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UP IPS TRANSFER: 12 पुलिस अधीक्षक समेत 21 आईपीएस अफसरों के तबादले

लखनऊ:(UP IPS TRANSFER) उत्तर प्रदेश में शनिवार को पुलिस प्रशासन में बड़े पैमाने पर फेरबदल हुआ है। राज्य शासन ने 21 आईपीएस अफसरों का तबादला आदेश जारी किया है। जिसमें 12 जिलों के पुलिस कप्तानों को भी बदल दिया गया है। जिन जिलों के पुलिस अधीक्षक बदले गए हैं उनमें गोरखपुर, अयोध्या, मथुरा, प्रयागराज, गोंडा के साथ-साथ गाजीपुर, बिजनौर, मिर्जापुर, कासगंज, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और अमेठी हैं।
जारी आदेश में गोरखपुर के एसएसपी विपिन टाडा सहारनपुर के नए एसपी होंगे। मथुरा के एसपी गौरव ग्रोवर गोरखपुर के एसएसपी होंगे।प्रशांत वर्मा को कन्नौज से अयोध्या, शैलेश कुमार पांडे को अयोध्या से प्रयागराज, मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक यादव को मथुरा का एसपी बनाया गया है। वहीं अजय कुमार को प्रयागराज से सीबीसीआईडी लखनऊ, सहारनपुर के एसएसपी आकाश तोमर को गोंडा और राजेश कुमार श्रीवास्तव को कन्नौज का एसपी बनाया गया है।
गाज़ीपुर के एसपी राम बदन सिंह को नोएडा कमिश्नरेट में तैनाती दी गई है। अमरोहा के एसएसपी विनीत जायसवाल को मुजफ्फरनगर, अमेठी के एसपी दिनेश सिंह को बिजनौर और इलामारन जी को अमेठी का एसपी बनाया गया है। संतोष कुमार मिश्र गोंडा से मिर्जापुर एसपी, बीबी जीडीएस मूर्ति को कानपुर पुलिस कमिश्नर से कासगंज का एसपी और आदित्य लाग्हे वाराणसी से अमरोहा के एसपी बनाए गए हैं।
मिर्जापुर के एसपी अजय कुमार सिंह वाराणसी में पीएसी के सेक्टर डीआईजी होंगे। बिजनौर के एसपी धर्मवीर को पीएसी स्थानांतरित किया गया है। कानपुर पुलिस कमिश्नरेट में तैनात एसपी संजीव त्यागी को अयोध्या में इंटेलिजेंस का एसपी बनाया गया है। डॉ भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी मुरादाबाद में तैनात एसपी विजय ढुल को कानपुर कमिश्नरेट में डीसीपी के पद पर देहाती दी गई है। सीबीसीआईडी में एसपी राहुल राज को लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में डीसीपी बनाया गया है।
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UP News: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर बड़ा सड़क हादसा, कार पर पलटा डंपर, 7 की मौत

Saharanpur: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में सात लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। जिले के सैय्यद माजरा गांव का रहने वाला एक परिवार कार से कहीं जा रहा था। जैसे ही कार गांव की सीमा से निकल कर एक्सप्रेसवे पर पहुंची, उसी समय देहरादून की ओर से आ रहे तेज रफ्तार डंपर का चालक अचानक कार को सामने देख हड़बड़ा गया। उसने ब्रेक लगाकर कार को बचाने की कोशिश की, लेकिन डंपर अनियंत्रित होकर कार पर ही पलट गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा इतना भीषण था कि कार पूरी तरह डंपर के नीचे दबकर क्षतिग्रस्त हो गई।
स्थानीय लोगों के अनुसार, कार में मौजूद सात लोगों की मौके पर मौत होने की बात सामने आई है, जिनमें एक बच्ची भी शामिल है। पुलिस और बचाव दल मौके पर पहुंचकर मलबा हटाने में जुटे हैं। कार में सवार परिवार कहां जा रहा था। इसकी जानकारी पुलिस जुटा रही है। एक्सप्रेसवे पर कुछ समय के लिए यातायात रोककर बचाव कार्य चलाया गया। फिलहाल पुलिस ने डंपर को कब्जे में ले लिया है और हादसे की जांच जारी है।
