ख़बर छत्तीसगढ़
यूनिफाइड कमांड की बैठक: सीएम भूपेश बोले- स्थानीय ग्रामीणों को विश्वास में लेकर चले एंटी नक्सल अभियान
Raipur: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में मंगलवार को न्यू सर्किट हाउस के सभाकक्ष में यूनीफाइड कमांड की बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में नक्सल गतिविधियों में निरंतर कमी आ रही है। राज्य में केंद्रीय सुरक्षाबलों और छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा बेहतर तालमेल के साथ नक्सलियों के विरुद्ध सफलतापूर्वक चलाये जा रहे संयुक्त अभियान के कारण यह संभव हो सका है। संवेदनशील क्षेत्रों में नक्सलियों के विरुद्ध चलाए जा रहे सघन अभियान के साथ विकास कार्यों में भी तेजी लायी जा रही है, जिससे आम जनता का शासन व प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है।
मुख्यमंत्री ने बैठक में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों को प्राथमिकता देते हुए सुचारू आवागमन हेतु सड़क, पुल, पुलियों एवं अन्य शासकीय निर्माण कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने के लिए आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने भी कहा।
बैठक में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस के सूचना तंत्र को और अधिक मजबूत बनाए जाने तथा स्थानीय ग्रामीणों को विश्वास में लेकर नक्सलवाद के विरूद्ध अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। साथ ही नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात केन्द्रीय और राज्य के सुरक्षाबलों के जवानों की समस्याओं को लेकर भी चर्चा की गई तथा सुरक्षाबलों के कैम्पों में जवानों को आवश्यक मूलभूत सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य के सीमावर्ती राज्यों विशेषतः महाराष्ट्र, तेलंगाना, आन्ध्रप्रदेश और उड़ीसा के साथ बेहतर समन्वय, सीमावर्ती क्षेत्रों में संयुक्त कार्यवाही, सम्पर्क मार्गों पर सुरक्षाबलों द्वारा सतत निगरानी के निर्देश दिए गए और सीमावर्ती राज्यों के साथ सूचनाओं को साझा किए जाने पर भी जोर दिया गया। साथ ही यह भी निर्देश दिए गए कि नक्सलियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान में यह सुनिश्चित किया जाए कि स्थानीय ग्रामीणों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो।
बैठक में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव (गृह) मनोज पिंगुवा, केन्द्रीय गृह मंत्रालय तथा राज्य शासन के अधिकारी, केन्द्रीय सुरक्षाबलों एवं राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी तथा विभिन्न विकास एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे ।
ख़बर छत्तीसगढ़
Chhattisgarh: गुरु गोविंद सिंह के वीर साहिबजादों के अमर बलिदान की कहानी स्कूली पाठ्यक्रम में होगी शामिल, CM साय ने की बड़ी घोषणा
Raipur: गुरु गोविंद सिंह जी के वीर साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी के अमर बलिदान की कहानी अब छत्तीसगढ़ के स्कूली बच्चों को पढ़ाई जाएगी। वीर साहिबजादों के वीरता की यह कहानी देश के युवाओं को साहस के साथ आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज वीर बाल दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर के मेडिकल कॉलेज सभागार में आयोजित बौद्धिक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए यह बड़ी घोषणा की। उन्होंने गुरु गोविंद सिंह और वीर साहिबजादों का पुण्य स्मरण कर कहा कि हमें उनकी शिक्षाओं को अपनाना चाहिए और नई पीढ़ी को उनके आदर्शों से जोड़ना चाहिए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वीर साहिबजादों के जीवनी पर आधारित एनिमेटेड फिल्म भी देखी।