ख़बर देश
Loksabha: संविधान पर चर्चा के दूसरे दिन PM मोदी ने कांग्रेस और गांधी परिवार को घेरा, बोले- संविधान के साथ खिलवाड़ कांग्रेस की रगों में

Loksabha: लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह पूरे देश और हम सबके लिए गौरव का पल है। यह लोकतंत्र का उत्सव मनाने का अवसर है। संविधान के 75 वर्ष की यादगार यात्रा और लोकतंत्र की यात्रा के मूल में संविधान निर्माताओं की दिव्य दृष्टि और योगदान है। यह उत्सव मनाने का पल है। खुशी की बात है कि संसद भी इस उत्सव में शामिल होकर अपनी भावना प्रकट कर रहा है। सभी सांसदों का आभार।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 75 वर्ष की उपलब्धि साधारण नहीं है। जब देश आजाद हुआ, उस वक्त देश के लिए जो संभावनाएं थी, उन सभी संभावनाओं को निरस्त और परास्त करते हुए संविधान हमें यहां तक ले आया है। संविधान निर्माताओं के साथ मैं देश के नागरिकों को नमन करता हूं। संविधान निर्माताओं की भावना पर भारत का नागरिक हर कसौटी पर खरा उतरा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का लोकतंत्र और अतीत बहुत ही समृद्ध रहा है। विश्व के लिए बहुत प्रेरक रहा है। इसीलिए भारत आज मदर ऑफ डेमोक्रेसी के रूप में जाना जाता है।
कांग्रेस और नेहरु-गांधी परिवार पर पीएम मोदी ने किए चुन-चुन कर हमले
1.’संविधान की मूल भावना पर हुआ प्रहार’
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे बहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि आजादी के बाद विकृत मानसिकता के कारण अगर सबसे बड़ा प्रहार हुआ है तो वह संविधान के मूलभाव पर प्रहार हुआ है। इस देश की प्रगति विविधता में एकता सेलिब्रेट करने में रही है। लेकिन गुलामी की मानसिकता में पैदा हुए लोग, जिनके लिए हिंदुस्तान 1947 में ही पैदा हुआ, वह विविधता में एकता को सेलिब्रेट करने के बजाय, उसमें इस तरह जहर बोते रहे कि उससे चोट पहुंचे।
2. ‘आपातकाल का पाप धुलने वाला नहीं’
पीएम मोदी ने कहा कि संविधान के जब 25 साल थे, हमारे देश में इमरजेंसी लाई गई। नागरिकों के अधिकारों को लूट लिया गया। प्रेस की स्वतंत्रता को ताले लगा दिए गए। कांग्रेस के माथे पर ये जो पाप है न, यह धुलने वाला नहीं है। लोकतंत्र का गला घोंट दिया गया था। जब 50 साल हुए तब क्या भुला दिया गया था। तब देशभर में संविधान का 50वां वर्ष मनाया गया था। अटल जी ने देश को एकता और संविधान की भावना का संदेश दिया था।
3. नेहरु-गांधी परिवार रहा पीएम के निशाने पर
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के एक परिवार ने संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। देश के लंबे इतिहास में एक ही परिवार ने राज किया है। इस परिवार के कुविचार, कुरीति, कुनीति, इसकी परंपरा निरंतर चल रही है। हर स्तर पर इस परिवार ने संविधान को चुनौती दी है।
4.’इंदिरा गांधी ने देश पर थोपी इमरजेंसी’
प्रधानमंत्री ने कहा कि संविधान संशोधन का ऐसा खून कांग्रेस के मुंह लग गया कि वह समय-समय पर संविधान का शिकार करती रही। उसने संविधान के स्पिरिट को लहूलुहान किया। छह दशक में 75 बार संविधान बदला गया। जो बीज देश के पहले प्रधानमंत्री ने बोया, उसको खाद पानी एक और प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने दिया। 1971 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को संविधान बदलकर पलटा गया। उन्होंने देश की अदालत के पंख काट दिए थे। उन्होंने तब अदालत के अधिकारों को छीना था। कोई रोकने वाला था नहीं। इसलिए जब इंदिरा जी के चुनाव को अदालत ने खारिज कर दिया और उनको सांसद पद छोड़ने की नौबत आई, तो उन्होंने गुस्से में देश पर इमरजेंसी थोप दी।
5.शाहबानो मामले को लेकर राजीव गांधी रहे प्रधानमंत्री मोदी के निशाने पर
