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MP News: पंचायत पदाधिकारियों के मानदेय में होगी तीन गुना वृद्धि: मुख्यमंत्री चौहान

MP News: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज समत्व भवन, मुख्यमंत्री निवास से वीसी द्वारा सिंगल क्लिक के माध्यम से मुख्यमंत्री जन-कल्याण (संबल) योजना के अंतर्गत प्रदेश के 26 हजार 150 श्रमिकों को 583.36 करोड़ रुपए की राशि का अंतरण किया और पंचायतराज प्रतिनिधियों से संवाद भी किया। संवाद में प्रदेश के सरपंच, सचिव और रोजगार सहायकों सहित जिला एवं जनपद पंचायत के मुडख्य कार्यपालन अधिकारी भी वर्चुअली जुड़े।
पंचायत पदाधिकारियों का मानदेय तीन गुना बढ़ा
मुख्यमंत्री चौहान ने संवाद के दौरान कहा कि जिला पंचायत और जनपद पंचायत के अध्यक्षों, उपाध्यक्षों, उप सरपंच, पंच आदि के मानदेय में लगभग तीन गुना वृद्धि की जा रही है। इसके साथ ही वाहन भत्ता भी बढ़ाया जाएगा। शीघ्र ही इस संबंध में आदेश जारी होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्विरोध चुनी गई 705 पंचायतों को 55 करोड़ 20 लाख रूपए की राशि जारी कर दी गई है। सीएम चौहान ने कहा कि त्रि-स्तरीय पंचायत, राज्य संस्थाओं के प्रतिनिधि ग्रामीण विकास योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। मनरेगा फंड सहित अन्य योजनाओं की राशि का सदुपयोग करते हुए लोगों की जिन्दगी को आसान बनाने का कार्य किया जाए।
बढ़ोतरी के बाद इतना हो जाएगा पंचायत पदाधिकारियों का मानदेय
1.जिला पंचायत अध्यक्ष का मानदेय 11 हजार 100 रुपए से बढ़ाकर 35 हजार रुपए तथा वाहन भत्ता 43 हजार से बढ़ाकर 65 हजार रुपए किया जाएगा। अब जिला पंचायत अध्यक्ष को 54 हजार 100 रुपए प्रतिमाह के स्थान पर एक लाख रुपए प्रतिमाह मानदेय, वाहन भत्ता सहित मिलेगा।
2.जिला पंचायत उपाध्यक्ष का मानदेय 9 हजार 500 रुपए से बढ़ाकर 28 हजार 500 रुपए तथा वाहन भत्ता 9 हजार से बढ़ाकर 13 हजार 500 रुपए किया जा रहा है। अब जिला पंचायत उपाध्यक्ष को 18 हजार 500 रुपए प्रतिमाह के स्थान पर 42 हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय वाहन भत्ता सहित मिलेगा।
3.जनपद पंचायत अध्यक्ष का मानदेय 6 हजार 500 रुपए से बढ़ाकर 19 हजार 500 रुपए प्रतिमाह किया जा रहा है।
4.जनपद पंचायत उपाध्यक्ष का मानदेय 4 हजार 500 रुपए से बढ़ाकर 13 हजार 500 रुपए प्रतिमाह किया जा रहा है।
5.सरपंच का मानदेय 1 हजार 750 रुपए प्रतिमाह से बढ़ाकर 4 हजार 250 रुपए प्रतिमाह किया गया है।
6.उप सरपंच एवं पंच को 600 रुपए वार्षिक मानदेय मिलता है, जिसे 3 गुना बढ़ाकर 1800 रुपए किया जा रहा है।
संबल योजना से मिलेगा बल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज संबल योजना में दी गई राशि से मजदूर परिवारों की आजीविका की गाड़ी चल सकेगी। गरीब श्रमिकों को रोटी, कपड़ा और मकान के अलावा संकट की स्थिति में आर्थिक सहायता मिले, इस उद्देश्य से योजना प्रारंभ की गई थी। परिवार में किसी के बीमार होने, प्रसूति, दिव्यांगता और असामयिक मृत्यु पर परिवार को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ता था। पंडित दीनदयाल उपाध्याय के दरिद्र नारायण के सेवा के विचार को क्रियान्वित करने के लिए योजना प्रारंभ की गई। पूर्व सरकार ने योजना में पात्र हितग्राहियों के नाम काटने और योजना को बंद करने का श्रमिक विरोधी कार्य किया। हमने इसे पुन: प्रारंभ कर नए आयाम जोड़े। अभियान संचालित कर संबल-2.0 में 17 लाख पात्र नाम जोड़े गए। संबल योजना की शुरूआत वर्ष 2018 में हुई थी। 16 मई 2022 को मुख्यमंत्री जनकल्याण (संबल 2.0) लागू की गई।
संबल योजना है बड़ा सहारा
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इस योजना को प्रारंभ करने का विचार ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भवती और शिशुवती माताओं की तकलीफ देखने के पश्चात उनके मन में आया था। संबल योजना श्रमिक परिवारों की महिलाओं को प्रसूति के पूर्व 4 हजार और प्रसूति के पश्चात 12 हजार रुपए की राशि प्रदान कर राहत देती है। दुर्घटना में असामयिक मृत्यु पर 4 लाख रुपए और सामान्य मृत्यु पर 2 लाख रुपए का प्रावधान है। स्थायी अपंगता पर 2 लाख और सामान्य अपंगता पर भी एक लाख रुपए का प्रावधान है। अंतिम संस्कार के लिए 5 हजार रुपए की राशि सहायता स्वरूप दी जाती है।


