Connect with us

ख़बर देश

Rameswaram: प्रधानमंत्री मोदी ने देश को सौंपा पहला वर्टिकल लिफ्ट ‘पंबन’ सी ब्रिज, रामनाथस्वामी मंदिर में की पूजा अर्चना

Published

on

Rameswaram: Prime Minister Modi handed over the country's first vertical lift 'Pamban' sea bridge, offered prayers at Ramanathaswamy temple

Rameswaram: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दोपहर करीब 1 बजे तमिलनाडु के रामेश्वरम में एशिया के पहले वर्टिकल लिफ्ट समुद्री ब्रिज पंबन का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने नयी रामेश्वरम-तांबरम (चेन्नई) ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाई। साथ ही उन्होंने एक तटरक्षक पोत को भी हरी झंडी दिखाई जो पुल के नीचे से गुजरा। उन्होंने 8,300 करोड़ रुपये से अधिक की रेलवे और सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया। इसके बाद पीएम मोदी रामेश्वरम के प्रसिद्ध रामनाथस्वामी मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने भगवान के दर्शन और पूजा-अर्चना की।

Rameswaram: Prime Minister Modi handed over the country's first vertical lift 'Pamban' sea bridge, offered prayers at Ramanathaswamy temple

पीएम मोदी ने कहा कि नया पंबन रेलवे ब्रिज रामेश्वरम द्वीप को भारत की मुख्य भूमि से जोड़ता है और यह वैश्विक मंच पर भारतीय इंजीनियरिंग की एक बड़ी उपलब्धि है। नये पंबन रेलवे ब्रिज की लागत 550 करोड़ रुपये से अधिक है। यह ब्रिज 2.08 किलोमीटर लंबा है। इसमें 99 स्पैन (खंभों के बीच की दूरी) हैं और इसका लिफ्टिंग हिस्सा 72.5 मीटर लंबा है, जो 17 मीटर ऊंचाई तक उठ सकता है। इससे बड़े जहाज आसानी से गुजर सकते हैं और ट्रेन सेवा भी बिना बाधा जारी रह सकती है।

नए पंबन ब्रिज का निर्माण रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) ने किया है। यह रेल मंत्रालय के अधीन एक नवरत्न कंपनी है। ब्रिज निर्माण के दौरान पर्यावरणीय प्रतिबंध, समुद्र की तेज लहरें, तेज हवाएं और खराब मौसम जैसी कई चुनौतियां आईं। यह इलाका चक्रवात और भूकंप के लिए संवेदनशील है, इसलिए इंजीनियरों ने बहुत सोच-समझकर मजबूत डिजाइन तैयार किया।

पुल में स्टेनलेस स्टील और उच्च श्रेणी के पेंट का इस्तेमाल किया गया है। इसमें पूरी तरह से वेल्डिंग किए हुए जोड़ हैं, जिससे पुल के रखरखाव की आवश्यकताएं कम होंगी और मजबूती बढ़ेगी। इसकी नींव 333 ‘पाइल’ और 101 ‘पियर/पाइल कैप’ पर टिकी है तथा इसे दोहरी रेल पटरियों और भविष्य के विस्तार को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। ‘पॉलीसिलोक्सेन’ पेंट का उपयोग इसे जंग से बचाता है, जिससे कठोर समुद्री वातावरण में पुल की दीर्घावधि सुनिश्चित होगी।

रामेश्वरम का नया पंबन ब्रिज अमेरिका के गोल्डन गेट ब्रिज, लंदन का टावर ब्रिज और डेनमार्क-स्वीडन को जोड़ने वाला ओरेसुंड ब्रिज जैसे दुनिया के अन्य मशहूर ब्रिज की श्रेणी में गिना जा रहा है। ये सब ब्रिज अपने तकनीकी डिजाइन और इंजीनियरिंग के लिए जाने जाते हैं। अब नया पंबन ब्रिज भी इन प्रतिष्ठित ब्रिज की कतार में शामिल हो गया है।