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा कि ‘निर्दयी सरकारें संविधान को चूर-चूर करती रहीं। यह परंपरा नेहरू जी के बाद इंदिरा ने आगे बढ़ाई। इसके बाद प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने संविधान को एक और झटका दिया। उन्होंने सबको समानता, सबको न्याय की भावना को चोट पहुंचाई। शाहबानो को संविधान के आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने न्याय दिया था, तब राजीव गांधी ने उस महिला की भावना को नकार दिया। उन्होंने वोट बैंक के लिए संविधान की भावना को बलि चढ़ाया और कट्टरपंथियों का साथ दिया। संसद में कानून बनाकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को पलट दिया।
6.’संविधान के साथ खिलवाड़ इनकी आदत’
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस की अगली पीढ़ी भी यही खिलवाड़ कर रही है। एक किताब में लिखा गया है कि जिसमें पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा है कि मुझे यह स्वीकार करना होगा कि पार्टी अध्यक्ष सत्ता का केंद्र है। सरकार पार्टी के प्रति जवाबदेह है। इतिहास में पहली बार संविधान को गहरी चोट पहुंचाई गई। प्रधानमंत्री के ऊपर गैर सांविधानिक नेशनल एडवाइजरी काउंसिल बिठाया गया। उसे पीएमओ के ऊपर का दर्जा दिया गया। संविधान के तहत जनता सरकार चुनती है। अगली पीढ़ी ने क्या किया? सरकार का मुखिया कैबिनेट बनाता है। इस कैबिनेट के निर्णय को संविधान का अपमान करने वालों ने फाड़ दिया। संविधान के साथ खिलवाड़ करना और न मानना उनकी आदत हो गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुर्भाग्य देखिए एक अहंकारी व्यक्ति कैबिनेट के फैसले को फाड़ दे और कैबिनेट अपना फैसला बदल दे। ये कौन सी व्यवस्था है।
7.जो अपनी पार्टी का संविधान नहीं मानते, वे देश का संविधान कैसे स्वीकार करेंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिन्होंने अपनी पार्टी के संविधान को स्वीकार नहीं किया है। इनकी शुरुआत ही गड़बड़ हुई है। 12 कांग्रेस की प्रदेश की कमेटियों ने सरदार पटेल के नाम पर सहमति दी थी। नेहरु जी के साथ एक भी कमेटी नहीं थी। संविधान के तहत सरदार साहब ही देश के प्रधानमंत्री बनते। लेकिन लोकतंत्र में श्रद्धा नहीं, खुद की ही पार्टी के संविधान को नहीं माना। इसलिए सरदार जी प्रधानमंत्री नहीं बने और ये बैठ गए। जो लोग अपनी ही पार्टी के संविधान को नहीं मानते, वे देश के संविधान को कैसे स्वीकार कर सकते हैं।
8. ‘संविधान से खिलवाड़ कांग्रेस की रगों में’
पीएम मोदी ने कहा कि संविधान में लोगों के नाम ढूंढने वालों को मैं बता दूं कि कांग्रेस के अध्यक्ष सीताराम केसरी जो अति पिछड़े समाज से आते थे, उनका अपमान किया गया। उनको बाथरूम में बंद कर दिया गया। फुटपाथ पर फेंका गया। पूरी कांग्रेस पर एक परिवार ने कब्जा कर लिया। लोकतंत्र को नकार दिया। संविधान के साथ खिलवाड़ करता कांग्रेस की रगों में रहा है। हमारे लिए संविधान कर पवित्रता और शुचिता सर्वोपरि है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सदन में रखे 11 संकल्प
1.नागरिक और सरकार अपने कर्तव्यों का पालन करे।
2.हर क्षेत्र और समाज को विकास का लाभ मिले।
3.भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस हो। भ्रष्टाचारी की सामाजिक स्वीकार्यता न हो।
4. देश के कानून, नियम और परंपरा के पालन में देश के नागरिक में गर्व का भाव हो।
5.गुलामी की मानसिकता से मुक्ति हो।
6.देश की राजनीति को परिवारवाद से मुक्ति मिले।
7.संविधान का सम्मान हो। राजनीतिक स्वार्थ के लिए संविधान को हथियार न बनाया जाए।
8.आरक्षण न छीना जाए। धर्म के आधार पर आरक्षण की हर कोशिश पर रोक लगे।
9.वीमेन लेड डवलपमेंट में भारत दुनिया के लिए मिसाल बने।
10.राज्य के विकास से राष्ट्र का विकास हो।
11.एक भारत श्रेष्ठ भारत का ध्येय सर्वोपरि हो। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसी संकल्प के साथ हम मिलकर आगे बढ़ते हैं तो संविधान की भावना पूरी होगी। देश जब आजादी के 100 साल मनाएगा तो विकसित भारत के साथ मनाएगा।
