खेल खिलाड़ी
विराट कोहली ने टी-20 के बाद टेस्ट फॉर्मेट में भी कप्तानी छोड़ी, ट्विटर पर लिखा इमोशनल पोस्ट
नई दिल्ली: भारतीय टीम के स्टार प्लेयर विराट कोहली ने टेस्ट फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। इससे पहले वे टी-20 की कप्तानी छोड़ चुके थे और वनडे की कप्तानी उनसे ले ली गई थी। विराट का यह फैसला यूं तो अचानक आया लेकिन इसके तार टी20 वर्ल्ड कप से जाकर जुड़ते हैं। इस साल हुए टी20 वर्ल्ड कप की शुरुआत से पहले कोहली ने ऐलान किया कि वह इस टूर्नामेंट के बाद टी20 फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ देंगे। इसके बाद दिसंबर में कोहली को वनडे कप्तानी से हटाया गया और रोहित शर्मा को सीमित ओवरों के फॉर्मेट का कप्तान नियुक्त कर दिया था।
मैंने अपना काम पूरी ईमानदारी से किया- विराट कोहली
विराट ने ट्विटर पर लिखे अपने लंबे पोस्ट में लिखा, कि 7 साल तक टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी करने के बाद मैंने इसे छोड़ने का फैसला किया है। मुझे नहीं पता ये सही समय है या नहीं। विराट कोहली ने ट्वीट में आगे लिखा कि पिछले 7 साल से लगातार मेरी कोशिश कड़ी मेहनत और हर रोज टीम को सही दिशा में पहुंचाने की रही। मैंने अपना काम पूरी ईमानदारी से किया और कोई भी कसर नहीं छोड़ी। लेकिन हर सफर का एक अंत होता है, मेरे लिए टेस्ट की कप्तानी को खत्म करने का यही सही समय है।
खेल खिलाड़ी
IND vs SA: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 15 साल में पहली बार घरेलू जमीन पर हारी टीम इंडिया, पहले टेस्ट में 30 रन से मिली हार

IND vs SA: दक्षिण अफ्रीका ने शानदार वापसी करते हुए भारत को पहले टेस्ट मैच में 30 रन से हरा दिया है। टीम इंडिया ने पहली पारी में 30 रनों की बढ़त ली थी, लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने अपने गेंदबाजों के दम पर वापसी की और भारत को हराकर दो मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 15 साल में पहली बार भारत को घरेलू जमीन पर टेस्ट मैच गंवाना पड़ा है।
भारत के छह बल्लेबाज दहाई अंक तक भी नहीं पहुंच सके
तीसरे दिन दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी 153 रन पर ऑलआउट हुई थी और उसने 123 रनों की बढ़त लेकर भारत के सामने 124 रनों का लक्ष्य रखा था। दूसरी पारी में भारत की बल्लेबाजी बेहद खराब रही और टीम दूसरे ही सत्र में 93 रन पर ऑलआउट हो गई। भारत की बल्लेबाजी इस कदर खराब रही कि टीम के छह बल्लेबाज दहाई अंक तक भी नहीं पहुंच सके।
भारतीय जमीन पर द.अफ्रीका ने 15 साल बाद जीता टेस्ट
दक्षिण अफ्रीका के लिए इस टेस्ट मैच में जीत हासिल करना विशेष है। उसने इस मैच से पहले आखिरी बार भारतीय जमीन पर फरवरी 2010 में टेस्ट मैच जीता था। उस वक्त टीम ने भारत को पारी और छह रनों से हराया था। इसके बाद उसने भारत के खिलाफ भारत में आठ टेस्ट मैच खेले जिसमें से भारतीय टीम ने सात मैच जीते, जबकि एक ड्रॉ रहा।
भारतीय बल्लेबाजों पर भारी पड़े दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर
दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर पूरी तरह भारतीय बल्लेबाजों पर भारी पड़े। भारत के लिए वाशिंगटन और अक्षर के अलावा रवींद्र जडेजा ने 18, ध्रुव जुरेल ने 13, ऋषभ पंत ने 2, केएल राहुल ने 1 और कुलदीप यादव ने 1 रन बनाए। जसप्रीत बुमराह खाता खोले बिना नाबाद लौटे। दक्षिण अफ्रीका के लिए सिमोन हार्मर ने चार विकेट लिए, जबकि मार्को यानसेन और केशव महाराज ने दो-दो विकेट लिए। वहीं, एडेन मार्करम को एक विकेट मिला।
खेल खिलाड़ी
Chhattisgarh: वर्ल्ड कप विजेता भारतीय महिला क्रिकेट टीम की फिजियोथेरेपिस्ट आकांक्षा सत्यवंशी ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात

Raipur: वर्ल्ड कप विजेता भारतीय महिला क्रिकेट टीम की फिजियोथेरेपिस्ट आकांक्षा सत्यवंशी ने आज मुख्यमंत्री से मुलाकात की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि “छत्तीसगढ़ मेरी जन्मभूमि और कर्मभूमि है। यहीं की मिट्टी, यहां के लोग, यहां की शिक्षा और संस्कारों ने मुझे यह मुकाम हासिल करने की ताकत दी है।”यह कहना था विश्वकप विजेता भारतीय महिला क्रिकेट टीम की फिजियोथेरेपिस्ट और छत्तीसगढ़ की बेटी आकांक्षा सत्यवंशी का, जिन्होंने आज मुख्यमंत्री निवास में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से सौजन्य मुलाकात कर अपनी खुशियां साझा कीं।
मुख्यमंत्री साय ने आकांक्षा को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि “आपकी सफलता पूरे छत्तीसगढ़ की सफलता है। महिला क्रिकेट टीम के वर्ल्ड कप अभियान में छत्तीसगढ़ की बेटी के शामिल होने से प्रदेशवासियों को यह महसूस हुआ कि हम सभी इस जीत में सहभागी हैं।”इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आकांक्षा को मेडल पहनाकर और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस उपलब्धि को देखते हुए मुख्यमंत्री साय ने आकांक्षा को 10 लाख रुपये की सम्मान राशि प्रदान करने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री साय ने आकांक्षा सत्यवंशी की उपलब्धि की सराहना करते हुए कहा कि “आपने यह सिद्ध कर दिया है कि छत्तीसगढ़ की बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। आपकी सफलता आने वाली पीढ़ियों की बेटियों को प्रेरित करेगी।”उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खेल, शिक्षा और कौशल विकास के अवसरों को विस्तार देने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि और भी युवा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन कर सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार खेल अलंकरण सम्मान को पुनः प्रारंभ कर रही है। साथ ही, ओलंपिक में शामिल होने वाले और पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को विशेष प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सुदूर अंचलों की खेल प्रतिभाओं को मंच देने के लिए ‘बस्तर ओलंपिक’ जैसे आयोजनों को निरंतर प्रोत्साहित किया जा रहा है। सरकार का लक्ष्य अपने खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाएं उपलब्ध कराना है, जिसके लिए कई ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
फिजियोथेरेपिस्ट आकांक्षा सत्यवंशी ने मुख्यमंत्री के साथ इस ऐतिहासिक जीत की खुशी साझा करते हुए कहा, “वर्ल्ड कप जीतना भारतीय महिला टीम की सफलता के साथ ही छत्तीसगढ़ का भी सम्मान है। मुझे गर्व है कि मैं अपने प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए इस जीत में योगदान दे पाई।” उन्होंने बताया कि यद्यपि वे मैदान में सक्रिय खिलाड़ी के रूप में नहीं थीं, लेकिन खिलाड़ियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य, फिटनेस और रिकवरी को बनाए रखने की जिम्मेदारी उनकी रही।“मैं अपनी टीम के साथ हमेशा चट्टान की तरह खड़ी रही। यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं टीम को जीत तक पहुंचाने की यात्रा में साथ रही।”
नियमित दिनचर्या, संयमित खानपान और योग — फिट रहने का मंत्र
वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय महिला फिजियाथेरेपिस्ट आकांक्षा सत्यवंशी ने मुख्यमंत्री के साथ खिलाड़ियों की फिटनेस पर विस्तृत चर्चा की। महिला क्रिकेट टीम की वर्ल्ड कप जीत में छत्तीसगढ़ की बेटी आकांक्षा सत्यवंशी बतौर फिजियोथेरेपिस्ट और स्पोर्ट्स साइंस विशेषज्ञ टीम के साथ रहीं और खिलाड़ियों की फिटनेस व मानसिक मजबूती को बनाए रखने में अहम योगदान दिया।आकांक्षा सत्यवंशी ने बतौर फिजियोथेरेपिस्ट और स्पोर्ट्स साइंस एक्सपर्ट, भारतीय टीम का हिस्सा बनकर खिलाड़ियों की फिटनेस, रिकवरी और प्रदर्शन को सर्वोच्च स्तर पर बनाए रखने में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
दुर्ग की रहने वाली है आकांक्षा
