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बेरोजगारों के लिए खुशख़बरी, मध्यप्रदेश में जल्द होगी एक लाख पदों पर भर्ती
भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रोजगार है। राज्य सरकार कुछ ही दिनों में 1 लाख पदों पर भर्ती प्रक्रिया आरंभ कर रही है। मुख्यमंत्री चौहान भोपाल के अचारपुरा औद्योगिक क्षेत्र में गोकुलदास एक्सपोर्ट्स लिमिटेड की रेडीमेड गारमेंट्स इकाई के भूमि-पूजन कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा राज्य सरकार द्वारा रोजगार के अवसर सृजित करने के साथ उद्यमिता, स्व-रोजगार को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। निजी क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। इसे देखते हुए प्रदेश में औद्योगिक विकास और औद्योगिक निवेश की गति को तेज किया गया है।
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ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में प्रदेश ने लगाई लम्बी छलांग
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश ने ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में लम्बी छलांग लगाई है। प्रदेश अब देश में चौथे स्थान पर है। हमारा प्रयास है कि अगली रैंकिंग में मध्यप्रदेश का नाम टॉप तीन में हो। प्रदेश में उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहित करने के लिए “स्टार्ट योर बिजनेस इन थर्टी डेज” जैसे कदम उठाए गए हैं। उद्योग स्थापना से संबंधित सभी गतिविधियाँ सिंगल विंडो से संचालित की जा रही हैं।
प्रदेश में विकसित होंगे 13 क्लस्टर
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों के क्लस्टर आधारित विस्तार को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत प्रदेश में फर्नीचर, खिलौना, टेक्सटाईल, फूड प्रोसेसिंग, एग्रीकल्चर, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, नमकीन, इंजीनियरिंग आदि विभिन्न क्षेत्रों में 13 क्लस्टर विकसित किए जाएंगे। ग्रामोद्योग उत्पादों की राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग और मार्केटिंग का कार्य निरंतर जारी है।
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MP News: ऊर्जा विभाग के पदों के लिए परीक्षा मार्च में, सिलेबस एक सप्ताह में अपलोड होगा
Bhopal: मध्यप्रदेश ऊर्जा विभाग के अधीन विभिन्न छः बिजली कंपनियों में 2573 पदों के लिए हो रही भर्ती के लिए परीक्षा मार्च 2025 में कराने की तैयारी हैं। इसकी तिथि समय रहते घोषित कर दी जाएगी। भर्ती प्रक्रिया की नोडल कंपनी मप्रपक्षेविविकं इंदौर की प्रबंध निदेशक रजनी सिंह ने बताया कि परीक्षा एमपी ऑन लाइन द्वारा ली जाना हैं। इसके फार्म 24 दिसंबर से ऑनलाइन लिए जाएंगे, सभी फार्म जमा होने के उपरांत परीक्षा तिथि की विधिवत घोषणा कर दी जाएगी। प्रबंध निदेशक रजनी सिंह ने बताया कि कंपनी के अधिकारी एमपी ऑन लाइन की टीम से सतत संपर्क में हैं, परीक्षाओं को लेकर जारी सिलेबस भी आगामी एक सप्ताह में वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा।
तकनीकी पदों के लिए विषय आधारित और सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे जाएंगे, वहीं गैर तकनीकी पदों के लिए सामान्य ज्ञान आधारित प्रश्न पूछे जाएंगे। जिन पदों पर भर्ती हो रही हैं, उनमें कार्यालय सहायक श्रेणी – 3, लाईन परिचालक (वितरण), सुरक्षा उप निरीक्षक, कनिष्ठ अभियंता (संयंत्र) मैकेनिकल, कनिष्ठ अभियंता (संयंत्र) इलेक्ट्रॉनिक, कनिष्ठ अभियंता/सहायक प्रबंधक (सिविल), कनिष्ठ अभियंता/सहायक प्रबंधक ( ट्रांस./वितरण/संयंत्र-इलेक्ट्रिकल) सहायक विधि अधिकारी/ विधि सहायक आदि शामिल हैं।
