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Chhattisgarh: अनियमितता और लापरवाही पर सख्त साय सरकार, बस्तर से लेकर रायपुर तक हो रही कड़ी कार्रवाई

रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार ने विकास कार्यों में अनियमितता और लापरवाही करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्यवाही करते हुए जीरो टॉलरेंस का परिचय दिया है। राज्य शासन ने सड़क निर्माण और ओवरब्रिज मरम्मत कार्य में गड़बड़ी, लापरवाही, गुणवत्ताहीन कार्य और अनियमितता पर सख्ती बरतते हुए लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध बस्तर से लेकर रायपुर तक कड़ी कार्रवाई की है। राज्य शासन ने बीजापुर में सड़क निर्माण में गड़बड़ी, भ्रष्टाचार, मिलीभगत, शासकीय राशि के अपव्यय और गुणवत्ताहीन कार्यों के दोषी अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर के साथ ही निलंबन की भी कार्रवाई की है। एक अधिकारी को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। वहीं रायपुर में मोवा ओवरब्रिज की मरम्मत में अमानक एवं गुणवत्ताहीन कार्य और अनियमितता पर पांच अधिकारियों को निलंबित किया गया है।
राज्य में भ्रष्टाचार और गडबड़ी पर जीरो टॉलरेंस पर अमल करते हुए सरकार ने आज कई अधिकारियों के विरूद्ध बड़ी कार्रवाई की है। बीजापुर में आर.आर.पी.-1 (एल.डब्ल्यू.ई.) योजना के अंतर्गत 54.40 किमी लंबाई के अति महत्वपूर्ण प्रगतिरत नेलसनार-कोडोली-मिरतुल-गंगालुर मार्ग के कार्य के संबंध में गठित जांच दल से प्राप्त प्रतिवेदन में पाई गई गड़बड़ियों के गंभीर होने एवं संबंधित अधिकारियों के मिलीभगत होने के कारण सड़क निर्माण में शासकीय राशि के अपव्यय, गबन, त्रुटिपूर्ण मूल्यांकन प्रतिवेदन देने एवं ठेकेदार/निर्माण एजेंसी के साथ मिलकर भ्रष्टाचार करने के प्रथम दृष्टया साक्ष्य हैं।
राज्य शासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़क निर्माण कार्य में गड़बड़ियों, गंभीर भ्रष्टाचार, मिलीभगत कर शासकीय राशि के अपव्यय एवं जानबूझकर गुणवत्ताविहीन निर्माण कार्य किए जाने के कारण तत्कालीन कार्यपालन अभियंता बी.एल. ध्रुव, अनुविभागीय अधिकारी आर.के. सिन्हा और उप अभियंता जी.एस. कोड़ोपी तथा अन्य संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध प्रकरण में भारतीय न्याय संहिता, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम एवं अन्य सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज कराकर तत्काल लोक निर्माण विभाग को सूचित करने के निर्देश बस्तर परिक्षेत्र, जगदलपुर के मुख्य अभियंता को दिए हैं।
नेलसनार-कोडोली-मिरतुल-गंगालुर मार्ग के कार्य के संबंध में गठित जांच दल द्वारा बस्तर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता एवं बस्तर मंडल के अधीक्षण अभियंता के साथ विगत 8 जनवरी और 9 जनवरी को कार्यस्थल का निरीक्षण किया गया। इस दौरान कई कमियां पाई गईं। मार्ग के निर्माण कार्य में 29.00 किमी से 32.00 किमी एवं 50/10 तक कुल 4.20 किमी बी.टी. (OGPC+SEAL COAT) कार्य में अधिकांश जगह सील कोट (SEAL COAT) उखड़ गए हैं, जो डी.एल.पी. 06/2025 तक में है। किमी 41/2 से 50/10 मार्ग के विभिन्न फर्लांग (Furlong) में 41/10, 42/2, 42/6, 42/8, 42/10, 43/2, 43/4, 43/8, 44/6, 44/8, 45/4, 45/6, 45/8, 45/10, 46/6, 47/2, 47/10 एवं 50/8 सड़क सतह सिंक पोथोल्स (SINK POTHOLES) उत्पन्न हो गए हैं, जो डी.एल.पी. 06/2025 तक में है। किमी 28/4, 30/6 एवं 40/2 में पुल के एप्रोच स्लैब अपर्याप्त मोटाई (Inadequate Thickness) एवं बिना रिइनफोर्समेंट (Reinforcement) के बैक फीलिंग मटेरियल (Back filling material) के कमजोर कॉम्पेक्शन (Poor compaction) होने से सेटल्ड (Settled) हो गया है। इस प्रकार निर्धारित मानक एवं मापदण्ड का पालन किए बिना ही कार्य कराया जाकर अनुविभागीय अधिकारी एवं उप अभियंता द्वारा अधिकार का दुरूपयोग कर अपने पदीय कर्तव्य के निर्वहन में अनियमितता बरती गई है। इस पर कठोर कार्रवाई करते हुए विभाग ने अनुविभागीय अधिकारी आर.