ख़बर देश
Maharashtra: भाषा विवाद पर बोले CM फडणवीस- मराठी पर गर्व गलत नहीं, लेकिन गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं

Marathi Hindi Language Row: महाराष्ट्र में मराठी-हिंदी विवाद के बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया है। फडणवीस ने कहा कि राज्य में मराठी भाषा पर गर्व करना गलत नहीं है। लेकिन अगर कोई भाषा के नाम पर गुंडागर्दी करता है, तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर किसी के साथ भाषा के आधार पर कोई मारपीट करता है, तो इसे भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने आगे कहा, पुलिस ने इस घटना पर प्राथमिकी दर्ज की है और कार्रवाई भी की है। अगर भविष्य में कोई इस तरह का भाषा विवाद खड़ा करता है, तो उस पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हमें अपनी मराठी भाषा पर गर्व है, लेकिन भारत की किसी भी भाषा के साथ इस तरह का अन्याय नहीं किया जा सकता, यह बात हमें ध्यान में रखनी होगी।
‘अंग्रेजी को गले लगाते हैं, हिंदी पर विवाद खड़ा करते हैं’
मुख्यमंत्री फडणवीस ने आगे कहा, कभी-कभी मुझे आश्चर्य होता है कि ये लोग अंग्रेजी को तो गले लगाते हैं, लेकिन हिंदी को लेकर विवाद खड़ा करते हैं। यह किस तरह की सोच है और यह किस तरह का व्यवहार है? इसलिए जो लोग कानून अपने हाथ में लेते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई मराठी व्यक्ति असम जाकर कारोबार करता है और उसे असम की भाषा नहीं आती, तो क्या उसकी पिटाई होनी चाहिए?
‘मराठी बोलने की अपील कर सकते हैं, लेकिन जबरदस्ती नहीं’
उन्होंने कहा, अगर मराठी को लेकर अभिमान है, तो मराठी सिखाओ, क्लास शुरू करो। मराठी पर अभिमान है तो लोगों को मराठी बोलने के लिए प्रेरित करो। मराठी पर अभिमान है तो अपने बच्चों को मराठी पढ़ाओ, उन्हें ऐसे स्थानों पर क्यों पढाते हैं, जहां मराठी तीसरी भाषा है? हम लोगों से मराठी बोलने की अपील कर सकते हैं, लेकिन जबरदस्ती नहीं कर सकते। मुझे मराठी बोलना है तो बोलूंगा, लेकिन अगर नहीं आती, तो क्या मारपीट करना ठीक है क्या?
‘पड़ोसी राज्यों का नहीं किया जा सकता तिरस्कार’
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, हम एक भारत के लोग हैं। हम सारे लोग भारतीय हैं। हमको पहला अभिमान महाराष्ट्र पर होना चाहिए, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि दूसरे राज्यों के प्रति हमको कोई गुस्सा हो या उनके प्रति हमारा कोई तिरस्कार हो। पाकिस्तान के प्रति तिरस्कार समझा जा सकता है। पर बाजू के राज्यों के प्रति तिरस्कार तो नहीं हो सकता है ना। इसलिए मुझे लगता है कि कहीं भी इस वाकिये के माध्यम से शिंदे के महाराष्ट्र प्रेम पर अगर कोई प्रश्नचिह्न लगाता है तो बहुत संकुचित विचार वह रख रहा है।’
ख़बर देश
New Delhi: तीनों सेनाओं के लिए खरीदे जाएंगे 1.05 करोड़ रुपए के हथियार, DAC ने दी मंजूरी

New Delhi: भारतीय सेनाओं की क्षमता में और ज्यादा इजाफा करने के लिए रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने 10 सैन्य खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में 3 जुलाई को हुई मीटिंग में DAC ने करीब 1.05 लाख करोड़ रुपए के 10 सैन्य खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दी है। जानकारी के अनुसार, रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को स्वदेशी सोर्सिंग के माध्यम से खरीद को मंजूरी दे दी।
तीनों सेनाओं के लिए खरीदे जाएंगे हथियार
ऑपरेशन सिंदूर के बाद हुई पहली बैठक के दौरान रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने रिकवरी वाहनों, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली, तीनों सेनाओं के लिए एकीकृत कॉमन इन्वेंट्री मैनेजमेंट सिस्टम और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों की आवश्यकता को स्वीकृति दी। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ये खरीद उच्च गतिशीलता, प्रभावी वायु रक्षा, बेहतर आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन प्रदान करेगी और सशस्त्र बलों की परिचालन तैयारियों को बढ़ाएगी।