Advertisement

Continue Reading
Advertisement

ख़बर देश

Jagdeep Dhankhar: जज ‘सुपर संसद’ की तरह काम कर रहे, उपराष्ट्रपति बोले- अदालतें राष्ट्रपति को आदेश नहीं दे सकती

Published

on

Jagdeep Dhankhar: Judges are acting like 'super parliament', Vice President said - courts cannot give orders to the President

Jagdeep Dhankhar: भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने गुरुवार को दिए अपने भाषण में भारतीय न्यायपालिका की कड़ी आलोचना की है। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने राज्यसभा के प्रशिक्षुओं के छठे बैच को संबोधित करते हुए सुप्रीम कोर्ट की उस सलाह पर आपत्ति जताई, जिसमें उसने राष्ट्रपति और राज्यपालों को बिलों को मंजूरी देने की समय सीमा तय की थी। उपराष्ट्रपति ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है, जब राष्ट्रपति को तय समय में फैसला लेने को कहा जा रहा है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि भारत में ऐसे लोकतंत्र की कल्पना नहीं की थी, जहां न्यायाधीश कानून बनाएंगे और कार्यकारी जिम्मेदारी निभाएंगे और ‘सुपर संसद’ के रूप में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि आखिर हम जा कहा रहे हैं। देश में हो क्या रहा है।

अनुच्छेद 142 न्यूक्लियर मिसाइल बन गया है- उपराष्ट्रपति धनखड़

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि ‘राष्ट्रपति देश का सबसे सर्वोच्च पद है। राष्ट्रपति संविधान की सुरक्षा की शपथ लेते हैं। जबकि सांसद, मंत्री, उपराष्ट्रपति और जजों को संविधान का पालन करना होता है। हम ऐसी स्थिति नहीं चाहते, जहां राष्ट्रपति को निर्देश दिए जाएं। आपको सिर्फ संविधान के अनुच्छेद 145 (3) के तहत संविधान की व्याख्या का अधिकार है और वह भी पांच या उससे ज्यादा जजों की संविधान पीठ ही कर सकती है।’ उन्होंने कहा कि संविधान का अनुच्छेद 142 के तहत कोर्ट को मिला विशेष अधिकार लोकतांत्रिक शक्तियों के खिलाफ 24×7 उपलब्ध न्यूक्लियर मिसाइल बन गया है। जज सुपर पार्लियामेंट की तरह काम कर रहे हैं।

अनुच्छेद 142 क्या है?

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 142 एक ऐसा प्रावधान है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट को कुछ विशेषाधिकार मिले हुए हैं। इस अनुच्छेद के जरिए जिन मामलों में अभी तक कोई कानून नहीं बना है, उन मामलों में सुप्रीम कोर्ट फैसला सुना सकता है। हालांकि यह फैसला संविधान का उल्लंघन करने वाला ना हो। यह अनुच्छेद न्यायालय को विवेकाधीन शक्ति प्रदान करता है, जिसका अर्थ है कि न्यायालय किसी भी मामले में अपनी समझ के अनुसार फैसला ले सकता है। इस अनुच्छेद का मुख्य उद्देश्य पूर्ण न्याय सुनिश्चित करना है। इससे सुप्रीम कोर्ट केवल कानून के अनुसार नहीं, बल्कि न्याय के अनुसार फैसला कर सकती है।

