ख़बर देश
आम बजट 2021: मोबाइल, गाड़ियां खरीदने में जेब ज्यादा होगी हल्की, सोना-चांदी हो सकता है सस्ता

नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज देश का आम बजट पेश किया। हर बार की तरह इस बार भी बजट के बाद कुछ चीजें महंगी होंगी और कुछ चीजें सस्ती होंगी। बजट में मोबाइल फोन की मैन्युफैक्चरिंग के लिए जरूरी प्रिंटेड सर्किट बोर्ड असेंबली, कैमरा मॉड्यूल और कनेक्टर्स पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी को 2.5 फीसदी कर दिया गया है, जिस पर अभी तक कोई कस्टम ड्यूटी नहीं लगती थी। वहीं दूसरी ओर चार्जर और एडैप्टर की मैन्युफैक्चरिंग के लिए जरूरी प्रिंटेड सर्किट बोर्ड असेंबली और मॉड्यूल्ड प्लास्टिक पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी को 15 फीसदी किया गया है, जो पहले 10 फीसदी थी। मोबाइल चार्जर के कुछ इनपुट्स और पार्ट्स पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी को 10 फीसदी कर दिया गया है, जिस पर पहले कोई कस्टम ड्यूटी नहीं लगती थी। लीथियम आयन बैटरी और बैटरी पैक की मैन्युफैक्चरिंग के लिए जरूरी इनपुट्स, पार्ट्स और सब पार्ट्स पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी 2.5 फीसदी कर दी गई है, जो पहले शून्य थी।इससे ये चीजें महंगी होंगी।
बजट में कुछ ऑटो पार्ट्स पर 7.5% इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाकर 15% कर दी है, इससे गाड़ियां महंगी होंगी। सोने-चांदी पर इंपोर्ट ड्यूटी 7.5% कम की गई है। इससे ज्वैलरी सस्ती होगी। स्टील प्रोडक्ट पर इंपोर्ट ड्यूटी 7.5% और तांबे पर इंपोर्ट ड्यूटी 2.5% घटाई गई है। ऐसे में इनसे बने उत्पाद सस्ते होंगे। चुनिंदा लेदर को कस्टम ड्यूटी से हटा दिया गया है। इससे लेदर के प्रोडक्ट सस्ते होंगे। सोलर इनवर्टर महंगा होगा, क्योंकि इस पर इंपोर्ट ड्यूटी 15% बढ़ाई गई है।
क्या हुआ महंगा?
- कॉटन
- सिल्क
- प्लास्टिक
- लेदर
- इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स
- ऑटो पार्ट्स
- सोलर प्रॉडक्ट्स
- मोबाइल
- चार्जर
- इम्पोर्टेड कपड़े
- रत्न (जवाहरात)
- LED बल्ब
- फ्रिज/एसी
- शराब
क्या हुआ सस्ता?
- नायलॉन के कपड़े
- लोहा
- स्टील
- कॉपर आइटम्स
- सोना
- चांदी
- प्लेटिनम
https://khabritaau.com/2-february-ka-rashifal-aaj-ka-rashifal-dainik-rashifal-today-rashifal/


ख़बर देश
Disease X: दुनिया पर मंडरा रहा कोरोना से 20 गुना खतरनाक बीमारी का खतरा, यूके की हेल्थ एक्सपर्ट का दावा