खरीदे जाएंगे ये हथियार
रक्षा मंत्रालय (MoD) के अनुसार, स्वीकृतियों में आर्मर्ड रिकवरी व्हीकल्स, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम, तीनों सेनाओं के लिए एकीकृत कॉमन इन्वेंट्री मैनेजमेंट सिस्टम और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों की खरीद शामिल है। इन अधिग्रहणों का उद्देश्य सशस्त्र बलों के लिए गतिशीलता, वायु रक्षा क्षमताओं को बढ़ाना और दक्षता में सुधार करना है। DAC ने नौसेना के लिए मूर्ड माइंस, माइन काउंटर मेजर वेसल्स, सुपर रैपिड गन माउंट्स और सबमर्सिबल ऑटोनॉमस वेसल्स की खरीद को भी मंजूरी दे दी है। इन प्रणालियों से नौसेना और व्यापारिक जहाजों के लिए खतरों को कम करके समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने की उम्मीद है।
ख़बर देश
Telangana Factory Blast: मृतकों की संख्या बढ़कर 34 हुई, तमिलनाडु की पटाखा फैक्ट्री में धमाके से 5 की मौत

Telangana Factory Blast: तेलंगाना के संगारेड्डी जिले में सिगाची केमिकल्स प्लांट में हुए धमाके में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 34 हो गया है। फैक्ट्री से 31 शव बरामद किए गए हैं। वहीं, अस्पताल में 3 लोगों की मौत हो गई। 30 से ज्यादा घायल हैं। संगारेड्डी के एसपी परितोष पंकज ने यह जानकारी दी है। 30 जून को फैक्ट्री की रिएक्टर यूनिट में रुटीन ऑपरेशन के दौरान विस्फोट हुआ था। हादसा पाशमिलारम इंडस्ट्रियल एरिया स्थित सिगाची इंडस्ट्रीज में सुबह 8.15 बजे से 9.30 बजे के बीच हुआ था। प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम नेशनल रिलीफ फंड से मृतकों के परिजन को ₹2 लाख और घायलों को ₹50 हजार की मदद की घोषणा की थी।
इधर, तमिलनाडु के शिवकाशी में मंगलवार को एक पटाखा फैक्ट्री में जोरदार धमाका हो गया। इस हादसे में पांच मजदूरों की मौत हो गई है। फिलहाल मौके पर राहत और बचाव का कार्य किया जा रहा है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, हादसे में 4 लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। जानकारी के मुताबिक धमाके की आवाज काफी तेज थे। वहीं आग लगने की वजह से आसमान में धुएं का गुबार देखा गया। दमकल एवं बचाव विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल धमाके के बाद से लगी आग पर काबू पा लिया गया है। वहीं अब मौके से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है।
ख़बर देश
Telangana Factory Blast: तेलंगाना की कैमिकल फैक्ट्री में ब्लास्ट, 6 मजदूरों की मौत, 15-20 घायल

Telangana Factory Blast: तेलंगाना के संगारेड्डी जिले की एक फार्मा कंपनी के रियक्टर में बड़ा धमाका हो गया। इस विस्फोट में 6 मजदूरों की मौत हो गई है। जबकि 15-20 लोग घायल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है। अभी कई लोगों के फंसे होने की खबर है। तेलंगाना फायर अधिकारियों के अनुसार, यह धमाका मेडक के पसामैलाराम फेज 1 में स्थित सिगाची फार्मा कंपनी में हुआ। कैमिकल कंपनी के रियक्टर में अचानक सुबह 9 बजे ब्लास्ट हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही फायर विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची। आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल अभी विस्फोट की वजह सामने नहीं आई है।
फायर बिग्रेड की 11 गाड़ियां मौके पर
हैदराबाद से महज कुछ ही दूरी पर स्थित इसिगाची फार्मा कंपनी में आज सुबह धमाके के बाद पूरी फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। फैक्ट्री से उठ रहे धुएं के गुबार को दूर से ही देखा जा सकता था। इससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। आग की जानकारी मिलते ही फायर विभाग की 11 गाड़ियां मौके पर पहुंची हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। हादसे के दौरान फैक्ट्री में मौजूद 6 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हालांकि, अभी किसी भी मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