Advertisement

जस्टिस वर्मा केस में एफआईआर क्यों नहीं हुई- उपराष्ट्रपति

जगदीप धनखड ने दिल्ली में पिछले दिनों जस्टिस वर्मा के घर में बड़ी मात्रा में अधजली नकदी मिलने के मामले में भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि ‘एक न्यायाधीश से बड़ी मात्रा में नकदी बरामद की गई थी, फिर भी उसके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? क्या कुछ लोग कानून से ऊपर हैं। अगर ये मामला किसी आम आदमी के घर होता, तो अब तक पुलिस और जांच एजेंसियां सक्रिय हो चुकी होतीं। न्यायपालिका हमेशा सम्मान की प्रतीक रही है, लेकिन इस मामले में देरी से लोग असमंजस में हैं।’ उपराष्ट्रपति ने कहा कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता जांच से बचने का कवच नहीं बन सकती। संस्थाएं पारदर्शिता से ही मजबूत होती हैं, जांच से नहीं डरना चाहिए। संविधान सिर्फ राष्ट्रपति और राज्यपाल को अभियोजन से छूट देता है, बाकी को जांच का सामना करना चाहिए।’

Continue Reading

ख़बर देश

Justice BR Gavai: देश के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे जस्टिस बीआर गवई, CJI खन्ना ने की सिफारिश

Published

on

Justice BR Gavai will be the next Chief Justice of the country, recommended by CJI Khanna

Next CJI: देश के अगले मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के लिए न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई के नाम की सिफारिश भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने की है। सर्वोच्च न्यायालय ने यह सिफारिश विधि मंत्रालय को भेज दी है। इसके साथ ही जस्टिस बीआर गवई का भारत का 52वें मुख्य न्यायाधीश बनना तय हो गया है। वर्तमान मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना 13 मई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। परंपरा के अनुसार, वर्तमान सीजेआई अपने उत्तराधिकारी के रूप में सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश की सिफारिश तभी करते हैं, जब उन्हें कानून मंत्रालय से ऐसा करने का आग्रह किया जाता है। जस्टिस गवई वरिष्ठता के क्रम में मौजूदा सीजेआई के बाद सबसे आगे हैं, जिसके चलते उनके नाम की सिफारिश की गई है।

देश के 52वें मुख्य न्यायाधीश होंगे जस्टिस गवई

जस्टिस गवई 14 मई को भारत के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ले सकते हैं। जस्टिस गवई का कार्यकाल हालांकि छह महीने का ही होगा क्योंकि वे नवंबर 2025 में रिटायर हो रहे हैं। जस्टिस गवई को 24 मई 2019 में सुप्रीम कोर्ट में जज नियुक्त किया गया था। उनके रिटायरमेंट की तारीख 23 नवंबर 2025 है।

महाराष्ट्र के अमरावती में हुआ जस्टिस गवई का जन्म

जस्टिस गवई का जन्म 24 नवंबर 1960 को महाराष्ट्र के अमरावती में हुआ था। जस्टिस गवई ने अपने वकालत करियर की शुरुआत साल 2003 में बॉम्बे उच्च न्यायालय में बतौर एडिश्नल जज की थी। इसके बाद साल 2005 में वे स्थायी जज नियुक्त हुए। जस्टिस गवई के पिता दिवंगत आरएस गवई भी एक मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता और बिहार और केरल के पूर्व राज्यपाल रहे हैं।

Advertisement
Continue Reading

ख़बर देश

Weather Update: इस साल सामान्य से बेहतर रहेगा मॉनसून, अल नीनो नहीं बनेगा रोड़ा

Published

on

Weather Update: This year the monsoon will be better than normal, El Nino will not be a hindrance

Monsoon Forecast 2025: भारतीय मौसम विभाग ने मंगलवार को मॉनसून को लेकर अच्छी ख़बर दी है। IMD ने कहा है कि इस बार जून से सितंबर तक सामान्य से ज्यादा बारिश होगी। इससे किसानों और आम लोगों के चेहरे खिल गए हैं। IMD के प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि इस पूरे मॉनसून सीजन में अल नीनो की स्थिति नहीं बनेगी और 105% यानि 87 सेंटीमीटर बारिश हो सकती है। बता दें कि मौसम विभाग 104 से 110 फीसदी बारिश को सामान्य से बेहतर मानता है। मौसम विभाग की ओर से ये भविष्यवाणी ऐसे समय में आई है जब देश के कई हिस्से भीषण गर्मी से जूझ रहे हैं।