साथ ही सहायक प्रबंधक (मा.सं.), सहायक प्रबंधक (सू. प्रौ.), संयंत्र सहायक- मैकेनिकल, संयंत्र सहायक (इलेक्ट्रिकल), औषधि संयोजक, भंडार सहायक, कनिष्ठ शीघ्र लेखक, एएनएम, ड्रेसर (पट्टी बंधक), स्टाफ नर्स, लैब टेक्नीशियन, रेडियोग्राफर, ईसीजी टेक्नीशियन, अग्निशामक, सुरक्षा सैनिक, प्रोग्रामर, कल्याण सहायक, सिविल परिचारक इत्यादि शामिल हैं। विस्तृत जानकारी मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की वेबसाइट mpwz.co.in पर जाकर कैरिअर लिंक पर अथवा www.mponline.gov.in से प्राप्त की जा सकती है।
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Geeta Jayati: सामूहिक गीता पाठ का बना वर्ल्ड रिकॉर्ड, प्रतिभागियों ने एक साथ पढ़ा तीसरा अध्याय
Geeta Jayati: गीता जयंती के मौके पर बुधवार को राजधानी भोपाल में गीता के तीसरे अध्याय ‘कर्म योग’ का सस्वर सामूहिक पाठ का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना। भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में 7 हजार प्रतिभागियों ने सामूहिक गीता पाठ किया। इनमें 3721 आचार्य और बटुक शामिल थे। गीता पाठ सुबह करीब साढे़ 11 बजे शुरू होकर 9 मिनट तक चला। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के एजुकेटर विश्वनाथ ने विश्व रिकार्ड की घोषणा की। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी मौजूद रहे। इस दौरान सीएम ने प्रदेश की 1.28 करोड़ लाड़ली बहनों के बैंक खातों में सिंगल क्लिक से 1250 रुपए ट्रांसफर किए। 55 लाख सामाजिक सुरक्षा पेंशन हितग्राहियों को भी 334 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, ‘5 हजार साल पहले जो रिकॉर्ड बना था, उस समय गिनीज बुक नहीं थी। लेकिन उस समय भगवान के मुखारबिंद से निकले एक-एक शब्द लिपिबद्ध हुए थे। आज एमपी नहीं, दुनिया के अंदर पहली बार भगवान के मुंह से निकली गीता के पाठ का रिकॉर्ड बना है। आने वाले समय में इससे बड़ा कार्यक्रम कोई और करे तो हम आनंद में डूबेंगे।’
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के दिन हमने गीता जयंती का उत्सव मनाया, आज के दिन ही भगवान ने स्वयं को सांदीपनि आश्रम में शिक्षार्थी के रूप में रखकर शिक्षा ग्रहण की थी। चारों वेद, 18 पुराण, 64 कलाएं…सबका निचोड़ समाज को देने का प्रयास किया। आजकल गूगल के सर्च इंजन के माध्यम से दुनिया में सबसे ज्यादा जिस पुस्तक के बारे में लोग जानकारी जानना चाहते हैं, वह हमारी पवित्र गीता जी हैं।
QR कोड से हुई प्रतिभागियों की काउंटिंग
वर्ल्ड रिकॉर्ड का हिस्सा बनने मोतीलाल नेहरू स्टेडियम के ग्राउंड पर आए हर आचार्य और प्रतिभागी के हाथ में एक विशेष बैंड पहनाया गया था। इस बैंड में एक QR कोड था, इसी से गीता पाठ करने वाले प्रतिभागियों की काउंटिंग की गई। इस मौके पर बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं भी मौजूद रहीं। सामूहिक गीता पाठ में शामिल हुए आचार्यों, बटुकों सहित सभी प्रतिभागियों के बैंक खातों में प्रदेश सरकार की ओर से ढाई-ढाई हजार रुपए की राशि डाली जाएगी।
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MP Cabinet: बिजली कंपनियों को घाटे से उबरने सरकार देगी 6000 करोड़, स्मार्ट मीटर के काम में आएगी तेजी