Disease X: कोरोना महामारी के दौर का खौफ अभी तक लोगों के दिमाग से पूरी तरह गया भी नहीं है, कि दुनिया पर एक नई महामारी डिजीज एक्स ((Disease X) का खतरा मंडराने लगा है। दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि आने वाली महामारी कोरोना से भी 20 गुना ज्यादा खतरनाक होगी और इससे कम से कम 5 करोड़ लोगों की मौत हो सकती है। यूके वैक्सीन टास्कफोर्स की अध्यक्ष रह चुकी हेल्थ एक्सपर्ट केट बिंघम ने डेली मेल को दिए इंटरव्यू में दावा किया है कि डिजीज एक्स 1919-20 में फैले स्पेनिश फ्लू जितनी ही विनाशकारी हो सकती है। जिसमें उस समय 5 करोड़ लोगों की मौत हुई थी।
WHO ने दिया बीमारी का नाम
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) भी पांच महीने पहले ही डिजीज एक्स को लेकर चेतावनी जारी कर चुका है। जिनेवा में हुई वर्ल्ड हेल्थ असेंबली की मीटिंग में WHO चीफ टेड्रोस ने कहा था कि दुनिया में एक और महामारी कभी भी आ सकती है जिससे बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो सकती है। इसका सामना करने के लिए पूरी दुनिया को एकजुट होकर तैयार रहना चाहिए। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, डिजीज एक्स एक नया एजेंट हो सकता है, यह एक वायरस, वैक्टीरिया या फंगस हो सकता है। इसमें चिंता की बात ये है कि डिजीज एक्स का कोई इलाज भी फिलहाल दुनिया में उपलब्ध नहीं होगा।
क्या है डिजीज एक्स
मेडिकल साइंस में डिजीज एक्स किसी बीमारी का नाम नहीं, बल्कि एक टर्म है जिसका यूज ऐसी बीमारी के के लिए किया जाता है, जो इन्फेक्शन से पैदा होती है और इसकी खबर मेडिकल साइंस में किसी को नहीं होती है। इसे डिजीज X का नाम WHO ने दिया है। इस टर्म का पहली बार इस्तेमाल 2018 में किया गया था और 2019 में कोरोना महामारी आ गई थी। कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि डिजीज एक्स जूनोटिक होगा यानी यह जंगली या घरेलू जानवरों में पैदा होगा और फिर इंसानों को संक्रमित करेगा। इबोला, एचआईवी/एड्स और कोविड-19 जूनोटिक प्रकोप थे।

ख़बर देश
NIA: खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की प्रॉपर्टी NIA ने की जब्त, मालिकाना हक सरकार का हुआ

NIA(Gurpatwant Singh Pannu): राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने भारत के खिलाफ आग उगलने वाले खालिस्तान समर्थक और प्रतिबंधित संगठन SFJ (सिख फॉर जस्टिस) नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है। एनआईए ने चंडीगढ़ और अमृतसर में स्थित पन्नू की संपत्तियों को जब्त कर लिया है। भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल आतंकी पन्नू अमृतसर का रहने वाला है और एनआईए ने उसके खिलाफ इनाम भी घोषित कर रखा है।
खालिस्तान समर्थक पन्नू के खिलाफ भारत में कुल सात केस दर्ज हैं। कनाडा को भी उसके गुनाहों की जानकारी दी हुई है। लेकिन अब तक कनाडा ने उसके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया है। भारत के खिलाफ आतंकी साजिशों में शामिल रहने वाले पन्नू की चंडीगढ़ स्थित कोठी का एक चौथाई हिस्सा और खानकोट गांव में 46 कनाल खेती की जमीन जब्त की गई है। अब इन संपत्तियों का मालिकाना हक सरकार का हो गया है।
आतंकी निज्जर के परिवारजनों की संपत्ति भी होगी जब्त
एनआईए की स्पेशल अदालत ने आतंकियों और उनके परिवार की संपत्ति सील करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। आतंकी हरदीप सिंह निज्जर या उसके परिवार के सदस्य को कोर्ट में उपस्थित होने के लिए एक नोटिस जारी किया गया था, जिसमें 11 सितंबर, 2023 तक कोर्ट में पेश होने का वक्त दिया गया था। पंजाब सरकार के मुताबिक, निज्जर की कुल 11 कनाल 13.5 मरले जमीन राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जालंधर के फिल्लौर सब-डिवीजन में उसके पैतृक गांव भारसिंहपुरा में जब्त कर ली थी। अब निज्जर के भगोड़े परिवारिक सदस्यों की संपत्ति को जब्त करने को लेकर प्रकिया तेज कर दी गई है।

ख़बर देश
Parliament: संसद का विशेष सत्र 4 दिन में ही खत्म, महिला आरक्षण बिल राज्यसभा में भी पास