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MP News: भाजपा की दूसरी लिस्ट बढ़ाएगी कांग्रेस की टेंशन, इस बार मुकाबला नहीं होगा आसान

MP News: भारतीय जनता पार्टी ने 39 उम्मीदवारों की एक और लिस्ट जारी कर दी है। 17 अगस्त को भाजपा ने अपनी पहली सूची में भी 39 उम्मीदवारों का ही ऐलान किया था। सोमवार रात जारी भाजपा की दूसरी सूची में छह महिला, 14 एससी-एसटी उम्मीदवार हैं। भाजपा ने दूसरी सूची में जिन सीटों का ऐलान किया है, उसमें से सिर्फ 3 सीटों पर ही भाजपा 2018 के चुनाव में जीती थी, 36 सीटों पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि जिन तीन सीटों पर पार्टी ने जीत हासिल की थी, उसमें मैहर से नारायण त्रिपाठी, सीधी से केदार शुक्ला और नरसिंहपुर से जालम सिंह पटेल का टिकट काट दिया गया है। इसमें से नारायण त्रिपाठी के बगावती सुरों की वजह से उनका टिकट कटना तय माना जा रहा था। उनकी जगह सिंधिया के खासमखास माने जाने वाले श्रीकांत चतुर्वेदी को पार्टी ने प्रत्याशी घोषित किया है। जबकि नरसिंहपुर से जालम सिंह की जगह उनके बड़े भाई केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल को टिकट दिया गया है।
दिग्गजों के कंधों पर डाली जीत की जिम्मेदारी
भाजपा की दूसरी सूची बताती है, कि पार्टी ने तगड़े होम वर्क के बाद इन सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान किया है। देखा जाए तो पार्टी ने कमजोर सीटों पर केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को उतारकर बाजी पलटने का प्लान बनाया है। अमित शाह ने इसी फार्मूले के दम पर 2017 में यूपी में बीजेपी का 14 साल लंबा वनवास खत्म किया था। मध्यप्रदेश में पिछले लंबे समय से बीच-बीच में मुख्यमंत्री बदलने को लेकर अटकलें लगती रहीं, लेकिन पार्टी ने शिवराज सिंह के नेतृत्व पर ही भरोसा जताया। लेकिन इस बार नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल और कैलाश विजयवर्गीय को विधानसभा के लिए टिकट देकर पार्टी का इशारा आसानी से समझा जा सकता है। जानकारों का मानना है कि इससे जनता को यह संदेश देने की कोशिश की गई है, कि अगर पार्टी सत्ता में वापसी करती है, तो शिवराज के सामने ये दमदार चेहरे भी होंगे। ऐसे में जो लोग शिवराज का विकल्प ढूंढ़ रहे थे, पार्टी ने उन्हें दूसरी लिस्ट में खुश करने की कोशिश की है।
सिंधिया समर्थकों को नहीं किया निराश
भारतीय जनता पार्टी की दूसरी सूची में सिंधिया समर्थकों को भरपूर जगह मिली है। पार्टी ने ग्वालियर की डबरा सीट से इमरती देवी, भितरवार सीट से सिंधिया के करीबी मोहन सिंह राठौर, मुरैना से सिंधिया समर्थक रघुराज कंसाना, राघौगढ़ सीट से हिरेंद्र सिंह बंटी और मैहर सीट से श्रीकांत चतुर्वेदी को टिकट दिया है। हालांकि शिवपुरी की करैरा सीट से सिंधिया समर्थक जसवंत जाटव का टिकट काट दिया गया है।