के. सिन्हा, और उप अभियंता जी.एस. कोड़ोपी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए उनका मुख्यालय नवा रायपुर स्थित लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता कार्यालय निर्धारित किया गया है। निलंबन अवधि में दोनों को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
लोक निर्माण विभाग ने नेलसनार-कोडोली-मिरतुल-गंगालुर मार्ग के कार्य में निर्धारित मानक एवं मापदण्ड का पालन किए बिना ही कार्य कराए जाने को कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही, उदासीनता एवं स्वेच्छाचारिता को गंभीर कदाचार मानते हुए बीजापुर के सेवानिवृत्त प्रभारी कार्यपालन अभियंता बी.एल. ध्रुव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उन्हें जारी नोटिस में विभाग ने कहा है कि क्यों न उक्त कृत्य के लिए आपके विरूद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए। उन्हें इस संबंध में अपना लिखित प्रतिवाद नोटिस प्राप्ति के 15 दिवस की समयावधि में प्रस्तुत करने को कहा गया है। लिखित प्रतिवाद निर्धारित समयावधि में प्राप्त नहीं होने पर संबंधित के विरूद्ध नियमानुसार एकपक्षीय कार्यवाही की जाएगी।
मोवा ओवरब्रिज मरम्मत कार्य में गडबड़ी पर पांच अधिकारी निलंबित, उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कार्य का निरीक्षण कर जांच के दिए थे आदेश
लोक निर्माण विभाग ने रायपुर के मोवा रेलवे ओवरब्रिज की मरम्मत में अमानक एवं गुणवत्ताहीन कार्य तथा अनियमितता पर भी बड़ी कार्रवाई की है। जांच के बाद विभाग ने पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। ओवरब्रिज में डामरीकरण कार्य में शिकायतों का संज्ञान लेकर उप मुख्यमंत्री तथा लोक निर्माण मंत्री अरुण साव ने कार्य का औचक निरीक्षण किया था। उन्होंने निरीक्षण के दौरान कार्यस्थल पर गुणवत्ताहीन कार्य/खराबी पाई थी। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के सेतु परिक्षेत्र, रायपुर के मुख्य अभियंता द्वारा केन्द्रीय गुणवत्ता एवं अनुसंधान प्रयोगशाला, लोक निर्माण विभाग, रायपुर से जांच प्रतिवेदन प्राप्त की गई, जिसमें औसत बिटुमिन कंटेंट, कंबाईन्ड डेन्सिटी, मटेरियल के ग्रेडेशन मानक स्तर से कम पाया गया। इस प्रकार अमानक स्तर एवं गुणवत्ता के मापदण्डों का पालन किए बिना ही डामरीकरण का कार्य कराया जाकर कार्यपालन अभियंता, अनुविभागीय अधिकारी एवं उप अभियंताओं द्वारा अधिकार का दुरूपयोग कर अपने पदीय कर्तव्य के निर्वहन में अनियमितता बरती गई है। इस पर कड़ी कार्रवाई करते हुए विभाग ने कार्यपालन अभियंता विवेक शुक्ला, अनुविभागीय अधिकारी रोशन कुमार साहू तथा उप अभियंता राजीव मिश्रा, देवव्रत यमराज और तन्मय गुप्ता को निलंबित किया है। निलंबन अवधि में इन सभी का मुख्यालय नवा रायपुर स्थित लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता कार्यालय निर्धारित किया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
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Mahakumbh 2025: राज्यपाल, स्पीकर और कैबिनेट सहयोगियों के साथ CM साय ने त्रिवेणी संगम में लगाई डुबकी, कई सांसद-विधायक भी रहे साथ