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Ayodhya: श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर लहराई धर्म ध्वजा, पीएम मोदी बोले- आज 500 साल के यज्ञ की पूर्णाहुति है

Ayodhya: राम मंदिर का निर्माण आज संपूर्ण हो गया है। 500 वर्षों का इंतजार खत्म हुआ और 25 नवंबर को धर्म ध्वजारोहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने शिखर पर धर्म ध्वज फहराई। मंदिर निर्माण की शुरुआत 9 नवंबर 2019 को SC के फैसले के बाद हुई। पीएम मोदी ने शुभ मुहूर्त में 22 फीट लंबे, 11 फीट चौड़े और लगभग 3 किलो वजनी धर्म ध्वजा को फहराया। कार्यक्रम में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सहित देशभर से आए करीब 7000 मेहमान इस ऐतिहासिक पल के गवाह बने। ध्वजारोहण से पूर्व पीएम मोदी ने सप्तमंदिर में सप्त ऋषियों के दर्शन और भगवान राम की आरती की।
ध्वजारोहण के बाद पीएम मोदी बोले, भाव-विहोर करने वाला अनुभव
अयोध्या राम मंदिर में ध्वरोहण कार्यक्रम के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी भावनाएं जाहिर की हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या के पावन धाम में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में ध्वजारोहण समारोह का हिस्सा बनना मेरे लिए अत्यंत भावविभोर करने वाला अनुभव रहा। शुभ मुहूर्त में संपन्न हुआ यह अनुष्ठान हमारे सांस्कृतिक गौरव और राष्ट्रीय एकता के नए अध्याय का उद्घोष है। राम मंदिर का गौरवशाली ध्वज, विकसित भारत के नवजागरण की संस्थापना है। ये ध्वज नीति और न्याय का प्रतीक हो, ये ध्वज सुशासन से समृद्धि का पथ प्रदर्शक हो और ये ध्वज विकसित भारत की ऊर्जा बनकर इसी रूप में सदा आरोहित रहे…..भगवान श्री राम से यही कामना है। जय जय सियाराम।
भारतीय सभ्यता के पुनर्जागरण का ध्वज- पीएम मोदी
अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजारोहण के बाद अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, ‘आज सदियों के घाव भर रहे हैं। सदियों की वेदना विराम पा रही है और संकल्प सिद्धि को प्राप्त हो रहा है। राम मंदिर के शिखर पर फहरा रहा ये ध्वज भारतीय सभ्यता के पुनर्जागरण का ‘ध्वज’ है। ये ध्वज सदियों से चले आ रहे सपनों का साकार स्वरूप है।’
500 साल चले यज्ञ की पूर्णाहुति है- प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘आज पूरा भारत, पूरा विश्व राम-मय है। हर राम भक्त के दिल में अद्वितीय संतोष है। असीम कृतज्ञता है। अपार अलौकिक आनंद है। आज उस यज्ञ की पूर्णाहुति है, जिसकी अग्नि 500 साल तक प्रज्वलित रही। आज भगवान राम की ऊर्जा भव्य राम मंदिर के शिखर पर इस धर्म ध्वजा के रूप में स्थापित है।’
यह धर्म ध्वज निर्माण के संघर्ष की एक कहानी है- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा ‘राम मंदिर के शिखर पर फहरा रहा यह ध्वज केवल एक ध्वज नहीं है। यह पूरी तरह से भारतीय सभ्यता के कायाकल्प का ध्वज है। भगवा रंग, सूर्यवंश का निशान, ओम शब्द और कोविदारा वृक्ष राम राज्य की महिमा दिखा रहे हैं। ऐसा राम राज्य जहां सत्य ही धर्म है, कोई भेदभाव या दर्द न हो, शांति और खुशी हो, कोई गरीबी न हो और कोई लाचार न हो। यह ध्वज एक संकल्प है, एक सफलता है, निर्माण के संघर्ष की एक पूरी कहानी है, सैकड़ों सालों के संघर्ष का एक साकार रूप है। हमारी आने वाली हजारों सदियों तक यह ध्वज भगवान राम के मूल्यों का प्रचार-प्रसार करेगा।’