मई-जून में लू के दिन बढ़ेंगे- IMD चीफ

भारतीय मौसम विभाग के प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि देश के कई हिस्सों में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। उन्होंने अनुमान जताया है कि अप्रैल से जून के बीच इस बार हीटवेव्स के दिनों की संख्या बढ़ेगी। ऐसे में सामान्य से बेहतर मानसून रहने की ख़बर राहत लेकर आई है।

IMD ने बारिश को लेकर दी खुशखबरी

मॉनसून में बारिश का असर सीधे खेती पर पड़ता है। देश का 52 फीसदी खेतिहर इलाका मॉनसून पर निर्भर है। ऐसे में अच्छा मॉनसून रहना भारत के कृषि क्षेत्र के लिए बहुत जरूरी है। यह देशभर में पीने के पानी और बिजली उत्पादन के लिए जलाशयों को भरने के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। देश की लगभग 42.3 फीसदी आबादी की आजीविका इसी पर निर्भर है। यह देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 18.2 फीसदी का योगदान करता है।

Advertisement

इन राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान

मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल मराठवाड़ा और उससे सटे तेलंगाना में।

सामान्य से कम बारिश का अनुमान वाले राज्य

बिहार, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, तमिलनाडु, और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में।

Advertisement
Continue Reading

ख़बर देश

Mehul Choksi: बेल्जियम से गिरफ्तार हुआ भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी, क्या मेहुल का होगा प्रत्यर्पण?

Published

on

Mehul Choksi: Fugitive businessman Mehul Choksi arrested from Belgium, will Mehul be extradited?

Mehul Choksi: पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में 13000 करोड़ रुपए की लोन धोखाधड़ी मामले में आरोपी भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को भारतीय जांच एजेंसियों के प्रत्यर्पण अनुरोध के बाद बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी की पुष्टि बेल्जियम की ओर से कर दी गई है। चोकसी की गिरफ्तारी के बाद यह चर्चा है कि क्या 26/11 हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा के बाद चोकसी का प्रत्यर्पण भी हो सकता है? इस बीच चोकसी के वकील ने दावा किया है कि गिरफ्तारी के बावजूद चोकसी को भारत नहीं लाया जा सकता है।

मेहुल चोकसी से जुड़ा मामला क्या है?

मेहुल चोकसी का नाम पहली बार साल 2018 में सामने आया था, जब एक विशेष पीएमएलए अदालत ने चोकसी और उसके भांजे नीरव मोदी और नीशल मोदी के खिलाफ एक गैर-जमानती वारंट जारी किया था। आरोप है कि नीरव और मेहुल ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के कुछ अधिकारियों के साथ मिलकर बैंक को करीब 13,000 करोड़ रुपये का चूना लगाया। यह बैंकिंग इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला कहा जाता है।

बैंक से कर्ज लेकर विदेशों में ट्रांसफर की रकम

मेहुल चोकसी, उसके भांजे नीरव मोदी और नीशल मोदी पर आरोप है कि इन्होंने पीएनबी की मुंबई के फोर्ट में स्थित ब्रेडी हाउस ब्रांच के अधिकारियों की मदद से फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स (LoU) के जरिए बैंक से कर्ज पर रकम लेकर विदेशों में ट्रांसफर की। आरोपियों ने फर्जीवाड़े से LoU की अवधि एक साल तक दिखाई और महंगे आभूषणों का आयात किया, जबकि रिजर्व बैंक की गाइडलाइंस के मुताबिक, इनकी अवधि 90 दिन ही हो सकती है, जिसके बाद कर्ज वापसी जरूरी है। भारतीय बैंकों की विदेश में मौजूद शाखाओं ने आरबीआई के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया। वे ऐसे दस्तावेज मुहैया कराने में नाकाम रहे, जिसके जरिए विदेश में उनसे कर्ज हासिल किया गया।