Bhopal: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक मंगलवार शाम को मंत्रालय में सम्पन्न हुई। कैबिनेट में रिवेम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के अंतर्गत विद्युत वितरण कम्पनियों को राज्यांश 40% राशि लगभग 6 हजार करोड़ रुपए ऋण के स्थान पर अंशपूंजी/अनुदान के रूप में प्रदान करने की स्वीकृति दी गयी है। निर्णय अनुसार राज्य की विद्युत वितरण कंपनियों को वितरण अधोसंरचना के उन्नयन, वितरण हानियों में कमी तथा वितरण प्रणाली सुदृढीकरण एवं आधुनिकीकरण से संबंधित बुनियादी अधोसंरचना के निर्माण/विकास कार्यों के लिए राज्यांश की राशि ऋण के स्थान पर राज्य शासन द्वारा अंश पूंजी के रूप में प्रदान की जायेगी। योजनांतर्गत वितरण कंपनियों को अद्यतन ऋण के रूप में दिये गये राज्यांश को भी अंश पूंजी में परिवर्तित किया जायेगा। योजनांतर्गत केन्द्रांश पर देय एसजीएसटी की राशि भी राज्य शासन द्वारा वितरण कंपनियों को अनुदान के रूप में उपलब्ध करवाई जाएगी। इससे प्रदेश में स्थापित होने वाले स्मार्ट मीटर के कार्य में तेजी आयेगी।
उल्लेखनीय है कि उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण व विश्वसनीय विद्युत आपूर्ति के उद्देश्य से वित्तीय रूप से साध्य एवं परिचालन में दक्ष वितरण क्षेत्र विकसित करने के लिए “रिवेम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (RDSS) लागू की गयी है। योजना में केन्द्र सरकार द्वारा विद्युत वितरण कंपनियों को प्री-पेड स्मार्ट मीटर व सिस्टम मीटरिंग के लिए 15% राशि और विद्युत अधोसंरचनात्मक विकास के लिए 60% राशि अनुदान के रूप में प्रदान किये जाने का प्रावधान है। शेष 40 प्रतिशत राशि राज्य शासन द्वारा अंश पूंजी के रूप में प्रदान की जायेगी।
मंत्रि-परिषद द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में प्रदेश में उपार्जित धान की मिलिंग के लिए दी जाने वाली प्रोत्साहन और अपग्रेडेशन राशि की स्वीकृति दी है। निर्णय अनुसार मिलिंग राशि 10 रूपये प्रति क्विंटल और प्रोत्साहन राशि 50 रूपये प्रति क्विंटल प्रदाय की जायेगी। साथ ही 20 % परिदान एफ.सी.आई को करने पर 40 रूपये और 40 % परिदान एफ.सी.आई को करने पर 120 रूपये प्रति क्विंटल अपग्रेडेशन राशि प्रदाय की जायेगी। इससे किसानों से उपार्जित धान की मिलिंग में तेजी आयेगी। सार्वजनिक वितरण प्रणाली एवं अन्य कल्याणकारी योजनाओं अंतर्गत चावल की आपूर्ति सुनिश्चित किये जाने के साथ राज्य की आवश्यकता के अतिरिक्त अतिशेष चावल की मात्रा को केंद्रीय पूल में त्वरित गति से परिदान किया जायेगा।
कैबिनेट द्वारा केन्द्र प्रवर्तित योजना ‘प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पी.एम. उषा)’ के संचालन की सैद्धांतिक सहमति दी गयी है। उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार, शिक्षा मंत्रालय, उच्चतर शिक्षा विभाग, द्वारा वर्ष 2013 से राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) चरण 1.0 एवं रूसा चरण 2.0 केंद्र प्रवर्तित योजना के रूप में लागू कर प्रारम्भ की गई थी। योजना में प्रदेश के उच्च शैक्षणिक संस्थानों को चरणबद्ध तरीके से वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। पी.एम. उषा योजना को 4 घटकों पर केन्द्रित किया गया है। जिसमें बहुसंकायी शिक्षा एवं शोध विश्र्वविद्यालय, विश्र्वविद्यालय के सुदृढ़ीकरण के लिए अनुदान, महाविद्यालयों के सुदृढ़ीकरण के लिए अनुदान और लैंगिक समावेशिता एवं साम्यता पहल शामिल है।
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MP News: मध्यप्रदेश में कांग्रेस जिला स्तर पर करेगी बड़ा बदलाव, पीसीसी चीफ पटवारी ने मांगी रिपोर्ट
Bhopal: कांग्रेस ने एमपी में प्रदेश स्तरीय कार्यकारिणी घोषित करने के बाद अब जिला, ब्लॉक स्तर पर बदलाव की तैयारी तेज कर दी है। आने वाले दिनों में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। जिलों में संगठन की कमान नए चेहरों दी जाएगी। यह बदलाव अगले दो महीने में किया जाएगा। पीसीसी चीफ इसे लेकर तैयारी शुरू कर दिया है। एक दिन पहले जिला और सहप्रभारियों की बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बताया है।