Mahakumbh 2025: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज सपत्नीक महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाई। उनके साथ राज्यपाल रमेन डेका, विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह और उनकी पत्नी, डिप्टी सीएम अरुण साव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरणदेव, कैबिनेट के सहयोगियों केे अलावा कई सांसद और विधायकों ने भी त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई। कांग्रेस के 7 विधायक राघवेंद्र सिंह ,बालेश्वर साहू, व्यास कश्यप, संदीप साहू, विद्यावती सिदार, इंद्र साहू और राजकुमार यादव भी महाकुंभ आए हैं। सभी प्रयागराज एयरपोर्ट पहुंचने के बाद बस के जरिए भजन गाते हुए संगम स्थल के लिए रवाना हुए।
सीएम साय ने सोशव मीडिया साइट ‘एक्स’ पर तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा चलत बिमान कोलाहल होई। जय रघुबीर कहइ सबु कोई। तीर्थराज प्रयाग के त्रिवेणी संगम में पुण्य स्नान करने और समस्त प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना के लिए महाकुंभ की ओर प्रस्थान।
13 फरवरी को स्पीकर रमन सिंह ने दिया था कुंभ जाने का न्योता
छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उनके कैबिनेट सहयोगियों, नेता प्रतिपक्ष, प्रदेश के सभी सांसदों और विधायकों को 13 फरवरी को प्रयागराज में महाकुंभ में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। स्पीकर रमन सिंह ने पत्र लिखकर कहा था कि गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन त्रिवेणी संगम पर आयोजित धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सहभागिता करते हुए सनातन लोकतांत्रिक परंपराओं का सजीव अनुभव करने का अवसर प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री साय के साथ 166 लोगों ने लिया पुण्य स्नान का लाभ
प्रयागराज में त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी के बाद मुख्यमंत्री साय ने कहा कि तीर्थराज प्रयाग के त्रिवेणी संगम में पुण्य स्नान का लाभ प्राप्त हुआ। मां गंगा, यमुना और सरस्वती से समस्त प्रदेशवासियों के खुशहाली और आरोग्य की मंगलकामना की। मुख्यमंत्री साय ने बताया कि उनके साथ राज्यपाल रमेन डेका, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और उनकी पत्नी, डिप्टी सीएम अरुण साव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरणदेव, कैबिनेट के सहयोगियो के अलावा सांसद-विधायक समेत कुल 166 लोग प्रयागराज महाकुंभ पहुंचे हैं।
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राजिम कुंभ कल्प 2025: आस्था, संस्कृति और आध्यात्म का भव्य संगम, राज्यपाल 12 फरवरी को करेंगे शुभारंभ

राजिम कुंभ कल्प 2025: छत्तीसगढ़ के प्रयागराज के रूप में प्रसिद्ध राजिम में राजिम कुंभ कल्प 2025 की भव्य तैयारियाँ पूरी हो चुकी हैं। यह माघ पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक, 12 फरवरी से 26 फरवरी तक आयोजित होगा। राज्यपाल रमेन डेका 12 फरवरी को इस पवित्र आयोजन का शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर देशभर से प्रख्यात संत-महापुरुषों की उपस्थिति इस महाकुंभ को दिव्यता प्रदान करेगी।
उल्लेखनीय है कि राजिम कुंभ कल्प ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक एवं धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में अपनी पहचान बनाई है। इस आयोजन के माध्यम से सांस्कृतिक समृद्धि, आध्यात्मिक ऊर्जा और सामाजिक एकता का संदेश प्रसारित होता है। इस वर्ष के कुंभ में विशेष रूप से भव्य संत समागम, सत्संग दरबार, भागवत कथा तथा राष्ट्रीय एवं आंचलिक कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आकर्षण का केंद्र होंगी।
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Chhattisgarh: बीजापुर मुठभेड़ में शहीद जवानों को दी गई श्रद्धांजलि, अब तक मारे गए 5 नक्सलियों की हुई शिनाख्त