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MP Bjp List: मध्यप्रदेश में बीजेपी ने जारी की 39 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट, 3 केंद्रीय मंत्रियों समेत 7 सांसदों को दिया टिकट

MP Bjp List: मध्यप्रदेश में बीजेपी ने विधानसभा चुनावों के लिए सोमवार रात अपनी दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। बीजेपी ने 39 उम्मीदवारों की दूसरी सूची में तीन केंद्रीय मंत्रियों समेत सात सांसदों को उम्मीदवार बनाकर सबको चौंका दिया है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को मुरैना की दिमनी सीट, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल को नरसिंहपुर सीट और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को निवास सीट से प्रत्याशी घोषित किया गया है। इसके अलावा सतना सीट से सांसद गणेश सिंह, सीधी सीट से सांसद रीति पाठक, जबलपुर पश्चिम सीट से सांसद राकेश सिंह, गाडरवारा से सांसद उदय प्रताप सिंह को विधानसभा चुनावों के लिए टिकट दिया है। इसके अलावा बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी इंदौर-1 सीट से उम्मीदवार बनाए गए हैं।
लिस्ट से मिल रहे कई संकेत
बीजेपी के दूसरी लिस्ट को देखकर राजनीति के जानकारों का मानना है कि पार्टी अब प्रदेश में सिर्फ शिवराज सिंह के चेहरे के भरोसे चुनाव नहीं लड़ना चाहती है। बल्कि उसने प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्र के दिग्गजों को चुनाव में उतार कर फायदा लेने की कोशिश की है। इससे पार्टी एक और संकेत देना चाहती है, कि उसके पास मुख्यमंत्री के लिए एक नहीं बल्कि कई चेहरे हैं। अगर नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, प्रह्लाद सिंह पटेल जैसे दिग्गज चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचते हैं और पार्टी सरकार बनाने की स्थिति में आती है, तो मुख्यमंत्री पद के लिए इनकी भी मजबूत दावेदारी रहेगी। इस बात की पूरी संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में अगर बीजेपी सत्ता में वापसी करती है, तो प्रदेश में पार्टी किसी नए चेहरे पर दांव लगा सकती है।
यह रही 39 उम्मीदवारों की पूरी लिस्ट

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MP News: कोटवार सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज ने दी कई सौगातें, मानदेय किया दोगुना, रिटायरमेंट पर मिलेंगे एक लाख

