर्गत विद्यार्थियों को ब्याज रहित ऋण के रूप में शासन द्वारा दी जाएगी। मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजनांतर्गत एमबीबीएस पाठ्यक्रम में लाभ के लिये NEET परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक डेढ़ लाख (1.5 लाख) के अंतर्गत प्राप्त करने वाले विद्यार्थी ही पात्र होंगे। मध्यप्रदेश के मूल निवासी विद्यार्थियों को NEET परीक्षा के माध्यम से मध्यप्रदेश के शासकीय एवं निजी चिकित्सा महाविद्यालयों/विश्वविद्यालयों और केंद्र सरकार के सभी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों/विश्वविद्यालयों के एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश प्राप्त करने पर यह लाभ दिया जा सकेगा। यह व्यवस्था शैक्षणिक सत्र 2025-26 से प्रवेशित विद्यार्थियों पर प्रभावशील होगी।
उल्लेखनीय है कि पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद आगामी 5 वर्षों के लिये राज्य शासन द्वारा निर्धारित ग्रामीण क्षेत्र में कार्य करने पर सेवाकाल के अनुपात में ऋण की अतिशेष राशि को कम माना जा सकेगा। निर्णयानुसार ढाई वर्ष कार्य करने पर 50 प्रतिशत ऋण भुगतान किया हुआ माना जाएगा। पांच वर्ष की सेवा के बाद अतिदेय राशि को शून्य मान्य किया जा सकेगा। पांच वर्ष की ग्रामीण क्षेत्र की कार्य करने की सेवा संबंधी शर्त पूरी नहीं करने की स्थिति में अनुपातिक रूप से शेष ऋण की राशि शासन को वापस किया जाना आवश्यक होगा।
योजना के क्रियान्वयन में सही एवं पात्र हितग्राहियों को लाभ प्राप्त हो सके, इसके लिये योजना के पोर्टल अन्य समान योजनाओं के पोर्टल से समन्वित किए जाएंगे। इसके हितग्राही मध्यप्रदेश में ही 5 वर्ष के लिए कार्य करें, यह सुनिश्चित करने के लिए लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। स्व-प्रमाणीकरण से आय के प्रमाणन के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश सामान्य प्रशासन विभाग एवं वित्त विभाग के साथ समन्वय कर तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार विभाग द्वारा जारी किए जाएंगे।
ख़बर मध्यप्रदेश
Indore Couple Missing: राजा रघुवंशी की कातिल निकली पत्नी सोनम, यूपी के गाजीपुर में किया सरेंडर

Indore Couple Missing: इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की शिलांग में हत्या के बाद लापता उनकी पत्नी सोनम ही उसकी हत्या की मास्टर माइंड निकली है। सोनम ने ही सुपारी देकर शिलांग में अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या कराई थी। सोनम को उसके लापता होने के 17 दिन बाद उत्तरप्रदेश के गाजीपुर से बरामद कर लिया गया है। मेघालय डीजीपी आई नोंगरांग ने दावा किया कि पत्नी (सोनम) ने ही पेशेवर हत्यारों को सुपारी देकर मर्डर कराया।
डीजीपी नोंगरांग ने मामले का खुलासा करते हुए सोमवार सुबह बताया कि हत्या के सिलसिले में पत्नी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति को उत्तर प्रदेश से पकड़ा गया, जबकि दो अन्य आरोपियों को एसआईटी ने इंदौर से पकड़ा। डीजीपी नोंग्रांग ने बताया कि इंदौर के पर्यटक राजा रघुवंशी की हत्या मेघालय में हनीमून के दौरान उनकी पत्नी की ओर किराए पर बुलाए गए लोगों ने की। उन्होंने बताया कि पत्नी सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है, जबकि तीन अन्य हमलावरों को रात भर की छापेमारी में गिरफ्तार किया गया।
इससे पहले मध्य प्रदेश के इंदौर से हनीमून मनाने के लिए मेघालय पहुंचे एक जोड़े के लापता होने का मामला काफी दिनों से चर्चा में था। 23 मई को जब यह जोड़ा लापता हुआ, तब माना जा रहा था कि मेघालय के सोहरा क्षेत्र में घने जंगलों और कम आबादी की वजह से पति-पत्नी किसी अपराधिक वारदात का शिकार बन गए होंगे। इसके बाद लापता युवक राजा का शव दो जून (सोमवार) को 150 फीट गहरी खाई में मिला था। जबकि सोनम का कोई सुराग नहीं मिला था।