दुर्ग में जन्मी आकांक्षा का परिवार रायपुर में निवासरत है, जबकि उनका पैतृक गांव कवर्धा है। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा और फिजियोथेरेपी में बैचलर की पढ़ाई छत्तीसगढ़ में पूरी की, जबकि मास्टर्स डिग्री कटक से प्राप्त की। पढ़ाई के दौरान ही उनका झुकाव खेल और फिजियो साइंस के प्रति स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगा था। साल 2019 में आकांक्षा ने छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट टीम (CSCS) के साथ बतौर फिजियोथेरेपिस्ट अपने पेशेवर करियर की शुरुआत की। केवल छह वर्षों के छोटे से सफर में उन्होंने अपने समर्पण, मेहनत और प्रोफेशनलिज़्म के बल पर राष्ट्रीय खेल जगत में विशेष पहचान बनाई। साल 2022 में उन्हें भारतीय अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम के साथ वर्ल्ड कप अभियान में शामिल किया गया। इस दौरान उन्होंने खिलाड़ियों की फिटनेस मैनेजमेंट, रिकवरी सेशन, मानसिक दृढ़ता और ऊर्जा संतुलन पर विशेष ध्यान दिया, जिसके परिणामस्वरूप टीम ने शानदार प्रदर्शन किया।
खेल खिलाड़ी
IND vs AUS: बारिश में धुला भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच पांचवां टी 20, टीम इंडिया ने 2-1 से जीती सीरीज

IND vs AUS 5th T20: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांचवां टी20 मैच बारिश के कारण रद्द कर दिया गया है। इस मैच में सिर्फ 4.5 ओवर ही फेंके जा सके। इसमें टीम इंडिया ने 52 रन बना लिए थे। उसके बाद मैच दोबारा शुरू ही नहीं हो पाया। इसी के साथ भारतीय टीम ने पांच मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली है। ब्रिसबेन के ऐतिहासिक गाबा मैदान में खेले गए पांचवें टी20 मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। पांचवें ओवर की पांचवीं गेंद फेंकी गई, जिसके बाद बारिश तेज होने के चलते खेल रोक दिया गया। उसके बाद तकरीबन 2 घंटे 15 मिनट तक जब मैच शुरू नहीं हो सका, तो मुकाबला रद्द घोषित किया गया। इससे पहले सीरीज का पहला मैच भी बारिश की भेंट चढ़ गया था।
भारत ने 2-1 से सीरीज पर जमाया कब्जा
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था, वहीं मेलबर्न में खेले गए दूसरे टी20 मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम 4 विकेट से विजयी रही थी। मगर तीसरे मैच में टीम इंडिया ने वापसी करते हुए 5 विकेट से बाजी मारी थी। इस मुकाबले में अर्शदीप सिंह और वरुण चक्रवर्ती की घातक गेंदबाजी की बदौलत भारत ने जीत दर्ज की थी। उसके बाद चौथा मुकाबला भी टीम इंडिया ने जीतकर सीरीज में 2-1 की बढ़त बनाई। भारत सीरीज में 2-1 से आगे था, ऐसे में ब्रिसबेन टी20 मैच का रद्द होना भारतीय टीम के पक्ष में गया। नतीजन उसने सीरीज 2-1 से जीत ली है।
खेल खिलाड़ी
Raipur: छत्तीसगढ़ की बेटी आकांक्षा सत्यवंशी को राज्य सरकार देगी 10 लाख रुपए, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की फिजियो हैं आकांक्षा

Raipur: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऐतिहासिक विश्व कप विजय पर देशवासियों को बधाई और शुभ कामनाएं देते हुए कहा कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम की यह अभूतपूर्व उपलब्धि हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है, जिसने विश्व पटल पर देश का मान बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि इस गौरवपूर्ण सफलता में छत्तीसगढ़ की बेटी आकांक्षा सत्यवंशी ने फिजियोथैरेपिस्ट एवं स्पोर्ट्स साइंस विशेषज्ञ के रूप में खिलाड़ियों की फिटनेस और रिकवरी में अतुलनीय योगदान देकर न केवल भारतीय टीम को सशक्त बनाया है, बल्कि देश का नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर उज्ज्वल किया है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आकांक्षा सत्यवंशी ने अपने समर्पण, सेवा और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह सिद्ध किया है कि छत्तीसगढ़ की बेटियां किसी भी क्षेत्र में देश का गौरव बन सकती हैं। उनके उत्कृष्ट योगदान को सम्मानित करते हुए राज्य सरकार द्वारा ₹10 लाख की सम्मान राशि प्रदान करने का निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आकांक्षा सत्यवंशी की यह सफलता छत्तीसगढ़ की सभी बेटियों और खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है। यह उनकी मेहनत, निष्ठा और संकल्प का परिणाम है, जिसने पूरे राज्य को गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार खेल के क्षेत्र में नई पीढ़ी को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है, ताकि छत्तीसगढ़ से और भी ऐसी प्रतिभाएं निकलें जो देश का नाम विश्व में रोशन करें।