MP News(Bhopal): मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आज भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित कोटवार सम्मेलन में कई बड़े ऐलान किए। सीएम चौहान ने कोटवारों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत करते हुए कहा, कि गांवों में जिस तरह ग्राम देवता की पूजा किए बिना कोई काम नहीं होता, उसी तरह कोटवारों की जानकारी के बिना गांवों में कोई काम नहीं होता। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोटवार गांव के चलते-फिरते गूगल हैं। कोटवार का काम कलेक्टर-कमिश्नर भी नहीं कर सकते। सीएम चौहान ने कहा कि कोटवारों की वर्दी का रंग अब खाकी होगा और सभी कोटवारों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिया जाएगा।
कोटवारों का मानदेय किया दोगुना
कोटवार सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोटवारों के मानदेय में हर साल 500 रुपए की वृद्धि की जाएगी। ऐसे कोटवार जिनके पास सेवा भूमि नहीं है, उनके मानदेय को 4000 रुपए से बढ़ाकर 8000 रुपए किया जाएगा। तीन एकड़ तक सेवा भूमि वाले कोटवारों का मानदेय 1000 रुपए से बढ़ाकर 2000 रुपए किया जाएगा। 7.5 एकड़ तक भूमि वाले कोटवारों का मानदेय 600 रुपए से बढ़ाकर 1200 रुपए किया जाएगा। 10 एकड़ तक सेवा भूमि वाले कोटवार का मानदेय न्यूनतम 1000 रुपए किया जाएगा। इसके अलावा कोटवारों को सेवानिवृत्त होने पर 1,00,000 रुपए की राशि दी जाएगी।
कोटवार नियुक्ति के लिए कोई शैक्षणिक योग्यता नहीं
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कोटवारों की नियुक्ति के लिए कोई न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता की आवश्यकता नहीं होगी। अब हर कोटवार को सीयूजी सिम दी जाएगी। जिसके रिचार्ज का पैसा हर माह शासन की ओर से दिया जाएगा। वहीं कोटवार परिवार की लाड़ली बहना को योजना का लाभ मिलेगा।

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MP Tiger Reserve: मध्यप्रदेश को मिला सातवां टाइगर रिजर्व, वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व होगा नाम

MP Tiger Reserve: मध्यप्रदेश के सागर जिले के नौरादेही वन्यजीव अभ्यारण्य और दमोह जिले के वीरांगना दुर्गावती अभयारण्य को मिलाकर टाइगर रिजर्व घोषित कर दिया गया है। नए टाइगर रिजर्व का नाम वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व होगा और यह प्रदेश का सातवां टाइगर रिजर्व होगा। टाइगर रिजर्व के 1414.00 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को कोर क्षेत्र तथा 925.120 वर्ग कि.मी. क्षेत्र को बफर क्षेत्र के रूप में अधिसूचित किया गया है। अधिसूचित बफर क्षेत्र में नौरादेही एवं वीरांगना दुर्गावती अभयारण्यों का पूर्व से अधिसूचित ईको सेंसेटिव जोन एवं आस-पास के वनक्षेत्र को शामिल किया गया है।
टाइगर रिजर्व में अन्य कोई नया राजस्व क्षेत्र शामिल नहीं किये जाने के कारण टाइगर रिजर्व के आस-पास के स्थानीय लोगों पर कोई अतिरिक्त प्रतिबंध नहीं लागू किये जायेंगे टाइगर रिजर्व में पूर्व से ही अधिसूचित अभयारण्य क्षेत्र अथवा ईको सेंसेटिव क्षेत्र को शामिल किया गया है। बता दें कि साल 2018 में सागर के 1200 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले नौरादेही अभ्यारण्य में बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए नए बाघ और बाघिन को छोड़ा गया था। वर्तमान में नौरादेही में 12 बाघ हैं।
मध्यप्रदेश का यह सातवां टाइगर रिजर्व वन्य-प्राणियों के संरक्षण, संवर्धन एवं प्रबंधन की दृष्टि से वन्य-प्राणियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। इस टाइगर रिजर्व की स्थापना से इन वनों से प्राप्त होने वाली पारिस्थितिकीय सेवाओं (Eco-system Services) की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित होगी, जो वर्तमान एवं भावी पीढ़ियों के लिए पारिस्थितिकीय सुरक्षा प्रदान करेगी।

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Ujjain: 500 करोड़ की लागत से बनने वाले भक्त निवास का हुआ भूमिपूजन, 17 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा फेसेलिटी सेंटर

