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Odisha: बड़ा ट्रेन हादसा, तीन ट्रेनें टकराईं, 50 यात्रियों की मौत

Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर (Odisha Balasore) में शुक्रवार शाम को बड़ा ट्रेन हादसा हो गया। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक रेलवे के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में बेपटरी होकर दूसरे ट्रैक पर पलट गए। इसी बीच, उसी ट्रैक पर 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन आ गई और हावड़ा एक्सप्रेस के पटरी से उतरे हुए डिब्बों से टकराकर उसके भी कुछ डिब्बे पलट गए और एक और ट्रेक से गुजर रही मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में 50 यात्रियों की मौत की ख़बर है, जबकि 350 से ज्यादा यात्री घायल बताए जा रहे हैं। राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच चुकी है।
Odisha train accident | There have been casualties but we haven't yet counted. It was such a violent train involving three trains – two passenger trains and one goods train: Odisha Chief Secretary Pradeep Jena pic.twitter.com/jRxoEUbtxf
— ANI (@ANI) June 2, 2023
घायल हुए यात्रियों को बहानागा और आसपास के अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हादसे पर दुख जताया है। हादसे से जुड़ी जानकारी के लिए प्रशासन ने इमरजेंसी कंट्रोल रूम का नंबर 6782262286 जारी किया है। हादसे के चलते इस रूट से जाने वाली कई ट्रेनें रद्द कर दी गईं। वहीं, कुछ ट्रेनों को डायवर्ट किया गया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए 10 लाख, गंभीर घायलों के लिए 2 लाख और मामूली घायलों के लिए 50-50 हजार की मदद का ऐलान किया है।
Odisha train accident | Union Railways Minister Ashwini Vaishnaw announces ex-gratia compensation of Rs 10 lakhs in case of death of accident victims and Rs 2 lakhs for those with grievous injuries and Rs 50,000 for those with minor injuries. pic.twitter.com/Pr7ddxoVi4
— ANI (@ANI) June 2, 2023


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Disease X: दुनिया पर मंडरा रहा कोरोना से 20 गुना खतरनाक बीमारी का खतरा, यूके की हेल्थ एक्सपर्ट का दावा

Disease X: कोरोना महामारी के दौर का खौफ अभी तक लोगों के दिमाग से पूरी तरह गया भी नहीं है, कि दुनिया पर एक नई महामारी डिजीज एक्स ((Disease X) का खतरा मंडराने लगा है। दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि आने वाली महामारी कोरोना से भी 20 गुना ज्यादा खतरनाक होगी और इससे कम से कम 5 करोड़ लोगों की मौत हो सकती है। यूके वैक्सीन टास्कफोर्स की अध्यक्ष रह चुकी हेल्थ एक्सपर्ट केट बिंघम ने डेली मेल को दिए इंटरव्यू में दावा किया है कि डिजीज एक्स 1919-20 में फैले स्पेनिश फ्लू जितनी ही विनाशकारी हो सकती है। जिसमें उस समय 5 करोड़ लोगों की मौत हुई थी।
WHO ने दिया बीमारी का नाम
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) भी पांच महीने पहले ही डिजीज एक्स को लेकर चेतावनी जारी कर चुका है। जिनेवा में हुई वर्ल्ड हेल्थ असेंबली की मीटिंग में WHO चीफ टेड्रोस ने कहा था कि दुनिया में एक और महामारी कभी भी आ सकती है जिससे बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो सकती है। इसका सामना करने के लिए पूरी दुनिया को एकजुट होकर तैयार रहना चाहिए। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, डिजीज एक्स एक नया एजेंट हो सकता है, यह एक वायरस, वैक्टीरिया या फंगस हो सकता है। इसमें चिंता की बात ये है कि डिजीज एक्स का कोई इलाज भी फिलहाल दुनिया में उपलब्ध नहीं होगा।
क्या है डिजीज एक्स
मेडिकल साइंस में डिजीज एक्स किसी बीमारी का नाम नहीं, बल्कि एक टर्म है जिसका यूज ऐसी बीमारी के के लिए किया जाता है, जो इन्फेक्शन से पैदा होती है और इसकी खबर मेडिकल साइंस में किसी को नहीं होती है। इसे डिजीज X का नाम WHO ने दिया है। इस टर्म का पहली बार इस्तेमाल 2018 में किया गया था और 2019 में कोरोना महामारी आ गई थी। कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि डिजीज एक्स जूनोटिक होगा यानी यह जंगली या घरेलू जानवरों में पैदा होगा और फिर इंसानों को संक्रमित करेगा। इबोला, एचआईवी/एड्स और कोविड-19 जूनोटिक प्रकोप थे।