खेल खिलाड़ी
Women’s ODI World Cup Final 2025: विश्व चैंपियन बनी भारतीय महिला टीम, साउथ अफ्रीका को फाइनल में 52 रन से हराया

Women’s ODI World Cup Final 2025: नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में दो नवंबर 2025 को इतिहास रचा गया। टीम इंडिया ने महिला वनडे विश्व कप 2025 के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हरा दिया और महिला वनडे विश्व कप के इतिहास में पहली बार खिताब जीता। भारत ने 1978 में पहला विमेंस वर्ल्ड कप खेला था। तब से 1 नवंबर 2025 तक टीम एक भी ICC ट्रॉफी नहीं जीत पाईं थी। रविवार को 47 साल का सूखा खत्म हुआ। भारत ने साउथ अफ्रीका को 52 रन से फाइनल में हराकर पहला वनडे वर्ल्ड कप अपने नाम कर लिया।
महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 में भारत ने कुल 9 मैच खेले। फाइनल तक भारत का सफर आसान नहीं रहा। टीम ने 3 लगातार हार के बाद वापसी की और सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को हराया। भारत को 4 मैचों में जीत और 4 में हार मिली। एक मैच बेनतीजा रहा। विमेंस वनडे वर्ल्ड कप की शुरुआत 52 साल पहले 1973 में हुई थी। तब भारत ने हिस्सा नहीं लिया था। 1978 में इंडिया विमेंस ने डायना एडल्जी की कप्तानी में पहली बार टूर्नामेंट में हिस्सा लिया। तब से टीम को पहला टाइटल जीतने में 47 साल लग गए।
DY पाटील स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में 87 रन बनाने के बाद 2 अहम विकेट लेने वालीं 21 साल की शेफाली वर्मा प्लेयर ऑफ द फाइनल रहीं। वहीं फाइनल में 5 विकेट और टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 22 विकेट चटकाने वाली दीप्ति शर्मा को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब मिला। दीप्ति ने फाइनल मैच में 58 और टूर्नामेंट में कुल 215 रन बनाए।
दीप्ति-शेफाली बनीं जीत की कर्णधार
साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतने के बाद बॉलिंग चुनी। भारत ने 7 विकेट खोकर 298 रन बनाए। शेफाली ने 87, दीप्ति शर्मा ने 58, स्मृति मंधाना ने 45 और ऋचा घोष ने 34 रन की पारी खेली। साउथ अफ्रीका से आयाबोंगा खाका ने 3 विकेट लिए। 299 रन के बड़े टारगेट का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका की टीम 246 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। कप्तान लौरा वोल्वार्ट ने लगातार दूसरा शतक लगाया, लेकिन टीम को जीत दिलाने से पहले ही आउट हो गईं। भारत से पार्ट टाइम ऑफ स्पिनर शेफाली वर्मा ने 2 विकेट लेकर मैच पलट दिया। वहीं दीप्ति शर्मा ने 5 विकेट लेकर टीम को जीत दिला दी। दीप्ति प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहीं।
ख़बर बिहार17 hours agoBihar: नीतीश कुमार ने 10वीं बार ली बिहार केे मुख्यमंत्री पद की शपथ, 26 मंत्रियों ने भी ली शपथ
ख़बर छत्तीसगढ़13 hours agoJanjatiya Gaurav Divas: जनजातीय समुदायों का योगदान भारत के इतिहास में एक गौरवशाली अध्याय- राष्ट्रपति मुर्मू
ख़बर छत्तीसगढ़16 hours agoChhattisgarh: स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ को मिली दो ऐतिहासिक उपलब्धि, जिला अस्पताल पंडरी, रायपुर और बलौदाबाजार को मिला राष्ट्रीय स्तर का क्वालिटी सर्टिफिकेट
ख़बर मध्यप्रदेश12 hours agoMP News: शहीद इंस्पेक्टर आशीष शर्मा का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार, सीएम बोले- शहादत पर प्रदेश को गर्व






