Ujjain: राज्य स्तरीय रोजगार दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने उज्जैन में करोड़ों के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने आज सबसे पहले इंदौर रोड पर बनने वाले 500 करोड़ की लागत के ‘श्री महाकालेश्वर मंदिर भक्त निवास’ का भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री चौहान ने अत्याधुनिक सुविधायुक्त ‘श्री महाकालेश्वर मंदिर भक्त निवास’ के नाम और लोगो का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री ने महाकाल के भक्तों की सुविधाओं को बेहतर करने के लिए 17 करोड़ रुपए लागत से निर्मित होने वाले फेसेलिटी सेंटर का भी भूमिपूजन किया।
‘श्री महाकालेश्वर मंदिर भक्त निवास’ परिसर में बनेंगे 16 ब्लॉक
उज्जैन में बनने वाले ‘श्री महाकालेश्वर मंदिर भक्त निवास’ के परिसर में 16 ब्लॉक बनाए जाएंगे। प्र्त्येक ब्लॉक में 120 कमरे और 100 व्यक्तियों की बैठक क्षमता का डाइनिंग हॉल होगा। हर ब्लॉक के भूतल पर दो पहिया वाहनों समेत 1000 कारों के साथ 30 बसों की पार्किंग की अलग-अलग व्यवस्था होगी। ग्रीन बिल्डिंग मानकों पर बनने वाले सभी 16 ब्लॉकों और पूरे परिसर में सभी अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। पूरा कैंपस जीरो वेस्ट विकसित किया जाएगा।
महालोक के दूसरे चरण का होगा लोकार्पण
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अध्यात्म का केंद्र उज्जैन अब उद्योगों का केंद्र भी बनने जा रहा है। महाकाल महाराज की कृपा से उज्जैन की विक्रम उद्योगपुरी में एक के बाद एक उद्योग स्थापित हो रहे हैं। उज्जैन की पूरी अर्थ व्यवस्था ही बदल गई है। सावन के महीने में सवा दो करोड़ भक्त आए और महाकाल महाराज की पूजा में शामिल हुए। उज्जैन में प्रतिदिन डेढ़ लाख भक्त आ रहे हैं। होटल, रेस्टोरेंट, प्रसादी और पूजन सामग्री आदि की मांग निरंतर बढ़ रही है। आय के नए स्रोत विकसित हो रहे हैं। उज्जैन में 3 हजार करोड़ रूपए अतिरिक्त आने वाला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकाल महालोक के बाद महालोक के दूसरे चरण का लोकार्पण भी होगा। अवंतिका अब तीन लोक से न्यारी होगी। उज्जैन विकास के पथ पर बढ़ गया है, उज्जैन वैभव से सम्पन्न होगा। बड़ी संख्या में काम-धंधे आरंभ होंगे। मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन भी जल्दी होगा।
उज्जैन को मिली करोड़ों के विकास कार्यों की सौगात
मुख्यमंत्री चौहान ने राज्य स्तरीय रोजगार दिवस के अवसर पर 15 एमएसएमई क्लस्टर का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। इन क्लस्टरों में 1 हजार 937 करोड़ के निवेश से 552 इकाईयों की स्थापना होगी और लगभग 28 हजार 300 लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने 932 करोड़ 22 लाख के निवेश वाली 1708 इकाईयों का लोकार्पण भी किया। इससे लगभग 16 हजार 375 लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही प्रदेश की 307 औद्योगिक इकाईयों का भूमि पूजन भी किया गया, 556 करोड़ 41 लाख के निवेश की इन इकाईयों से 6 हजार 310 लोगों को रोजगार मिलेगा।
उज्जैन में हुए भूमि पूजन के अंतर्गत ग्राम नीमनवासा में 1.33 हेक्टर क्षेत्र फल में विकसित होने वाले प्लास्टिक क्लस्टर तथा खाचरोद तहसील स्थित औद्योगिक क्षेत्र फर्ना खेड़ी में 58 इकाइयों का भूमि पूजन तथा 10 करोड़ लागत की सी पी पेंटस, 50 करोड़ की श्री पैकर्स प्रा.लि और 45 करोड़ की आरिबा फूडस प्रा. लि. का लोकार्पण भी हुआ, इनसे लगभग 400 लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