Advertisement

बेल्जियम में मेहुल की गिरफ्तारी क्यों हुई?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेहुल चोकसी ने बेल्जियम में निवास कार्ड पाने के लिए जाली दस्तावेज जमा किए। भारत ने इसे लेकर यूरोपीय देश को आगाह भी किया। बताया गया कि चौकसी ने यह भी छिपाया कि वह भारत और एंटीगुआ का नागरिक है। इससे पहले फरवरी में चोकसी के वकील ने मुंबई की एक अदालत को बताया था कि वह भारत नहीं लौट सकता, क्योंकि वह ब्लड कैंसर के इलाज के लिए बेल्जियम में था।
भगोड़े कारोबारी ने कहा था कि वह भारतीय एजेंसियों के साथ सहयोग करने और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अदालतों में पेशी के लिए तैयार है। हालांकि, इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया गया और एजेंसियां उसके प्रत्यर्पण की कोशिश में लगातार लगी रहीं।

क्या बेल्जियम और भारत के बीच प्रत्यर्पण संधि है?

भारत और बेल्जियम के बीच प्रत्यर्पण संधि है। इस संधि के तहत हत्या, धोखाधड़ी, जालसाजी जैसे कई अपराधों के अभियुक्तों को एक देश से दूसरे देश भेजा जा सकता है। हालांकि संधि के मुताबिक, “किसी भी स्थिति में नागरिकों या निवासियों को तब तक नहीं सौपा जा सकता, जब तक किया गया अपराध दोनों देशों के कानून के हिसाब से प्रत्यर्पण लायक जुर्म न हो।” सीधे शब्दों में समझें तो किसी व्यक्ति को तभी प्रत्यर्पित किया जा सकता है, जब उसके द्वारा किया गया काम भारत और बेल्जियम दोनों देशों में अपराध की श्रेणी में आता हो।

Advertisement
Continue Reading

ख़बर देश

Laser weapon system: भारत ने विकसित किया अपना लेजर हथियार, हवा में ही करेगा एयरक्राफ्ट, ड्रोन और मिसाइल का शिकार

Published

on

Laser weapon system: India has developed its own laser weapon, it will hunt aircraft, drones and missiles in the air

Laser weapon system: भारत ने भी अब लेजर हथियार प्रणाली से दुश्मन के एयरक्रॉफ्ट, ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराने की क्षमता विकसित कर ली है। डीआरडीओ की तरफ से पहली बार आंध्र प्रदेश के कुरनूल में इस 30 किलोवाट लेजर आधारित हथियार प्रणाली की क्षमता का प्रदर्शन किया। इस प्रणाली का उपयोग करके फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट, मिसाइल और स्वार्म ड्रोन (एक साथ आने वाले कई ड्रोन) को निशाना बनाया गया। ऐसा करके भारत अब अमेरिका, चीन और रूस सहित उन चुनिंदा देशों की सूची में शामिल हो गया है, जिनके पास अपनी लेजर आधारित हथियार प्रणाली है।

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने कहा कि यह सिर्फ एक शुरुआत है। मुझे यकीन है कि हम जल्द ही अपनी मंजिल तक पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम अभी और भी ताकतवर तकनीकों पर काम कर रहे हैं। इनमें उच्च ऊर्जा माइक्रोवेव, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स जैसी अन्य उच्च ऊर्जा प्रणालियां शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ये तकनीकें हमें स्टार वार्स जैसी क्षमता प्रदान करेंगी। आज जो आपने देखा, वह स्टार वार्स तकनीकों की दिशा में एक छोटा, लेकिन अहम कदम है।

भारत के लेजर हथियार की ताकत

DRDO की लेजर हथियार प्रणाली 30 किलोवाट क्षमता की है, जो 5 किलोमीटर की दूरी तक ड्रोन, हेलीकॉप्टर और मिसाइल जैसे हवाई खतरों को नष्ट कर सकता है। यह हथियार इलेक्ट्रॉनिक वॉर में भी माहिर है और दुश्मन के कम्युनिकेशन और सैटेलाइट सिग्नल को जाम कर सकता है। इसे जमीन और जहाज दोनों पर इस्तेमाल किया जा सकता है।