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि वीर बाल दिवस हमें राष्ट्र की रक्षा के लिए सिख गुरुओं के त्याग की महान सिख परंपरा की याद दिलाता है। हमें ऐसे महान वीर सपूतों की प्रेरक कहानियां अपने बच्चों और समाज को बतानी चाहिए। उन्होंने गुरु गोविंद सिंह जी के साहेबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह जी की शहादत को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद दिया। सीएम साय ने कहा कि भारत की प्रत्येक पीढ़ी गुरु गोविंद सिंह जी एवं उनके साहेबजादों के बलिदान को सदैव याद रखेगी। देश के लिए जीना और देश के लिए जरुरत पड़ने पर अपने प्राणों की आहुति देने की प्रेरणा हमें वीर बाल दिवस से मिलती है। उन्होंने कहा कि वीर बाल दिवस हमें राष्ट्र की एकता और अखंडता का भी स्मरण कराता है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि समाज को तोड़ने वाली ताकतें हर दौर में सक्रिय रहती हैं। लेकिन गुरुगोविंद सिंह और उनके साहेबजादों बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जैसे वीर जिस धरती पर जन्म लेंगे उसकी ओर कोई आंख उठाकर भी नहीं देख सकता। उन्होंने कहा कि बाबा जोरावार सिंह जी और बाबा फतेह सिंह किसी एक धर्म या पंथ के लिए प्रेरणास्रोत नहीं हैं। वह संपूर्ण भारत के लिए अनुकरणीय हैं। साय ने कहा कि भारत का चरित्र मूल रूप से सामाजिक समरसता का रहा है। हमारे देश में कट्टरता और उन्माद को कभी जगह नहीं मिली। हमारा प्रदेश छत्तीसगढ़ उसका सबसे अच्छा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि हम छत्तीसगढ़ की स्थापना का रजत जयंती वर्ष मना रहे हैं। हमने विकसित छत्तीसगढ़ का संकल्प लिया है। यह संकल्प सामाजिक समरसता से ही पूरा होगा।
वीर बाल दिवस के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी के मुख्य वक्ता प्रेम शंकर सिदार ने कहा कि भारत एक धर्म प्राण देश है। जब देश मे अन्याय बढ़ता है तो यहां के महापुरुष रक्षा के लिए खड़े हो जाते हैं। बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी दुनिया के सबसे कम उम्र के बलिदानी हैं। वे मृत्यु के सामने भी धर्म पर अडिग रहे। उन्होंने कहा कि भारत की जीवनी शक्ति इसकी आत्मा है। देश के महापुरुषों से प्रेरणा मिलती है कि हमें देश को संभाल के रखना है। बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी को उनकी माता ने उनके बुजुर्गों के बलिदान की कहानी सुनाई थी। मृत्यु भी जीत है ये सन्देश इन बच्चों ने अपने बलिदान से दिया। सिदार ने कहा कि भारत के घर-घर में इन प्रसंगों की चर्चा होनी चाहिए ताकि हमारी नई पीढ़ी को इनसे प्रेरणा मिले।
इस अवसर पर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक किरण देव, विधायक सुनील सोनी, विधायक पुरंदर मिश्रा, विधायक मोतीलाल साहू, पूर्णेन्दु सक्सेना, पवन साय, परमिन्दर सिंह भाटिया, ज्ञानी बाज सिंह जी, भूपेश सवन्नी, सिख समाज के अनुयायी, प्रबुद्ध नागरिकगण और स्कूली बच्चे उपस्थित थे।
ख़बर छत्तीसगढ़
Raipur: मुख्यमंत्री साय आज वीर बाल दिवस संगोष्ठी में होंगे शामिल, मेडिकल कॉलेज हाल में होगा आयोजन
Raipur: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज वीर बाल दिवस संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल होंगे। यह संगोष्ठी आज शाम 4:30 बजे रायपुर के मेडिकल कॉलेज हाल में आयोजित किया गया है। संगोष्ठी में प्रेमशंकर सिद्धार्थ जी मुख्य वक्ता होंगे। विशिष्ट अतिथि अतिथि के रूप में वरिष्ठ समाजसेवी सरदार परविंदर सिंह भाटिया शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है कि देश व धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारत के वीर सपूत बाबा जोरावर सिंह जी एवं बाबा फतेह सिंह जी की शहीदी को वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। संगोष्ठी का आयोजन वीर बाल दिवस सम्मान आयोजन समिति सिख संगत समूह द्वारा किया गया है।