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NIA: खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की प्रॉपर्टी NIA ने की जब्त, मालिकाना हक सरकार का हुआ

NIA(Gurpatwant Singh Pannu): राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने भारत के खिलाफ आग उगलने वाले खालिस्तान समर्थक और प्रतिबंधित संगठन SFJ (सिख फॉर जस्टिस) नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है। एनआईए ने चंडीगढ़ और अमृतसर में स्थित पन्नू की संपत्तियों को जब्त कर लिया है। भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल आतंकी पन्नू अमृतसर का रहने वाला है और एनआईए ने उसके खिलाफ इनाम भी घोषित कर रखा है।
खालिस्तान समर्थक पन्नू के खिलाफ भारत में कुल सात केस दर्ज हैं। कनाडा को भी उसके गुनाहों की जानकारी दी हुई है। लेकिन अब तक कनाडा ने उसके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया है। भारत के खिलाफ आतंकी साजिशों में शामिल रहने वाले पन्नू की चंडीगढ़ स्थित कोठी का एक चौथाई हिस्सा और खानकोट गांव में 46 कनाल खेती की जमीन जब्त की गई है। अब इन संपत्तियों का मालिकाना हक सरकार का हो गया है।
आतंकी निज्जर के परिवारजनों की संपत्ति भी होगी जब्त
एनआईए की स्पेशल अदालत ने आतंकियों और उनके परिवार की संपत्ति सील करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। आतंकी हरदीप सिंह निज्जर या उसके परिवार के सदस्य को कोर्ट में उपस्थित होने के लिए एक नोटिस जारी किया गया था, जिसमें 11 सितंबर, 2023 तक कोर्ट में पेश होने का वक्त दिया गया था। पंजाब सरकार के मुताबिक, निज्जर की कुल 11 कनाल 13.5 मरले जमीन राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जालंधर के फिल्लौर सब-डिवीजन में उसके पैतृक गांव भारसिंहपुरा में जब्त कर ली थी। अब निज्जर के भगोड़े परिवारिक सदस्यों की संपत्ति को जब्त करने को लेकर प्रकिया तेज कर दी गई है।

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Parliament: संसद का विशेष सत्र 4 दिन में ही खत्म, महिला आरक्षण बिल राज्यसभा में भी पास

Parliament: नारी शक्ति वंदन विधेयक 2023 (महिला आरक्षण बिल) गुरुवार को राज्यसभा में भी पास हो गया। सदन में उपस्थित सभी 214 सांसदों ने बिल का समर्थन किया और बिल पास हो गया। इसके बाद राज्यसभा और लोकसभा को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। केंद्र सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक 5 दिन का विशेष सत्र बुलाया था। लेकिन नारी शक्ति वंदन विधेयक के दोनों सदनों में पास होने के बाद सत्र एक दिन पहले ही खत्म हो गया।
संसद का 4 दिन चला विशेष सत्र पूरी तरह नए संसद भवन और महिला आरक्षण बिल के नाम रहा। नारी शक्ति वंदन बिल (महिला आरक्षण बिल) नए संसद भवन में पास होने वाला पहला बिल बन गया। सत्र की शुरुआत संसद की पुरानी बिल्डिंग (नया नाम-संविधान सदन) से हुई। 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के दिन सत्र की कार्यवाही नए संसद भवन में शिफ्ट हो गई। इसी दिन लोकसभा में नारी शक्ति वंदन विधेयक (महिला आरक्षण बिल) संसद में पेश किया गया।
लोकसभा में 20 सितंबर को करीब 7 घंटे की चर्चा के बाद महिला आरक्षण बिल लोकसभा में पास हो गया। इसके पक्ष में 454 और विरोध में 2 वोट पड़े। 21 सितंबर को बिल को राज्यसभा में पेश किया गया और सदन में मौजूद सभी 214 सदस्यों ने महिला आरक्षण बिल के समर्थन किया। राज्यसभा में बिल पास होने के बाद अब इसे राज्यों की विधानसभाओं में भेजा जाएगा। आधी विधानसभाओं से पारित होने के बाद इसे राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद लोकसभा और विधानसभाओं की 33 फीसदी सीटें रिजर्व हो जाएंगी। हालांकि सीटों की संख्या के निर्धारण के लिए नई जनगणना और परिसीमन तक का इंतजार करना पड़ेगा।