Bijapur: इंद्रावती नेशनल पार्क एरिया मुठभेड़ में शहीद जवानों डीआरजी बीजापुर के प्रधान आरक्षक नरेश ध्रुव एवं एसटीएफ के आर0 बासित रावटे के पार्थिव शरीर को आज जिला मुख्यालय लाया गया। शहीद जवानों को नए पुलिस लाइन स्थित शहीद वाटिका में श्रद्धांजली दी गई। सुबह 11.00 बजे रक्षित केंद्र बीजापुर में शहीद जवानों को “गार्ड ऑफ ऑनर” भी दिया गया। मुठभेड़ में घायल दो जवानों को एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर बेहतर इलाज के लिए राजधानी रायपुर लाया गया। जहां दोनों जवानों की हालत खतरे से बाहर है और उनका बेहतर इलाज जारी है।
मारे गए 31 में से 5 नक्सलियों की हुई शिनाख्त
मुठभेड़ स्थल से AK 47, SLR, INSAS Rifle, .303 Rifle, रॉकेट लॉचर, बीजीएल लांचर हथियार समेत भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ बरामद हुआ है। डीजीपी अरुण देव गौतम, एडीजी विवेकानंद, आईजी बस्तर रेंज सुन्दरराज पी., आईजी CRPF राकेश अग्रवाल और अन्य अधिकारियों ने मुठभेड़ स्थल से बरामद हथियार गोला बारूद माओवादी साहित्य और अन्य वस्तुओं का बीजापुर में निरीक्षण किया। बीजापुर एनकाउंटर में मारे गए 31 माओवादियों में से अभी तक 5 की शिनाख्त हुई है l शेष मारे गये नक्सलियों की पहचान की जा रही है।
1. हुंगा कर्मा, डीव्हीसीएम, वेस्ट बस्तर डिवीजन, इनाम- 8 लाख रुपए
2. मंगु हेमला, निवासी सावनार, थाना गंगालूर, पीपीसीएम प्लाटून नम्बर 11 कमांडर, इनाम- 5 लाख रुपए
3. सुभाष ओयाम, एसीएम, नेशनल पार्क एरिया कमेटी, इनाम- 5 लाख रुपए
4. सन्नू, एसीएम, गंगालूर एरिया कमेटी, इनाम- 5 लाख रुपए
5. रमेश, नेशनल पार्क एरिया, पार्टी सदस्य, इनाम- 2 लाख रुपए
रविवार को इंद्रावती नेेशनल पार्क में हुई थी मुठभेड़
पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ. जितेन्द्र कुमार यादव द्वारा मुठभेड़ के सबंध में जानकारी देते हुए बताया कि बीजापुर के थाना फरसेगढ़ के अन्नपुर – टेकामेटा जंगल क्षेत्रान्तर्गत DVCM हुंगा कर्मा, TSC एसजेडसीएम बंडी प्रकाश, भास्कर व मद्देड़ /नेशनल पार्क एरिया कमेटी के ACM बुचन्ना,PLGA प्लाटून नम्बर 11 कमाण्डर मंगु हेमला, ACM सुभाष ओयाम, ACM सन्नू, एसीएम कृष्णा, एसीएम अजीत के साथ 40-45 सशस्त्र माओवादियों की उपस्थिति की सूचना पर डीआरजी बीजापुर एवं एसटीएफ की संयुक्त टीम शनिवार को माओवादियों के विरूद्ध अभियान पर निकली थी। अभियान के दौरान रविवार 9 फरवरी को सुबह लगभग 8 बजे थाना मद्देड – फरसेगढ़ बॉर्डर एरिया के मध्य जंगल पहाड़ में डीआरजी, एसटीएफ एवं बस्तर फाईटर की संयुक्त पार्टी एवं माओवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई, जो शाम 3-4 बजे तक रूक-रूक कर चलती रही । मौके से भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक एवं माओवादी सामग्री बरामद किया गया है। मुठभेड़ समाप्ति उपरांत सभी टीमों द्वारा सर्च करने पर वर्दीधारी 11 महिला एवं 20 पुरुष कुल 31 हार्डकोर वर्दीधारी माओवादियों का शव हथियार सामग्री सहित बरामद हुआ ।
मुठभेड़ में बरामद हथियारों का विवरण
1.. एके47 रायफल 1 नग, 3 मैगजीन, 56 नग कारतुस
2. एसएलआर रायफल 1 नग, 2 मैगजीन 6 नग कारतुस
3. 1 नग इंसास रायफल, 1 नग मैगजीन
4. 1 नग 303 रायफल, ॉ1 मैगजीन, 02 नग कारतुस
5. 01 नग 315 बोर रायफल, 30 नग कारतुस
6. 12 बोर गन 8 नग
7. 1 नग बीजीएल Rocket लांचर बड़ा मय स्टेण्ड, 4 नग बीजीएल सेल
8. 6 नग बीजीएल लांचर, 14 नग सेल
9. 4 नग Muzzle Loading rifle
10. IED 9 नग
11. लेजर प्रिंटर, भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, माओवादी वर्दी, माओवादी साहित्य, दवाईया एवं दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद।
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Chhattisgarh: आयुष्मान योजना को लेकर फर्जी दावे करने वाले अस्पतालों पर कार्रवाई, 15 का पंजीयन निरस्त