पीसीसी चीफ पटवारी ने प्रभारियों से मांगी रिपोर्ट
पीसीसी में अयोजित बैठक में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रभारियों से 25 दिसंबर तक अपनी रिपोर्ट पेश करने को कहा है। साथ में जिले और ब्लॉक अध्यक्षों के लिए नाम भी मांगे हैं। जानकारी से मुताबिक प्रभारियों और सह प्रभारियों ने जिलों का फीड बैंक रखा दिया। इसमें सामने आया कि निचले स्तर पर संगठन में बड़े बदलाव की जरूरत है। सुझाव दिया गया कि जिले से लेकर ब्लॉक तक नए चेहरों को कमान सौंपी जाए।
मोहल्ला और वार्ड कमेटियों का गठन करने के निर्देश
पीसीसी चीफ पटवारी अपनी टीम में काम करने वाले कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दे रहे हैं। प्रदेश कार्यकारिणी में भी इसका विशेष ख्याल रखा गया है। अब बैठक में जीतू पटवारी ने कहा कि जिन जिलों में संगठन निष्क्रिय हैं, वहां नए लोगों को मौका दिया जाएगा। ऐसे लोगों के नाम तय किए जाएं, जो सक्रिय हों और कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चल सके। जो जिला और ब्लॉक अध्यक्ष सक्रियता से काम कर रहे हैं, उन्हें फिर से मौका दिया जाए। सभी के नामों की घोषणा दोबारा की जाएगी। उन्होंने मोहल्ला और वार्ड कमेटियों का गठन करने के निर्देश भी दिए हैं।
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MP Board: बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए सैंपल पेपर अपलोड, इस बार छोटे प्रश्न ज्यादा आएंगे
Bhopal: मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की 25 फरवरी से शुरू हो रही परीक्षाओं की तैयारी जोरों पर है। कमजोर विद्यार्थियों के लिए स्कूलों में अलग से कक्षाएं लगाई जा रही हैं। वहीं छुट्टी के दिन भी विद्यार्थियों को बुलाकर तैयारी करवाई जा रही है। एमपी बोर्ड ने इस वर्ष होने वाली परीक्षाओं के सैंपल पेपर वेबसाइट पर अपलोड कर दिए हैं। विद्यार्थियों को तैयारी करने के लिए करीब ढाई माह का समय शेष है।खास बात यह है कि इस बार दो अंक के छोटे प्रश्नों की संख्या ज्यादा होगी। वस्तुनिष्ट प्रश्न 30 अंक के होंगे, जबकि दीर्घउत्तरीय बड़े प्रश्नों की संख्या कम होगी। इसी हिसाब से स्कूलों में सैंपल पेपर से तैयारी कराने के निर्देश दिए गए हैं। 10वीं का प्रश्नपत्र 75 अंक का और आंतरिक मूल्यांकन 25 अंक का होगा। वहीं 12वीं का प्रैक्टिकल वाले विषयों का पेपर 70 अंक का और 20 अंक का आंतरिक मूल्यांकन होगा। नान प्रैक्टिकल वाले विषयों का पेपर 80 अंक का होगा।
यह बदलाव भी किए गए
एमपी बोर्ड जुलाई में सभी विषयों के चैप्टरों का समूह बनाकर अंक योजना जारी कर चुका है। माशिमं की 10वीं व 12वीं परीक्षा में पिछले साल तक विषयवार चैप्टरों के अनुसार अंक योजना निर्धारित की थी। इसमें बताया गया था कि किस विषय का कौन सा चैप्टर से कितने अंक के प्रश्र प्रश्नपत्र में आएंगे, लेकिन इस बार इसमें बदलाव किया गया है। वर्ष 2024-25 की परीक्षा में विषय में चैप्टरों का समूह बनाया गया है।
12वीं बोर्ड परीक्षा में ऐसा रहेगा पैटर्न
वस्तुनिष्ठ प्रश्न – 32 अंक
10 प्रश्र – दो अंक-
चार प्रश्र – तीन अंक
चार प्रश्र – चार अंक
प्रैक्टिकल वाले विषय के प्रश्नपत्र-70 अंक
प्रैक्टिकल – 30 अंक
10वीं बोर्ड परीक्षा में ऐसा रहेगा पैटर्न
वस्तुनिष्ट प्रश्न – छह
रिक्त स्थानों की पूर्ति – छह अंक
सही गलत प्रश्न – छह अंक
सही जोड़ी बनाओ – छह अंक
एक वाक्य में उत्तर – छह अंक
12 प्रश्र – दो-दो अंक
तीन प्रश्न – तीन-तीन अंक
तीन प्रश्न – चार-चार अंक
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