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Parliament: नारी शक्ति वंदन विधेयक लोकसभा में पास, विरोध में पड़े सिर्फ 2 वोट

LokSabha: संसद के विशेष सत्र के तीसरे दिन बुधवार 20 सितंबर को नारी शक्ति वंदन बिल (महिला आरक्षण बिल) पास हो गया। पर्ची से हुई वोटिंग में बिल के समर्थन में 454 और विरोध में सिर्फ 2 वोट पड़े। अब कल 21 सितंबर गुरुवार को ये बिल राज्यसभा में पेश किया जाएगा। इसमें कोई शक नहीं कि वहां भी यह आसानी से पास हो जाएगा। इसके बाद बिल को राष्ट्रपति की स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। राष्ट्रपति की स्वीकृति मिलते ही यह कानून बन जाएगा।
बता दें कि विशेष सत्र के दूसरे दिन और नए संसद भवन में गणेश चतुर्थी पर कामकाज शुरू होने के पहले दिन 19 सितंबर को ‘नारी शक्ति वंदन विधेयक’ को लोकसभा में पेश किया गया। बिल के मुताबिक, लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण लागू किया जाएगा। वर्तमान आंकड़ों के हिसाब से लोकसभा की 543 सीटों में सेे 181 सीटें 15 साल के लिए महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। संसद चाहेगी, तो इस समय सीमा को आगे भी बढ़ा सकती है।
लोकसभा में बिल पर चर्चा के दौरान 60 सांसदों ने अपने विचार रखे। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि- ‘सामान्य, एससी, एसटी सभी पर समान रूप से यह आरक्षण लागू होगा। चुनाव के तुरंत बाद ही जनगणना और परिसीमन होगा और महिलाओं की भागीदारी सदन में बढ़ेगी। विरोध करने पर आरक्षण जल्दी नहीं आएगा।’
नारी शक्ति वंदन बिल (महिला आरक्षण बिल) के लागू होने में जो सबसे बड़ा रोड़ा है, वो है कि यह परिसीमन (डीलिमिटेशन) के बाद ही लागू होगा। परिसीमन के लिए जनगणना के पूरा होने तक इंतजार करना पड़ेगा। फिलहाल जो हालात हैं उसमें 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले जनगणना और परिसीमन पूरा हो पाना नामुमकिन तो नहीं, लेकिन इतना आसान भी नहीं है।

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Anantnag: कोकरनाग क्षेत्र में 146 घंटे बाद एनकाउंटर खत्म, उजैर खान समेत दो आतंकी ढेर

Anantnag: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकरनाग क्षेत्र में पहाड़ी पर एक गुफा में छिपे आतंकियों के साथ सुरक्षाबलों की करीब सात दिनों चली मुठभेड़ खत्म हो गई है। ऑपरेशन गडूल करीब 146 घंटे तक चला और इसे हाल के वर्षों में सबसे लंबा ऑपरेशन कहा जा रहा है। इस ऑपरेशन में लश्कर आतंकी उजैर खान का मार गिराया गया। जबकि एक आतंकी का जला हुआ शव मिला है। उसकी अभी पहचान नहीं हुई है। इस ऑपरेशन की शुरुआत में ही कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष ढोंचक और जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट शहीद हो गए थे। जबकि बाद में एक और सेना के जवान प्रदीप सिंह की शहादत हुई थी। बताया जा रहा है कि सुरक्षाबलों का बड़े क्षेत्र में सर्चिंग ऑपरेशन अब भी जारी है।