Raipur: छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के तहत फर्जी दावों पर सख्त कार्रवाई करते हुए रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर के 28 अस्पतालों का निरीक्षण किया। जांच के बाद 15 अस्पतालों का पंजीयन एक वर्ष के लिए निरस्त कर दिया गया, जबकि 4 अस्पतालों को 6 माह के लिए, 4 को 3 माह के लिए निलंबित किया गया और 5 अस्पतालों को चेतावनी पत्र जारी किया गया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) की नेशनल एंटी फ्रॉड यूनिट समय-समय पर फर्जी दावों की पहचान कर ट्रिगर भेजती रही है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ शासन ने विस्तृत परीक्षण कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे, जिसके बाद राज्य नोडल एजेंसी ने संदिग्ध अस्पतालों की पहचान कर राज्य एवं जिला स्तरीय अधिकारियों की विशेष बैठक बुलाई। रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर जिलों में व्यापक निरीक्षण अभियान चलाया गया, जिसमें डॉक्टरों और प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त टीमों ने प्रत्येक दिन दो अस्पतालों की गहन भौतिक जांच की।
निरीक्षण के दौरान अनियमितताओं के प्रमाण पाए जाने पर सभी 28 अस्पतालों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए और जवाब देने के लिए पर्याप्त समय दिया गया। अस्पतालों द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण समाधानकारक नहीं पाए गए, जिसके आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की गई है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस कार्रवाई को जरूरी बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना और शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना का उद्देश्य प्रदेश के हर नागरिक को सुलभ और निःशुल्क चिकित्सा सेवा प्रदान करना है। उन्होंने चेतावनी दी कि अनियमितता करने वाले अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और इस तरह की अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार स्वास्थ्य योजनाओं की पारदर्शिता को लेकर पूरी तरह गंभीर है और जो भी अस्पताल नियमों का उल्लंघन करेंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। आयुष्मान योजना का लाभ केवल योग्य लाभार्थियों तक सही रूप में पहुंचे, यह सुनिश्चित करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार पूरी सख्ती से निगरानी रखेगी और आगे भी इसी तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।
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Chhattisgarh: सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी, 31 नक्सली ढेर, 2 जवान शहीद, 2 घायल

Bijapur:छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा पर बीजापुर जिले में रविवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 31 नक्सली मारे गए है। मुठभेड़ में 2 जवान शहीद हो गए और 2 घायल हुए हैं। आईजी बस्तर पी सुंदरराज ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों के 4 जवान घायल हो गए, जिसमें से 2 जवानों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अन्य दो जवानों की हालत खतरे से बाहर है। उन्हें बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया है। सर्चिंग के दौरान जवानों ने सभी 31 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं।
जानकारी के मुताबिक बीजापुर और नारायणपुर से लगी महाराष्ट्र की सीमा पर इंद्रावती नेशनल पार्क क्षेत्र के जंगल में रविवार सुबह सर्चिंग पर निकले जवानों का नक्सलियों से आमना-सामना हो गया। इसके बाद दोनों ओर से शुरू हुई फायरिंग में 31 नक्सली मारे गए। नक्सलियों की मौतों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है। डीआरजी बीजापुर, एसटीएफ और सी-60 के करीब 1000 जवान इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।
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