ख़बर छत्तीसगढ़
Jashpur: छत्तीसगढ़ का रजत जयंती वर्ष ‘अटल निर्माण वर्ष‘ के रूप मनाया जाएगा: मुख्यमंत्री साय
Jashpur: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज जशपुर के सराईटोली में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के अवसर पर आयोजित अटल सुशासन चौपाल में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के निर्माता श्रद्धेय अटल जी को छत्तीसगढ़ की जनता की ओर से नमन किया। मुख्यमंत्री ने देश के निर्माण में उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ का रजत जयंती वर्ष ‘अटल निर्माण वर्ष‘ के रूप मनाया जाएगा। इस दौरान अधोसंरचना विकास के कार्य प्राथमिकता से किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारा राज्य छत्तीसगढ़ उनकी ही देन है। उन्होंने कहा कि अटल जी हमेशा अपने मूल्यों और सिद्धांतों पर अडिग रहते थे। आज पूरे प्रदेश में उनकी जयंती सुशासन दिवस के रूप में मनाई जा रही है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि अटल जी का मानना था कि छत्तीसगढ़ का निर्माण होगा तो इस क्षेत्र का तेजी से विकास होगा। यहां के निवासियों और जनजातियों को आगे बढ़ने के बेहतर अवसर मिलेंगे। उनकी प्रगति को बल मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी की मंशा के अनुरूप राज्य सरकार समृद्ध और विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के स्वप्न को पूरा कर रही है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रदेश में लगातार मोदी की गारंटी को पूरा करने का काम राज्य सरकार कर रही है। 3100 रूपए प्रति क्विंटल एवं 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीदी की जा रही है। महतारी वंदन योजना में 70 लाख माताओं-बहनों को हर माह एक हजार रुपए की राशि डीबीटी के माध्यम से दी जा रही है। रामलला दर्शन योजना के साथ अब तीर्थ यात्रा योजना भी जल्द शुरू की जाएगी। तेंदूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक की दर 4000 रूपए से बढ़ाकर 5500 रूपए कर दी गई है। सीजीपीएससी घोटाले की जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है। इसमें लिप्त लोगों पर लगातार कार्यवाही की जा रही है। इससे छात्रों का भरोसा सीजीपीएससी पर फिर से लौटा है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्था को अधिक सुगम और पारदर्शी बनाया जा रहा है। गुड गवर्नेंस के लिए सुशासन एवं अभिसरण विभाग का गठन किया गया है। बस्तर में नक्सलवाद के खात्मे को लेकर निर्णायक लड़ाई लड़ी जा रही है। राज्य सरकार पूरे प्रदेश में सभी वर्गों के विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री साय ने सराईटोली में अनेक विकास कार्यों की घोषणा की
मुख्यमंत्री साय ने क्षेत्र के किसानों की सुविधा की दृष्टि से फरसाबहार में अपेक्स बैंक की शाखा खोलने की घोषणा की। इसके साथ ही कोतईबीरा से कपाटद्वार तक लक्ष्मण झूला की तर्ज पर सस्पेंशन ब्रिज निर्माण सहित अन्य विकास कार्यों की घोषणा की। इस अवसर पर कौशल्या देवी साय, रोहित साय, भरत साय सहित अनेक जनप्रतिनिधि और ग्रामीणजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने अटल सुशासन चौपाल में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण कर हितग्राहियों को सहायता राशि और दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण प्रदान किया। उन्होंने मछुआ सहकारी समिति एवं दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों को पंजीयन प्रमाण पत्र देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक द्वारा पे-केसीसी