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Chhattisgarh: नगरीय निकाय चुनाव EVM, जबकि पंचायत चुनाव बैलेट पेपर से होंगे, अधिसूचना जारी
Raipur: छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव ईवीएम से होंगे, जबकि पंचायत चुनाव मतपत्र के जरिए होंगे। राज्य सरकार ने इसके लिए राजपत्र में अधिसूचना प्रकाशित कर दी है। जिसमें बैलेट पेपर का प्रावधान विलोपित कर ईवीएम से चुनाव कराने के संशोधित प्रावधान लागू किए गए हैं। दरअसल प्रदेश की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने बैलेट पेपर से चुनाव कराने का प्रावधान किया था। इसके चलते प्रदेश में पिछला नगरीय निकाय चुनाव(2019) मतपत्र के जरिए हुआ था।
जारी अधिसूचना में नगर निगम महापौर, नगर पालिका अध्यक्ष और नगर पंचायत अध्यक्षों के चुनाव में आरक्षण की अधिसूचना का भी प्रकाशन किया गया है। अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 18 जनवरी को होगा। इससे पहले 15 जनवरी को तारीख तय की गई थीं, लेकिन इसे 3 दिन आगे बढ़ाया गया। प्रदेश में 18 जनवरी के बाद कभी भी चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है।
अधिसूचना के प्रकाशित होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने ईवीएम से चुनाव कराने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रदेश में निकाय और पंचायत चुनाव की घोषणा एक साथ की जाएगी, लेकिन मतदान अलग-अलग कराए जाएंगे। त्रिस्तरीय पंचायतों के चुनाव मतपत्र के जरिए ही होंगे।
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Chhattisgarh: वाहन चलाते समय यातायात नियमों का पालन करें, हम सभी अपने-अपने परिवार के लिए अनमोल- मुख्यमंत्री साय
Raipur: छत्तीसगढ़ में मनाये जा रहे 36वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के दौरान आज मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हेलमेट लगाकर स्कूटर चलाते हुए प्रदेशवासियों को हेलमेट लगाने और यातायात के नियमों के नियमों का पालन करने का संदेश दिया। मुख्यमंत्री साय ने आज राजधानी रायपुर के रोहणीपुरम गोल चौक पहुंचकर वाहन रैली में हिस्सा लिया। उन्होंने दोपहिया वाहन चालकों के साथ साथ चार पहिया वाहन चालकों से भी यातायात नियमों का पालन करने की अपील की। इस दौरान सीएम साय ने हरी झंडी दिखाकर भव्य वाहन रैली को रवाना भी किया। रैली के दौरान स्वंयसेवी संस्थाओं ने नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से यातायात नियमों का पालन करने से होने वाले फायदों के बारे में भी लोगों को जागरूक किया गया।
मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर कहा कि मनुष्य का जीवन अत्यंत अनमोल है। मनुष्य के अपने परिवार और समाज के प्रति दायित्व होते हैं, जिनका उनको निर्वहन करना होता है। उन्होंने कहा कि हम सभी अपने अपने परिवार के लिए अनमोल हैं, जिसकी जगह कोई अन्य कभी नहीं ले सकता। इसलिए स्वयं को और अपने परिवार के सदस्यों को सुरक्षित रखना हमारा कर्तव्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वाहन चलाते समय हम सभी को यातायात नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। दो पहिया वाहन चलाते समय सिर पर हेलमेट अवश्य ही पहनना चाहिए और कार चलाते समय सीट बेल्ट भी लगाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटनाओं में हर वर्ष हो रही मौतों पर चिंता जताते हुए इसे देश व राज्य की क्षति बताया है। उन्होंने कहा कि यह दुर्घटनाएं यातायात के नियमों का पालन नहीं करने से होती है। मुख्यमंत्री साय ने कहा सीमित रफ्तार में वाहन चलाने से वाहन पर बेहतर नियंत्रण होने से दुर्घटना होने की संभावना बहुत कम हो जाती है। उन्होंने कहा कि कभी भी नशे का सेवन कर वाहन नहीं चलाना चाहिए। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों को यातायात के नियमों का पालन करने का संदेश दिया ताकि अपने जीवन के साथ-साथ दूसरे लोगों का जीवन भी सुरक्षित रहें और पारिवारिक एवं सामाजिक जिम्मेदारियों का पूरी तरह से निर्वहन किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि 36वां राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह 31 जनवरी 2025 तक मनाया जा रहा है। इसके तहत रायपुर यातायात पुलिस द्वारा लोगों को सुरक्षित वाहन चलाने के लिए जरूरी नियमों के बारे में जानकारी दी जा रही है। रोचक तरीके से सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा की थीम पर बैनर-पोस्टर लगाकर लोगों को यातायात नियमों की जानकारी दी जा रही है। पुलिस और प्रशासन ने इस पूरे अभियान के लिए अलग-अलग दिनों पर अलग-अलग जगहों पर विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है। इन कार्यक्रमों में वाहन चालकों, स्थानीय नागरिकां और छात्र-छात्राओं के पालकों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जा रही है। इस अवसर पर कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लाल उम्मेद सिंह सहित पुलिस और परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण व बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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Chhattisgarh: पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को ED ने किया गिरफ्तार, कोर्ट ने दी 7 दिन की ED रिमांड
Raipur: छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी की टीम ने शराब घोटाले में छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को अरेस्ट कर लिया है। पूर्व मंत्री लखमा बुधवार को तीसरी बार ED दफ्तर पूछताछ के लिए पहुंचे थे। पूछताछ के दौरान ही ईडी अफसरों ने उन्हें अरेस्ट कर लिया। कवासी लखमा का बेटा हरीश लखमा भी शराब घोटाला केस में आरोपी है, लेकिन फिलहाल उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है। वहीं, कवासी लखमा की गिरफ्तारी पर मुख्यमंत्री साय ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। बिलासपुर में सीएम साय ने कहा- ईडी शराब घोटाले की जांच कर रही है और इसमें जो भी दोषी होगा, उसपर कार्रवाई होगी।
तीसरी बार में हुई पूर्व मंत्री लखमा की गिरफ्तारी
पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा आज तीसरी बार ईडी के सामने पूछताछ के लिए हाजिर हुए थे। इससे पहले 2 बार उसने आठ-आठ घंटे के लिए ईडी अफसरों ने पूछताछ की थी। आज तीसरी बार वे अपने बेटे हरीश लखमा के साथ ईडी दफ्तर पहुंचे थे। जहां उन्हें कुछ देर बाद गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जा रहा है कि ईडी शराब घोटाला केस में जल्द नई गिरफ्तारी कर सकती है।
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Prayagraj: महाकुंभ मेला क्षेत्र में छत्तीसगढ़ पवेलियन तैयार, राज्य के लोगों के लिए हैं पूरे इंतजाम
Mahakumbh 2025: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर प्रयागराज महाकुंभ में राज्य के स्थानीय लोगों के लिए छत्तीसगढ़ पवेलियन तैयार है। महाकुंभ जाने वाले प्रदेश के लोगों के लिए छत्तीसगढ़ पवेलियन में ठहरने और भोजन करने की निःशुल्क व्यवस्था की है। छत्तीसगढ़ के जो भी श्रद्धालु महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाना चाहते हैं, उनके लिए मुख्यमंत्री साय के निर्देश पर विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
छत्तीसगढ़ पवेलियन तक कैसे पहुंचे?