भगवान राम के मूल्यों को प्रसारित करेगा ध्वज- पीएम मोदी
अयोध्या के राम मंदिर से पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा, ‘हमारे शास्त्रों में लिखा है कि जो लोग किसी वजह से मंदिर नहीं आ पाते और दूर से ही मंदिर के ध्वज को प्रणाम कर लेते हैं, उन्हें भी वही पुण्य मिलता है, जो मंदिर में दर्शन से प्राप्त होता है। यह ध्वज दूर से ही रामलला के जन्मस्थान के दर्शन कराएगा और आने वाली कई सदियों तक भगवान श्री राम के मूल्यों और आदर्शों को प्रसारित करेगा।’
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UP News: ‘फंडिंग नहीं जनसहयोग से चलता है आरएसएस’, संघ प्रमुख की मौजूदगी में सीएम योगी का बयान

Lucknow: राजधानी के जनेश्वर मिश्र पार्क में रविवार को आयोजित दिव्य गीता प्रेरणा उत्सव कार्यक्रम में सीएम योगी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पहुंचे थे। इस दौरान सीएम योगी ने पहली बार खुले मंच से संघ की फंडिंग पर उठ रहे सवालों का करारा जवाब दिया है। सीएम योगी ने कहा कि आरएसएस की फंडिंग को लेकर दुनिया से आए विदेशी नेता और डिप्लोमेट हमसे पूछते हैं कि आरएसएस की फंडिंग कहा से आती है। इसपर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने पूरे सौ वर्षीय इतिहास में कभी भी सेवा के साथ सौदेबाजी नहीं की। संघ को कोई विदेशी देश, संस्था या बाहरी संगठन फंड नहीं करता है। आरएसएस समाज के सहयोग, लोगों की निःस्वार्थ भावना और राष्ट्रप्रेम से चलता है। सीएम योगी ने गीता के श्लोकों का उल्लेख करते हुए कहा कि जहां सत्य और धर्म का मार्ग होता है, वहीं विजय मिलती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधर्म के मार्ग पर चलने वालों की जीत कभी संभव नहीं होती है। गीता का ज्ञान केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन का मार्गदर्शक है। आज के परिवेश में भी श्रीमद्भगवद् गीता मानवता को सही दिशा देने में सक्षम है। सीएम ने कहा कि आरएसएस ने बीते 100 वर्षों में समाज सेवा के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और बिना किसी स्वार्थ के सामाजिक उत्तरदायित्व को सर्वोच्च स्थान दिया है।
इस मौके पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि गीता मूल में पढ़नी चाहिए, समझ लेनी चाहिए, तो पता चलेगा। गीता का और एक गुण विशेष ऐसा है कि हर बार आप चिंतन करते हो, तो हर बार आपको नई बात मिलती है। जो भी स्थिति में आपको उपयोगी लगती है, क्योंकि वो सब कुछ है, उससे सदा-सर्वदा, सब परिस्थितियों के लिए सब उपाय मिलते है। मोहन भागवत ने कहा कि भगवान ने पहली बात बताई कि तुम समस्या को टालने का प्रयास कर रहे हो, भागने का प्रयास कर रहे हो।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि पहली बात है कि भागो मत, खड़े रहो, समस्या आई, उसका सामने से मुकाबला करो। समस्या का निदान पाना है, तो दाएं-बाएं नहीं देखना है। समस्या के अंदर घुसकर निदान करना पड़ता है और इसलिए खड़े रहो, भागो मत। वहीं सीएम योगी ने कहा कि दिव्य गीता प्रेरणा उत्सव की जब हम बात करते हैं तो श्रीमद् भागवत गीता के 700 श्लोक जिन्हें हर भारत का सनातन धर्मावलंबी जीवन का मंत्र मानकर बड़ी पवित्रता के साथ, बड़े आदर भाव के साथ उन्हें आत्मसात करने का प्रयास करता है। वह हम सबके सामने 18 अध्यायों की 700 श्लोकों की श्रीमद् भागवत गीता हर सनातन धर्मावलंबी के सामने आती हुई और एक नई प्रेरणा देती हुई दिखाई देती है।