अमेरिका-रूस, इजराइल और चीन के पास है अपना लेजर वेपन सिस्टम

Advertisement

डीआरडीओ अध्यक्ष डॉ कामत ने आगे कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार, हमसे पहले अमेरिका, रूस और चीन ने लेजर हथियार प्रणाली का प्रदर्शन किया है। इस्राइल भी इसी तरह की क्षमताओं पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम इस प्रणाली का प्रदर्शन करने वाले दुनिया के चौथे या पांचवें देश हैं।

Continue Reading

ख़बर उत्तर प्रदेश

UP News: 16 IAS officers including DMs of 6 districts transferred in UP, DM of Ayodhya also changed UP News: 16 IAS officers including DMs of 6 districts transferred in UP, DM of Ayodhya also changed
ख़बर उत्तर प्रदेश2 days ago

UP News: यूपी में 6 जिलों के डीएम समेत 16 आईएएस के तबादले, अयोध्या के डीएम भी बदले गए

Lucknow: उत्तरप्रदेश में बड़ी प्रशासनिक सर्जरी हुई है। यहां 6 जिलों के डीएम समेत 16 IAS अधिकारियों का ट्रांसफर कर...

UP News: Huge fire at Lucknow's Lokbandhu Hospital, fire brought under control UP News: Huge fire at Lucknow's Lokbandhu Hospital, fire brought under control
ख़बर उत्तर प्रदेश3 days ago

UP News: लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में भीषण आग, आग पर काबू पाया गया

Lucknow: लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में सोमवार रात करीब 10 बजे अचानक भीषण आग लग गई। अस्पताल के सेकेंड फ्लोर पर...

UP News: Mayawati forgives nephew Akash Anand, says this about succession UP News: Mayawati forgives nephew Akash Anand, says this about succession
ख़बर उत्तर प्रदेश4 days ago

UP News: मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को किया माफ, उत्तराधिकार को लेकर कही यह बात

Lucknow: बसपा सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को उनके माफी मांगने के कुछ ही घंटों के अंदर माफ कर...

Weather Alert: Rain alert in 50 districts of UP on Friday, rain occurred in many districts today Weather Alert: Rain alert in 50 districts of UP on Friday, rain occurred in many districts today
ख़बर उत्तर प्रदेश1 week ago

Weather Alert: यूपी में शुक्रवार को प्रदेश के 50 जिलों में बारिश का अलर्ट, आज कई जिलों में हुई बारिश

Lucknow: उत्तर प्रदेश में गुरुवार को गर्मी से राहत मिली। दरअसल मौसम ने अचानक करवट ली और प्रदेश के कई...

UP Cabinet decision: Now buying a vehicle will be expensive in UP, duty allowance of PRD jawans increased UP Cabinet decision: Now buying a vehicle will be expensive in UP, duty allowance of PRD jawans increased
ख़बर उत्तर प्रदेश1 week ago

UP Cabinet: सरकार ने रोड टैक्स में एक फीसदी वृद्धि की, पीआरडी जवानों का ड्यूटी भत्ता 26 फीसदी बढ़ा

Lucknow: यूपी में अब दो पहिया और चार पहिया वाहन खरीदने के लिए ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ेगी। योगी सरकार...

अभी तक की बड़ी खबरें

WEBSITE PROPRIETOR & EDITOR DETAILS

Editor/ Director :- Somesh Singh Senger
Web News Portal: Khabritaau.com
Website : www.khabritaau.com
Company : Khabritaau News
Publication Place: Raipur (CG), Bhopal (MP) & Lucknow (UP)
Email:- khabritaau@gmail.com
Mob: +91 6264 084 601

DPR Links

Trending