छत्तीसगढ़ के जो भी श्रद्धालु महाकुंभ जा रहे हैं, उन्हें छत्तीसगढ़ पवेलियन ढूंढ़ने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी। छत्तीसगढ़ पवेलियन महाकुंभ मेला के सेक्टर 6 में भारत सरकार के कलाग्राम के सामने स्थित है। यह ठीक बघाड़ा मेला के पास स्थित है, जहां आने के लिए लक्ष्मी द्वार से प्रवेश करना है। यहां से निकटतम रेलवे स्टेशन प्रयाग है। सड़क अथवा हवाई मार्ग से आने वाले श्रद्धालु इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के रास्ते यमुना ब्रिज क्रॉस करके यहां पहुंच सकते हैं।
ऐसा है छत्तीसगढ़ पवेलियन
1.पवेलियन के प्रवेश द्वार को छत्तीसगढ़ की पहचान गौर मुकुट का रूप दिया गया है, जो दूर से ही श्रद्धालुओं को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है। प्रवेश द्वार पर ही भारत के नियाग्रा कहे जाने वाले बस्तर के चित्रकोट वाटरफाल की तस्वीर लगी है।
2.पवेलियन के भीतर प्रवेश करते ही छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा स्थापित की गयी है और प्रवेश द्वार के दाहिनी तरफ राज्य की चार ईष्ट देवियां मां महामाया, मां चंद्रहासिनी, मां दंतेश्वरी और मां बम्लेश्वरी की फोटो और उनकी जानकारी दी गयी है।
3.पवेलियन के भीतर प्रवेश करते ही बांयी तरफ छत्तीसगढ़ के जीवंत ग्रामीण परिवेश को दिखाया गया है। यहां पर परंपरागत ग्रामीण जीवन के साथ ही आदिवासी कला, संस्कृति, आभूषण, वस्त्र समेत एक संपूर्ण गांव का चित्रण स्थापित किया गया है।
4.छत्तीसगढ़ की प्रदर्शनी में प्रवेश करने के पहले बस्तर के ढोकरा शिल्प और राजकीय पशु तथा पक्षी को दर्शाया गया है। प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं विशेषतर मोर आवास मोर अधिकार योजना, 3100 रूपए प्रति क्विंटल धान खरीदी योजना की जानकारी दर्शायी गयी है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक विरासत के रूप में सिरपुर और जैतखाम की प्रतिकृति को बनाया गया है।
5.स्थानीय लोग और देश भर से आए श्रद्धालू छत्तीसगढ़ को ज्यादा से ज्यादा करीब से जान पाएं इसके लिए वर्चुअल रियेलिटी हेडसेट और डोम के भीतर 180 डिग्री वीडियो के माध्यम से शासन की योजनाओं और छत्तीसगढ़ राज्य की जानकारी साझा की जा रही है।
तस्वीरों में देखिए छत्तीसगढ़ पवेलियन
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Chhattisgarh: मुख्यमंत्री साय ने किया तीन दिवसीय तातापानी महोत्सव का शुभारंभ, 177 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का किया लोकार्पण-भूमिपूजन
Tatapani Mahotsav: प्रभु श्री राम छत्तीसगढ़ के कण-कण में बसे हुए हैं, जन-जन में बसे हुए हैं। भगवान श्रीराम हमारे भांचा राम हैं। पूरी दुनिया में छत्तीसगढ़ ही एक ऐसा राज्य है, जहां भांजे को भगवान स्वरूप में पूजते हैं, उनका चरण पखारते हैं। उन्हें दंडवत होकर प्रणाम करते हैं। हमारी सरकार की श्रीराम लला दर्शन योजना से राज्य के 20 हजार से अधिक लोग अयोध्या में भगवान श्रीराम का दर्शन कर चुके हैं। मुख्यमंत्री साय ने आज बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के तीन दिवसीय तातापानी महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर ये बातें कही।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि हम लोग तातापानी संक्रांति परब में हर साल यहां आते हैं। पिछले साल जब हम लोग यहां आए थे, तब इस पावन स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की थी। परिणाम आप सबके सामने है, आज तस्वीर बहुत कुछ बदली-बदली सी नजर आ रही है। यहां विकास के काम तेजी से हुए हैं और लगातार हो ही रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। खासकर सरगुजा और बस्तर जिले में अनेक ऐसे सुंदर स्थान हैं, जो पूरी दुनिया के आकर्षण का केंद्र बन सकते हैं। ऐसे स्थलों को चिन्हित कर पर्यटन स्थलों का विकास तेजी से कराया जा रहा है। तातापानी भी ऐसी ही जगहों में से एक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इन सभी दर्शनीय स्थलों को पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित करेंगे। इससे