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Bihar: नीतीश कुमार ने 10वीं बार ली बिहार केे मुख्यमंत्री पद की शपथ, 26 मंत्रियों ने भी ली शपथ

Patna: नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने उन्हें शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा एनडीए सरकार में 26 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। इसमें बीजेपी से 14, जदयू से 8, लोजपा(R) से 2, जीतनराम मांझी की हम और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी से 1-1 मंत्री बनाए गए। बता दें कि बीजेपी कोटे से सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। ये दोनों नेता पिछली सरकार में भी उपमुख्यमंत्री के पद पर ही थे। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह, जे.पी. नड्डा सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री व एनडीए नेता मौजूद रहे।
शपथ ग्रहण समारोह में लखेंद्र कुमार रौशन, श्रेयसी सिंह, डॉ. प्रमोद कुमार, संजय कुमार, संजय कुमार सिंह और दीपक प्रकाश के साथ लेसी सिंह, नितिन नबीन, मदन साहनी, राम कृपाल यादव, संतोष कुमार सुमन, सुनील कुमार, मोहम्मद जमा खान, संजय सिंह टाइगर, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद और रमा निषाद ने भी मंत्री पद की शपथ ली। वहीं, विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रावण कुमार, मंगल पांडे, डॉ. दिलीप जायसवाल और अशोक चौधरी भी मंत्रियों की लिस्ट में शामिल हैं।
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UP News: फर्जी पैन कार्ड केस में आजम और उनके बेटे अब्दुल्ला को 7-7 की सजा, MP-MLA कोर्ट का फैसला

Azam khan: यूपी के रामपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने मंगलवार को सपा नेता आजम खां और उनके बेटे पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम को दो पैन कार्ड मामले में दोषी ठहराते हुए 7-7 की कैद की सजा सुनाई है। इसके अलावा दोनों पर 50-50 हजार का जुर्माना भी लगाया गया है। फैसले के बाद दोनों को अदालत ने तुरंत कस्टडी में ले लिया। रामपुर की एमपी/एमएलए कोर्ट ने फर्जी पैन कार्ड मामले में सोमवार को ही दोनों को दोषी करार देने के कुछ देर बाद सजा सुना दी। कोर्ट ने दोनों पर 50-50 हजार का जुर्माना भी लगाया है।फैसले को देखते हुए कचहरी परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। बाहर बड़ी संख्या में भाजपा और सपा कार्यकर्ता भी एकत्र हो गए थे। इससे परिसर के आसपास तनाव का माहौल बना रहा।
पूर्व मंत्री आजम खान को 23 सितंबर यानी 2 महीने पहले ही सीतापुर जेल से रिहा हुए थे। जबकि उनके बेटे अब्दुल्ला 9 महीने पहले हरदोई जेल से रिहा हुए थे। अब दोनों फिर से जेल जाएंगे। बता दें कि फर्जी पैन कार्ड का मामला 2019 का है। रामपुर में भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने सिविल लाइंस थाने में दोनों के खिलाफ केस दर्ज कराया था।
भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने आरोप लगाया था कि आजम ने बेटे अब्दुल्ला को चुनाव लड़वाने के लिए दो अलग-अलग जन्म प्रमाण पत्रों के आधार पर दो पैन कार्ड बनवाए। असली जन्म तिथि यानी 1 जनवरी 1993 के मुताबिक, अब्दुल्ला 2017 में चुनाव लड़ने के योग्य नहीं थे। उनकी उम्र 25 साल नहीं हुई थी। इसलिए आजम ने दूसरा पैन कार्ड बनवाया, जिसमें उन्होंने जन्म का साल 1990 दिखाया था।
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