कार्ड के वितरण सहित अनेक हितग्राहियों को मोटराइज्ड ट्रायसाइकिल, राष्ट्रीय परिवार सहायता राशि एवं दिव्यांग बच्चों को निःशक्तजन छात्रवृत्ति का प्रमाण पत्र प्रदान किया। उन्होंने दिव्यांग बच्चों को अच्छी पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित भी किया। उन्होंने स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया। इसके साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ महिला कोष के माध्यम से मां तारिणी स्व-सहायता समूह को 80 हजार रुपए एवं जय मां अम्बे स्व सहयता समूह को एक लाख रुपए का चेक प्रदान किया।
ख़बर छत्तीसगढ़
Chhattisgarh: मुख्यमंत्री साय ने राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता के पोस्टर का किया विमोचन, 27 से 31 दिसंबर तक आयोजित होगी प्रतियोगिता
Raipur: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री निवास रायपुर में अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा आयोजित होने वाले 24वें राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता के पोस्टर का विमोचन किया। उन्होंने आयोजकों को इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिए अपनी शुभकामनाएं दी और वनवासी समाज के उत्थान और खेल संस्कृति के विकास की दिशा में इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताया। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह प्रतियोगिता जनजातीय खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने का बड़ा अवसर देगा। इससे विभिन्न राज्यों से आए खिलाड़ियों के बीच एकता की भावना भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि एक पुनीत उद्देश्य के साथ यह प्रतियोगिता आयोजित हो रही है और इससे वनवासी युवाओं की प्रतिभा को प्रोत्साहन मिलेगा।
राष्ट्रीय वनवासी क्रीडा प्रतियोगिता का आयोजन 27 से 31 दिसंबर 2024 तक राजधानी रायपुर में किया जा रहा है। प्रतियोगिता का शुभारंभ 28 दिसंबर को साइंस कॉलेज मैदान में होगा, जिसमें अंडमान, मणिपुर, पंजाब सहित देश भर के विभिन्न प्रांतों और पड़ोसी देश नेपाल से लगभग 800 खिलाड़ी प्रतियोगिता में भाग लेने राजधानी पहुंच रहे हैं। प्रतियोगिता में खिलाड़ी फुटबॉल और तीरंदाजी में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। इस अवसर पर वन मंत्री और प्रतियोगिता के स्वागत समिति के अध्यक्ष केदार कश्यप, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, प्रांताध्यक्ष उमेश कच्छप, सचिव डॉ. अनुराग जैन, रामनाथ कश्यप सहित अन्य सदस्यगण उपस्थित थे।khabri
ख़बर छत्तीसगढ़
Chhattisgarh: सनी लियोनी के नाम पर महतारी वंदन योजना का फर्जी भुगतान लेने का मामला, आरोपी गिरफ्तार, राशि की होगी वसूली
महतारी वंदन योजना के गलत भुगतान पर बड़ी कार्रवाई
आरोपी वीरेन्द्र कुमार जोशी गिरफ्तार, बैंक खाता सीज, की जा रही वसूली की कार्रवाई
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता वेदमती जोशी बर्खास्त
परियोजना अधिकारी ज्योति मथरानी एवं आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक प्रभा नेताम निलंबित
तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी को स्पष्टीकरण
Raipur: महतारी वंदन योजना छत्तीसगढ़ प्रदेश की महत्वाकांक्षी योजना है। प्रदेश में योजना का क्रियान्वयन पारदर्शी तरीके से हो एवं पात्र महिला हितग्राही को ही योजना का लाभ प्राप्त हो, इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सतर्कता पूर्वक कार्य संपादित किया जा रहा है एवं ऐसे प्रकरण, जिसमें योजना का गलत तरीके से लाभ लेने के लिए फेक आवेदन किए गए हैं, उनकी जानकारी प्राप्त होने पर तत्काल कठोर कार्यवाही की जा रही है।
सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित सूचना, जिसमें महतारी वंदन योजना की राशि सनी लियोनी के खाते में जमा होने की न्यूज प्रसारित हुई है, सही नहीं है। वास्तव में सनी लियोनी के बैंक खाते में महतारी वंदन की राशि का भुगतान नहीं हुआ है, बल्कि यह वीरेन्द्र कुमार जोशी नाम के एक व्यक्ति के द्वारा स्थानीय स्तर पर मिलीभगत कर सनी लियोनी के नाम से आवेदन कर आधार एवं अन्य जानकारी अपनी डालते हुए शासकीय राशि अवैधानिक रूप से प्राप्त करने के उद्देश्य से की गयी हरकत है।
मामला यह है कि बस्तर जिले के बस्तर विकासखंड के आंगनवाड़ी केन्द्र तालूर में वीरेन्द्र कुमार जोशी के द्वारा फर्जीवाड़ा करते हुए आंगनवाड़ी केन्द्र तालूर के कार्यकर्ता के माध्यम से सनी लियोनी के नाम से आवेदन किया गया है तथा उस आवेदन में अन्य जानकारी के रूप में अपना आधार नंबर तथा अपने बैंक खाते की जानकारी डाली गयी है। प्रत्येक आवेदन के परीक्षण एवं सत्यापन का दायित्व ग्राम स्तर पर बनायी गयी समिति, जिसमें ग्राम प्रभारी/वार्ड प्रभारी एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा किया जाना था। इसके उपरांत पोर्टल में अंकित दस्तावेज़ो का परीक्षण प्रथम सत्यापन में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा तथा द्वितीय सत्यापन पर्यवेक्षक के द्वारा किया जाना था तथा परियोजना अधिकारी के द्वारा अनुमोदित किया जाना था।
इस प्रकरण में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता वेदमति जोशी, जो की वीरेन्द्र कुमार जोशी की पड़ोसी है, के द्वारा बिना तथ्यों की जांच परख किए ऑनलाइन पोर्टल पर वीरेन्द्र कुमार जोशी के द्वारा सनी लियोनी के नाम से किए गए आवेदन को सत्यापित कर दिया गया। इसी प्रकार पर्यवेक्षक के द्वारा भी बिना परीक्षण किए हुए इस आवेदन का सत्यापन कर दिया गया, जिसके कारण इस फर्जी नाम वाले हितग्राही को उनके द्वारा दिए गए आधार नबंर से लिंक स्टेट बैंक के खाते में डीबीटी के रूप में राशि का भुगतान हुआ है।
इस प्रकरण पर गंभीर लापरवाही के लिए संबंधित आंगनवाड़ी कार्यकर्ता वेदमति जोशी को बर्खास्त करने की कार्यवाही की गयी है। पर्यवेक्षक प्रभा नेताम एवं परियोजना अधिकारी ज्योति मथरानी को निलंबित करने की कार्यवाही की गयी है तथा तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी को भी स्पष्टीकरण जारी किया गया है। साथ ही वीरेन्द्र कुमार जोशी के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज़ कर उसे गिरफ्तार किया गया है तथा उनके बैंक खाते को सीज़ कर भुगतान की गयी राशि की वसूली की कार्यवाही की जा रही है।
सरकार की मंशा है कि पात्रता रखने वाली महतारियों को योजना का लाभ मिल सके, अतः सभी आवेदन करने वाले पात्र हितग्राहियों को योजना में शामिल किया गया है। योजना को लागू किए जाने हेतु विस्तृत प्रावधान किए गए हैं, जिसमें योजना अंतर्गत आवेदन पत्र प्राप्त किये जाने हेतु ऑनलाईन साफ्टवेयर विकसित करते हुए प्रत्येक मैदानी अमलों को पृथक-पृथक आईडी/पासवर्ड प्रदान किया गया था। इसी क्रम में संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को भी आईडी/पासवर्ड प्रदान किया गया। योजना अंतर्गत हितग्राहियों से निर्धारित प्रारूप में आवेदन प्राप्त किये जाने के उपरांत आवेदन पत्रों का इन्द्राज आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं ग्राम प्रभारी के द्वारा ऑनलाईन पोर्टल में किया जा कर संलग्न दस्तावेजों का परीक्षण करते हुए दस्तावेज अपलोड किया गया।