रोजगार और आय के अवसर बढ़ेंगे। अभी हम लोगों ने 177 करोड़ रुपये के 198 विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया है। इनमें करीब 134 करोड़ रुपये की लागत के 140 कार्यों का भूमिपूजन और 43 करोड़ रुपये के 58 कार्यों का लोकार्पण शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नालंदा परिसर के निर्माण के लिए हम लोगों ने आज भूमिपूजन किया है, जिसके निर्माण से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को विशेष लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बलरामपुर कॉलेज में ऑडिटोरियम निर्माण की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत 300 बेटियों के हाथ पीले हुए हैं। उन्होंने सभी नवदंपतियों को आशीर्वाद देते हुए सभी के सुखमय गृहस्थ जीवन की मंगल कामना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तातापानी संक्रांति परब बलरामपुर-रामानुजगंज जिले का गौरव है। तातापानी दुनिया के उन चुनिंदा स्थानों में से एक है, जहां गर्म-पानी के कुंड के रूप में प्रकृति की शक्ति को प्रत्यक्ष देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि तातापानी संक्रांति परब का यह आयोजन समाज में एकता और सौहार्द का संदेश भी देता है। इस महोत्सव में लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों के साथ ही पतंगबाजी और आरागाही हवाई पट्टी पर पैरासेलिंग का आनंद भी आप लोग उठा पाएंगे। यहां किसान संगोष्ठी और पंच-सरपंच सम्मेलन भी होगा।
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Chhattisgarh: सुकमा और कोंडागांव जिले को मिली 500 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात, मुख्यमंत्री बोले- माओवादी कैंसर को समाप्त करना है, तो इसकी जड़ पर प्रहार करना जरूरी
Bastar News: माओवाद एक कैंसर की तरह है। कैंसर को समाप्त करना है, तो इसकी जड़ पर प्रहार करना जरूरी होता है। माओवादी बस्तर के कुछ इलाकों में जोंक की तरह चिपक गये थे और यहां के स्थानीय लोगों को डरा-धमका कर शोषण कर रहे थे। ये स्थल उनके सबसे सुरक्षित पनाहगाह थे। हमने माओवादियों की मांद में घुसकर उन पर हमले का निर्णय लिया। हमारे सुरक्षाबलों के जवानों के अदम्य साहस से हमने इन माओवादियों का मुकाबला किया और उनको धूल चटाई। बीते एक साल में विभिन्न मुठभेड़ों में हमारे सुरक्षाबलों ने 230 से अधिक माओवादियों को मार गिराया है। मुख्यमंत्री साय ने सुकमा जिले के मिनी स्टेडियम में विकास कार्यों के लोकार्पण शिलान्यास के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि जिस पावन भूमि पर भगवान श्रीराम के पुण्य चरणों का स्पर्श हुआ। उस भूमि का मैं सादर अभिनंदन करता हूं।माओवादी हिंसा ने बस्तर संभाग के साथ ही सुकमा जिले को भी हिंसा की आग में झोंक दिया था। इससे सुकमा जिले का विकास बुरी तरह प्रभावित हुआ था। एक साल में हमारी सरकार ने सुकमा जिले के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये और इस पर तेजी से क्रियान्वयन किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी कड़ी में आज हमने यहां 205 करोड़ रुपए के 137 कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया है। इन कार्यों में 39 करोड़ रुपए की राशि के 82 कार्यों का लोकार्पण एवं 166 करोड़ रुपए के 55 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। इन कार्यों में सबसे महत्वपूर्ण कार्य सुकमा नगरपालिका में 83 करोड़ रुपए की लागत से जल प्रदाय योजना का भूमिपूजन है। इसके साथ ही 14 करोड़ रुपए की राशि से केरलापाल से पोंगाभेज्जी मार्ग के निर्माण का भूमिपूजन भी हमने किया। उन्होंने कहा कि सुकमा में खेल अधोसंरचना बेहतर हो, इसके लिए 11 करोड़ रुपए की लागत से हम स्पोर्ट्स कांप्लेक्स बनाने जा रहे हैं। इसका भी हमने आज भूमिपूजन किया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सुनियोजित रणनीति के तहत हमने माओवाद प्रभावित इलाकों में कैंपों का विस्तार किया और सुरक्षा का नेटवर्क विस्तृत किया। अब माओवादी बहुत सीमित इलाके में सिमट गये हैं और बौखलाहट में हैं। इसके चलते वे कायराना हरकत कर रहे हैं। माओवादियों द्वारा हमारे जवानों के काफिले पर आईईडी ब्लास्ट की घटना में जो जवान शहीद हुए, वे बस्तर के माटीपुत्र ही थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सुकमा की इस धरती पर हम सब पुनः संकल्प लेते हैं कि माओवाद को जड़ से नष्ट करेंगे। हमारे शहीद जवानों की शहादत का बदला लेंगे।