ख़बर देश
Jammu and Kashmir: अमरनाथ यात्रा की तैयारी पूरी, 1 जुलाई से शुरू होगा ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन

Amarnath Yatra 2025: अमरनाथ यात्रा 2025 की तैयारियां पूरी हो गई हैं। श्रद्धालुओं के लिए कुल 141 जगहों पर ठहरने की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के लिए अतिरिक्त रूप से अर्धसैनिक बलों की टुकड़ियां तैनात की गई हैं। दो जुलाई को भगवती नगर आधार शिविर से यात्रा का शुभारंभ होगा। कमिश्नर रमेश कुमार ने कहा कि अमरनाथ यात्रियों को ठहरने, खानपान में कोई परेशानी न हो, इसके लिए पर्याप्त पेयजल, बिजली आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। आधार शिविर में यात्रियों के लिए एसी हॉल, हैंगर, सामुदायिक लंगर सेवा, स्वच्छ मोबाइल शौचालयों की व्यवस्था है। इसके साथ ही कठुआ के लखनपुर से लेकर रामबन के लांबर, बनिहाल तक यात्रा के मार्ग में आने वाले जिलों के ठहरने के केंद्रों पर भी इसी तरह की सुविधाएं यात्रियों को मिलेंगी।
जम्मू व लखनपुर में आरएफआईडी केंद्रों पर हेल्प डेस्क शुरू
कमिश्नर ने बताया कि जम्मू और लखनपुर में आरएफआईडी केंद्रों पर स्थापित हेल्प डेस्क पर तीर्थयात्रियों को पर्यटन विभाग की तरफ से पूरी जानकारी दी जाएगी। नागरिक समाज के सदस्यों ने यात्रा को सुखद और परेशानी मुक्त बनाने के लिए कई सुझाव दिए, जिसमें मानसून के मद्देनजर बेहतर व्यवस्था, तिपहिया वाहनों और कैब के किराए पर नियंत्रण, अतिक्रमण मुक्त सार्वजनिक स्थान, पर्यटन स्थलों के बारे में उचित जानकारी होर्डिंग्स व बैनर के माध्यम से दिए जाने के प्रबंध किए गए हैं।
सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त टुकड़ियां रहेंगी तैनात
पुलिस महानिरीक्षक भीम सेन टूटी ने बताया कि अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की जाएगी। इसके लिए अतिरिक्त रूप से अर्धसैनिक बलों की टुकड़ियां यात्रा मार्ग पर तैनात रहेंगी। उन्होंने यात्रियों से अपील की कि वे अपने जत्थे के साथ ही यात्रा करें, जिससे सुरक्षा को बेहतर रखा जा सके। उन्होंने आश्वस्त किया कि इस यात्रा से स्थानीय पर्यटकों को कोई परेशानी नहीं होगी।
1 जुलाई से शुरू होगा ऑफलाइन पंजीकरण
कमिश्नर रमेश कुमार ने बताया कि ऑनलाइन के बाद एक जुलाई से यात्रियों के लिए ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा दी जा रही है। भगवती नगर यात्रा आधार शिविर में एक दिन पहले ही यात्री पहुंचेंगे, उसके बाद अगले दिन बालटाल, पहलगाम आधार शिविर के लिए रवाना होंगे। जम्मू, कठुआ, सांबा, उधमपुर और रामबन जिलों में 52 लंगर और 60 आरएफआईडी केंद्र बनाए गए हैं व जम्मू स्थित सरस्वती धाम में एक टोकन केंद्र बनाया गया है। यात्रा को रेलवे के माध्यम से अनुमति नहीं दी जाएगी। सड़क मार्ग से ही सभी यात्री जत्थे रवाना होंगे। पवित्र यात्रा से संबंधित जानकारी कंट्रोल रूम से ली जा सकेगी।
- ख़बर बिहार9 hours ago
Bihar: कारोबारी रंजिश में हुई उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या, बिल्डर अशोक साव गिरफ्तार, एक आरोपी का एनकाउंटर
- ख़बर यूपी / बिहार8 hours ago
UP News: धर्मांतरण के आरोपी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की कोठी पर चला बुलडोजर, सरकारी जमीन पर था निर्माण
- ख़बर छत्तीसगढ़2 hours ago
Chhattisgarh: स्वतंत्रता दिवस के गरिमामय आयोजन हेतु शासन ने जारी किए दिशा-निर्देश, राजधानी रायपुर में होगा मुख्य समारोह
- ख़बर छत्तीसगढ़2 hours ago
Chhattisgarh: नैनो DAP किसानों के लिए ठोस डीएपी उर्वरक का स्मार्ट विकल्प