साफ्टवेयर में दर्ज आवेदनों का प्रथम स्तर पर ग्राम समिति के माध्यम से सत्यापन तथा उसके उपरांत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा किए जाने का प्रावधान रखा गया है तथा उसके उपरांत द्वितीय सत्यापन किए जाने का दायित्व संबंधित सेक्टर पर्यवेक्षक का निर्धारित किया गया था ताकि दो स्तर पर सत्यापन हो सके। सत्यापन उपरांत वार्ड/पंचायत स्तर पर गठित समिति के द्वारा अनंतिम सूची का प्रकाशन कर आंगनवाड़ी केन्द्र, ग्राम पंचायत आदि सार्वजानिक जगह पर यह सूची चस्पा की गयी है तथा ग्रामीणों को यह अवसर दिया गया कि वे इस सूची में परीक्षण कर गलत आवेदन करने वाले विरूद्ध दावा आपत्ति कर सके।
प्राप्त दावा आपत्ति के निराकरण हेतु बाल विकास परियोजना स्तर पर गठित समिति के द्वारा निराकरण का प्रावधान रखा गया है एवं दावा आपत्ति प्राप्त किया जाकर लगभग 12000 से अधिक गलत आवेदनो को निरस्त किया गया। दावा आपत्ति का निराकरण उपरांत अंतिम सूची का प्रकाशन किया जाकर प्रकाशित किया गया। उपरोक्त प्रक्रियाओं के निर्धारण के उपरांत भी ऐसे फर्जी आवेदन प्राप्त न हो इस दृष्टि से लगातार इनके सत्यापन की कार्यवाही हेतु मैदानी अमलों को दिशा निर्देश दिये गये एवं लगभग 15 हजार गलत आवेदनों को चिन्हांकन करते हुए निरस्त किया गया।
अंतिम सूची में 70,26,352 आवेदको का भी राज्य स्तर से विभिन्न उपलब्ध डाटा से वेरीफाई किया गया है एवं आधार एंथेटिकेंशन के लिए UIDAI को प्रेषित कर आधार का सत्यापन कराया गया है। अतः 50 प्रतिशत आवेदक फर्जी होने का कथन पूरी तरह गलत है। विभाग द्वारा समय-समय पर मैदानी स्तर पर सत्यापन, सॉफ्टवेयर के माध्यम से भी खोजकर 15000 से अधिक गलत हितग्राहियों का चिन्हांकन कर, उन्हें लाभ सूची से बाहर कर दिया गया है। लाभांवित होने वाले हितग्राहियों की सूची प्रत्येक आंगनवाड़ी केन्द्र के आईडी पर परिलक्षित है।
महतारी वंदन योजना से प्रदेश की महतारियों को बेहद लाभ प्राप्त हुआ है, जैसे महतारियों के द्वारा इस राशि का उपयोग बच्चों के एवं स्वयं के स्वास्थ्य पोषण पर व्यय, बचत करने तथा सुकन्या समृद्धि के खाते खोलकर बेटियो के नाम से जमा करने के, बच्चों की शिक्षा पर, अपनी दिन प्रतिदिन की आवश्यकताओं की पूर्ति पर एवं अपना स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ करने जैसे महिला सशक्तिकरण के अनेक उदाहरण है।
महतारी वंदन योजना को लागू करते समय सुरक्षा के पर्याप्त उपाय किए गए हैं। प्रक्रिया के आवेदन आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं ग्राम/वार्ड प्रभारी के स्तर पर प्राप्त करते हुए सारे दस्तावेज़ के साथ आवेदन ऑनलाईन पोर्टल पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं ग्राम प्रभारी के द्वारा भरा गया है। आवेदकों के द्वारा स्वतः ऑनलाईन आवेदन का भी प्रावधान रखा गया था। विभाग द्वारा लगातार प्रत्येक स्तर पर हितग्राहियों के सत्यता की जानकारी ली जा रही है। समय-समय पर निर्देश जारी किए गए हैं। इसी के परिणाम स्वरूप मृत हितग्राहियों की जानकारी भी लिया जाकर उन्हें लाभ सूची से हटाया जा रहा है, अद्यतन स्थिति में 21 हजार से अधिक हितग्राहियों को मृत्यु हो जाने के कारण लाभ सूची से हटाया गया है। इस प्रकार विभाग द्वारा लगातार योजना को लागू किए जाने हेतु तत्परता से कार्यवाही जा रही है।
-
ख़बर मध्यप्रदेश17 hours ago
MP Cabinet: एमपी में अब स्वयं ऑनलाइन बना सकेंगे जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र, क्षिप्रा नदी के तट पर बनेगा 29 किमी लंबा घाट
-
ख़बर देश10 hours ago
Delhi: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन, 92 साल की उम्र में दिल्ली AIIMS में ली अंतिम सांस
-
ख़बर छत्तीसगढ़12 hours ago
Chhattisgarh: गुरु गोविंद सिंह के वीर साहिबजादों के अमर बलिदान की कहानी स्कूली पाठ्यक्रम में होगी शामिल, CM साय ने की बड़ी घोषणा
-
ख़बर छत्तीसगढ़21 hours ago
Raipur: मुख्यमंत्री साय आज वीर बाल दिवस संगोष्ठी में होंगे शामिल, मेडिकल कॉलेज हाल में होगा आयोजन