बीते दिनों मामले में एक महत्वपूर्ण खुलासा हुआ था। दरअसल, एक पर्यटक गाइड ने दावा किया था कि जिस दिन यह जोड़ा लापता हुआ, उस दिन उनके साथ तीन अन्य युवक भी थे। मावलाखियात के गाइड अल्बर्ट पैड ने बताया था कि उन्होंने दंपती को तीन पुरुष पर्यटकों के साथ 23 मई को सुबह 10 बजे के आसपास नोंग्रियात से मावलाखियात तक 3,000 से अधिक सीढ़ियां चढ़ते हुए देखा था। अल्बर्ट ने कहा था कि वह इंदौर के दंपती को पहचानते हैं, क्योंकि उन्होंने एक दिन पहले उन्हें नोंग्रियात तक चढ़ने के लिए अपनी सेवाएं देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था और एक अन्य गाइड को किराये पर कर लिया था।
गाइड अल्बर्ट पैड ने बताया था कि चारों पुरुष आगे चल रहे थे, जबकि महिला पीछे थी। चारों पुरुष हिंदी में बातचीत कर रहे थे, लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि वे क्या बोल रहे थे, क्योंकि मैं केवल खासी और अंग्रेजी ही जानता हूं। उन्होंने बताया कि उन लोगों ने शिपारा होमस्टे में रात बिताई और अगले दिन बिना गाइड के ही लौट आए। अल्बर्ट ने दावा किया था कि जब मैं मावलाखियात पहुंचा, उनका स्कूटर वहां नहीं था। इंदौर के दंपती का किराये का स्कूटर मावलाखियात के पार्किंग स्थल से कई किलोमीटर दूर सोहरारिम में पाया गया और उसमें चाबी लगी हुई थीं।
ख़बर मध्यप्रदेश
MP News: मुख्यमंत्री ने सीहोर में एक बार फिर कहा, ‘लाड़ली बहनों की राशि 3000 तक बढ़ाएंगे’

Sehore/Mandala: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर में आयोजित कार्यक्रम में 113 करोड़ 45 लाख 59 हजार रुपए के विकास एवं निर्माण कार्यों का लोकार्पण तथा भूमि-पूजन किया। इस अवसर पर उन्होंने पीएम आवास, कल्याणी पेंशन, परिवार सहायता, संबल, दिव्यांग विवाह प्रोत्साहन योजना सहित विभिन्न योजनाओं के लाभान्वित हितग्राहियों को योजनाओं के स्वीकृति-पत्र भी प्रदान किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सीहोर नगर पालिका को विकास कार्यों के लिए 50 करोड़ रुपए देने की घोषणा की।
पूर्व सीएम शिवराज की योजनाएं और विकास कार्य जारी रहेंगे- मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सीहोर की यह पावन धरती वर्ष 1857 में हुए स्वतंत्रता संग्राम के क्रांति बिगुल की साक्षी है। जिस प्रकार जलियांवाला बाग में स्वतंत्रता के लिए क्रांतिकारियों ने अपने प्राण न्यौछावर किए, उसी प्रकार इस पावन धरती पर 356 क्रांतिकारियों ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान ने मुख्यमंत्री रहते हुए जो योजनाएं और विकास के कार्य प्रारंभ किए, उन्हें आगे भी निरंतर जारी रखा जाएगा। प्रदेश की लाड़ली बहनों के सशक्तिकरण के लिए बनी योजना की राशि को तीन हजार रुपए तक बढ़ाया जाएगा।
मंडला जिले के कुंडम में 1400 करोड़ की लागत से बनेगा गौमुख जलाशय: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र कुंडम में जबलपुर और मंडला जिले के किसानों को बड़ी सौगात दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कुंडम के समीप ग्राम छपरा में सांदीपनिविद्यालय और आईटीआई का लोकार्पण करने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए 1400 करोड़ रुपए की लागत से गौमुख जलाशय बनाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गौमुख जलाशय से 25 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी। जलाशय से जबलपुर जिले के 14 हजार 900 और मंडला जिले के 10 हजार 100 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई संभावित है।
- ख़बर देश14 hours ago
Ahmedabad Plane Crash: हादसे में अब तक 297 शव मिले, विमान सवार 241 समेत 56 अन्य की मौत
- ख़बर दुनिया17 hours ago
Israel: इजराइल ने ईरान पर किया बड़ा हवाई हमला, ईरान के सेना प्रमुख समेत कई टॉप कमांडर मारे गए
- ख़बर यूपी / बिहार8 hours ago
UP News: परिषदीय स्कूलों में इतने दिन बढ़ाई गई छुट्टियां, भीषण गर्मी के चलते लिया गया फैसला
- ख़बर छत्तीसगढ़5 hours ago
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में 16 जून से शुरू होगा शाला प्रवेश उत्सव, CM साय ने की सहभागिता की अपील
- ख़बर छत्तीसगढ़9 hours ago
Chhattisgarh: राज्य के लाखों पेंशनरों को बड़ी राहत, डिजीलॉकर में उपलब्ध होंगे महत्वपूर्ण दस्तावेज