मुख्यमंत्री साय की मौजूदगी में दो एमओयू भी किए गए जिसमें पहला एमओयू जिला प्रशासन ने लाइवलीहुड कालेज में कौशल विकास हेतु आईटीसी प्रथम संस्था के साथ किया, जबकि दूसरा एमओयू जिला पंचायत द्वारा वेस्ट मैनजमेंट के लिए बस्तर जिले के एमआरएफ वेस्ट मैनेजमेंट के साथ किया गया। सुकमा की महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की मार्केटिंग हेतु आकांक्षा ब्रांड के नाम से नामकरण किया गया।
मुख्यमंत्री ने कोंडागांव जिले को दी 2 अरब 88 करोड़ 18 लाख रुपए के 168 विकास कार्यों की सौगात
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज कोंडागांव जिला मुख्यालय में आयोजित विकास कार्यों के लोकार्पण शिलान्यास समारोह में 288 करोड़ रुपए के 168 कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया है। इन कार्यों में 208 करोड़ रुपए की राशि के 130 कार्यों का लोकार्पण एवं 80 करोड़ रुपए के 38 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। साथ ही इस मौके पर हम 58 लाख रुपए की राशि के हितग्राहीमूलक कार्यों के चेक और सामग्री भी वितरण भी किया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ में महिलाओं के बीच लोकप्रिय महतारी वंदन योजना के आने से 5 लाख महिलाओं ने डाकघर में मासिक बचत खाते आरंभ कर दिये हैं। यह केवल डाकघर के आंकड़े हैं। कुछ माताएं-बहनें अपनी राशि बैंक में जमा कर रही हैं। कुछ अपने बच्चों की शिक्षा में निवेश कर रही हैं। साथ ही अपने सपनों को भी पूरा कर रही हैं। यह महिलाओं की आर्थिक आजादी की योजना है। महिलाओं को आर्थिक ताकत देने से समाज का तेजी से विकास होता है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि हमारी सरकार की कृषि हितैषी नीतियों की वजह से किसान फिर से खेती में लौट आये हैं। इस बार 27 लाख से अधिक किसान भाइयों ने धान बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। पिछले साल यह आंकड़ा 24 लाख 75 हजार का था। कोंडागांव जिले में अब तक 40 हजार से अधिक किसान भाई अपना धान बेच चुके हैं और अब तक हम 552 करोड़ रुपए का भुगतान कर चुके हैं। हमने कैबिनेट की पहली ही बैठक में 18 लाख प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किये। लाखों लोगों का मकान का सपना पूरा हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोंडागांव जिले का विकास हम पूरी प्रतिबद्धता के साथ कर रहे हैं। दो महीने पहले जब मैं बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक में जगदलपुर आय़ा था तो क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने केशकाल घाटी में सड़क के जीर्णोद्धार की मांग रखी। दो महीने के भीतर ही इसका जीर्णोद्धार कराया गया। पहले केशकाल धूलों की घाटी बन गई थी, अब यह पुनः फूलों की घाटी बन गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोंडागांव जिला अपनी शिल्प कला के लिए पूरी दुनिया में विख्यात है। यहां 1300 से अधिक शिल्पकार अपनी अद्वितीय कलाकृतियों का निर्माण करते हैं। इन कलाकृतियों को वैश्विक बाजार से जोड़ने आधुनिक तकनीक आवश्यक हैं। इसके लिए जिला प्रशासन ने इन्हें 3-डी प्रिंटिंग तकनीक से जोड़ने आईआईटी भिलाई के साथ एमओयू किया है। जिला प्रशासन द्वारा यूपीएससी, पीएससी एवं व्यापम जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निःशुल्क कोचिंग सुविधा प्रदान की जा रही है। यह बहुत अच्छी पहल है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारे कोंडागांव की बिटिया कुमारी हेमबती नाग को जूडो खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया गया, जो हम सभी के लिए गौरव की बात है।
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