Parliament: नारी शक्ति वंदन विधेयक 2023 (महिला आरक्षण बिल) गुरुवार को राज्यसभा में भी पास हो गया। सदन में उपस्थित सभी 214 सांसदों ने बिल का समर्थन किया और बिल पास हो गया। इसके बाद राज्यसभा और लोकसभा को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। केंद्र सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक 5 दिन का विशेष सत्र बुलाया था। लेकिन नारी शक्ति वंदन विधेयक के दोनों सदनों में पास होने के बाद सत्र एक दिन पहले ही खत्म हो गया।
संसद का 4 दिन चला विशेष सत्र पूरी तरह नए संसद भवन और महिला आरक्षण बिल के नाम रहा। नारी शक्ति वंदन बिल (महिला आरक्षण बिल) नए संसद भवन में पास होने वाला पहला बिल बन गया। सत्र की शुरुआत संसद की पुरानी बिल्डिंग (नया नाम-संविधान सदन) से हुई। 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के दिन सत्र की कार्यवाही नए संसद भवन में शिफ्ट हो गई। इसी दिन लोकसभा में नारी शक्ति वंदन विधेयक (महिला आरक्षण बिल) संसद में पेश किया गया।
लोकसभा में 20 सितंबर को करीब 7 घंटे की चर्चा के बाद महिला आरक्षण बिल लोकसभा में पास हो गया। इसके पक्ष में 454 और विरोध में 2 वोट पड़े। 21 सितंबर को बिल को राज्यसभा में पेश किया गया और सदन में मौजूद सभी 214 सदस्यों ने महिला आरक्षण बिल के समर्थन किया। राज्यसभा में बिल पास होने के बाद अब इसे राज्यों की विधानसभाओं में भेजा जाएगा। आधी विधानसभाओं से पारित होने के बाद इसे राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद लोकसभा और विधानसभाओं की 33 फीसदी सीटें रिजर्व हो जाएंगी। हालांकि सीटों की संख्या के निर्धारण के लिए नई जनगणना और परिसीमन तक का इंतजार करना पड़ेगा।

ख़बर देश
Parliament: नारी शक्ति वंदन विधेयक लोकसभा में पास, विरोध में पड़े सिर्फ 2 वोट

LokSabha: संसद के विशेष सत्र के तीसरे दिन बुधवार 20 सितंबर को नारी शक्ति वंदन बिल (महिला आरक्षण बिल) पास हो गया। पर्ची से हुई वोटिंग में बिल के समर्थन में 454 और विरोध में सिर्फ 2 वोट पड़े। अब कल 21 सितंबर गुरुवार को ये बिल राज्यसभा में पेश किया जाएगा। इसमें कोई शक नहीं कि वहां भी यह आसानी से पास हो जाएगा। इसके बाद बिल को राष्ट्रपति की स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। राष्ट्रपति की स्वीकृति मिलते ही यह कानून बन जाएगा।
बता दें कि विशेष सत्र के दूसरे दिन और नए संसद भवन में गणेश चतुर्थी पर कामकाज शुरू होने के पहले दिन 19 सितंबर को ‘नारी शक्ति वंदन विधेयक’ को लोकसभा में पेश किया गया। बिल के मुताबिक, लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण लागू किया जाएगा। वर्तमान आंकड़ों के हिसाब से लोकसभा की 543 सीटों में सेे 181 सीटें 15 साल के लिए महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। संसद चाहेगी, तो इस समय सीमा को आगे भी बढ़ा सकती है।
लोकसभा में बिल पर चर्चा के दौरान 60 सांसदों ने अपने विचार रखे। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि- ‘सामान्य, एससी, एसटी सभी पर समान रूप से यह आरक्षण लागू होगा। चुनाव के तुरंत बाद ही जनगणना और परिसीमन होगा और महिलाओं की भागीदारी सदन में बढ़ेगी। विरोध करने पर आरक्षण जल्दी नहीं आएगा।’
नारी शक्ति वंदन बिल (महिला आरक्षण बिल) के लागू होने में जो सबसे बड़ा रोड़ा है, वो है कि यह परिसीमन (डीलिमिटेशन) के बाद ही लागू होगा। परिसीमन के लिए जनगणना के पूरा होने तक इंतजार करना पड़ेगा। फिलहाल जो हालात हैं उसमें 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले जनगणना और परिसीमन पूरा हो पाना नामुमकिन तो नहीं, लेकिन इतना आसान भी नहीं है।

ख़बर देश
Anantnag: कोकरनाग क्षेत्र में 146 घंटे बाद एनकाउंटर खत्म, उजैर खान समेत दो आतंकी ढेर

Anantnag: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकरनाग क्षेत्र में पहाड़ी पर एक गुफा में छिपे आतंकियों के साथ सुरक्षाबलों की करीब सात दिनों चली मुठभेड़ खत्म हो गई है। ऑपरेशन गडूल करीब 146 घंटे तक चला और इसे हाल के वर्षों में सबसे लंबा ऑपरेशन कहा जा रहा है। इस ऑपरेशन में लश्कर आतंकी उजैर खान का मार गिराया गया। जबकि एक आतंकी का जला हुआ शव मिला है। उसकी अभी पहचान नहीं हुई है। इस ऑपरेशन की शुरुआत में ही कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष ढोंचक और जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट शहीद हो गए थे। जबकि बाद में एक और सेना के जवान प्रदीप सिंह की शहादत हुई थी। बताया जा रहा है कि सुरक्षाबलों का बड़े क्षेत्र में सर्चिंग ऑपरेशन अब भी जारी है।
