ख़बर मध्यप्रदेश
MP News: अमित शाह ने जारी किया एमपी का रिपोर्ट कार्ड, बोले- बीमारू राज्य बना बेमिसाल राज्य

MP News: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज भोपाल के कुशाभाऊ कन्वेंशन सेंटर में मध्यप्रदेश सरकार का रिपोर्ट कार्ड (2003-2023) जारी किया। गरीब कल्याण महाअभियान में रिपोर्ट कार्ड(2003-2023) जारी कर अपने संबोधन में शाह ने कहा कि मध्य प्रदेश प्रगति के सभी क्षेत्रों में आगे है। भोपाल से लेकर हर चौपाल तक विकास हुआ है। मध्यप्रदेश में हॉलिस्टिक एप्रोच से कार्य हुआ है। मध्यप्रदेश को देश के विकसित राज्यों में पहुंचाने का प्रयास किया गया।
बीमारू राज्य बना बेमिसाल राज्य
गृह मंत्री शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश कभी बीमारू कहा जाता था, आज बेमिसाल विकास का राज्य कहा जाता है। जो कभी बंटाढार माना जाता था, आज वह हर क्षेत्र में बुलंदियों पर खड़ा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1980 में आर्थिक क्षेत्र के विशेषज्ञ आशीष बोस ने तत्कालीन प्रधानमंत्री को एक प्रतिवेदन दिया था। जिसमें अविभाजित मध्यप्रदेश सहित, उत्तरप्रदेश, बिहार और राजस्थान को बीमारु राज्य कहा गया था। तब इन राज्यों को देश की ग्रोथ में बाधा मानते हुए कहा गया था कि इन राज्यों में सुधार आसान नहीं है। लेकिन मध्यप्रदेश ने इस टैग को खत्म किया।
मुख्यमंत्री शिवराज की थपथपाई पीठ
शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश को बीमारु राज्य से मुक्ति मिली है। प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने में सफलता मिली है। चाहे कृषि का क्षेत्र हो, युवाओं को स्वभाषा में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई की सुविधा देने का प्रश्न हो, महिलाओं का कल्याण हो, सड़क, पानी, बिजली का क्षेत्र हो, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र हो, गरीबों को योजनाओं का लाभ दिलवाने का कार्य हो, सभी में मध्यप्रदेश ने बीस वर्ष में उल्लेखनीय कार्य किया है। बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य और सुशासन के साथ मजबूत कानून व्यवस्था से प्रदेश में आमूलचूल परिवर्तन देखने को मिला है।
एमपी शुरू होते ही खुल जाती थी नींद- गृह मंत्री शाह
अमित शाह ने मध्यप्रदेश में खस्ताहाल सड़कों के दौर को याद करते हुए कहा कि पहले मध्यप्रदेश में जो सड़क निर्मित हुई थीं, तो सड़क में गड्ढा था या गड्ढे में सड़क थी मालूम नहीं पड़ता था। मैं कई बार दाहोद के रास्ते से महाकाल के दर्शन करने आया था। गहरी नींद में दाहोद तक सोते थे, जैसे ही एमपी शुरू होता था, गाड़ी गड्ढे में गिरते ही नींद खुल जाती थी। ऐसी 60,000 किलोमीटर सड़कें यहां थीं, अब 5,10,000 किलोमीटर सड़कें ग्रामीण सड़कों को मिलाकर बना दी गई हैं। राष्ट्रीय राज्य मार्ग 4800 किलोमीटर से बढ़कर 13000 किलोमीटर हुआ है।
मध्यप्रदेश को देश का सबसे अग्रणी राज्य बनाएंगे
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज ने अपने संबोधन में कहा कि मैं मध्यप्रदेश की 9 करोड़ जनता को भरोसा दिलाने आया हूं कि आने वाले अमृत काल के समय में मध्यप्रदेश को देश के सबसे विकसित राज्यों की श्रेणी में रखने के लिए और संपूर्ण आत्मनिर्भर राज्य बनाने की दिशा में हम काम करेंगे। वर्ष 2003 में 23 हज़ार करोड़ से बढ़कर आज मध्यप्रदेश का बजट 3 लाख 14 हज़ार करोड़ रुपए हो गया है। देश की 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थ-व्यवस्था के संकल्प में मध्यप्रदेश 550 बिलियन डॉलर का योगदान देने के लिए तेजी से कार्य कर रहा है। हम मिलकर मध्यप्रदेश को देश का सबसे अग्रणी राज्य बनाएंगे।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री शाह ने गिनाईं मध्यप्रदेश की उपलब्धियां
1.देश में यदि गत दस वर्ष में 10 प्रतिशत आबादी गरीबी के चक्र से बाहर निकली है, तो उसमें मध्यप्रदेश का सर्वाधिक योगदान है।
2.शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हर क्षेत्र में ढेर सारे परिवर्तन किए हैं। जहां तक प्रदेश के बजट के आकार की बात हो, यह वर्ष 2002 में 23 हजार 100 करोड़ था। अब यह 3 लाख 14 हजार करोड़ से अधिक है।
3.मध्यप्रदेश में शिक्षा का बजट 2556 करोड़ से बढ़कर 38 हजार करोड़ हुआ है। कोई भी समाज शिक्षा के विकास के बिना खड़ा नहीं हो सकता।
4.मध्यप्रदेश में पूर्व सरकार के समय स्वास्थ्य का बजट सिर्फ 580 करोड़ रुपए था, जो अब 16 हजार करोड़ है। इसमें आयुष्मान भारत योजना शामिल नहीं है।
5.सर्व शिक्षा अभियान में सिर्फ 844 रुपए की राशि खर्च होती थी, अब लगभग 7 हजार करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं।
6.अनुसूचित जाति जनजाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण पर में भी बजट में वृद्धि हुई है। पहले जहां 1056 करोड़ रुपए की राशि खर्च होती थी, अब 64 हजार 390 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं।
7.मध्यप्रदेश में प्रति व्यक्ति आय पहले 11 हजार 700 रुपए थी, जो अब बढ़कर एक लाख 40 हजार रुपए हो गई है।
8. एमएसएमई सेक्टर में साल भर में 4 हजार 299 उद्योगों के पंजीयन होते थे। अब इनकी संख्या 3 लाख 61 हजार है।
9.सड़क निर्माण में महत्वपूर्ण कार्य हुआ है। पहले सिर्फ 60हजार किलोमीटर सड़कें थीं। अब मध्यप्रदेश में 5 लाख 10 हजार किलोमीटर लम्बाई से अधिक की सड़कें हैं जो आठ गुना से भी ज्यादा हैं। एनएच सड़कों की लंबाई 4800 से बढ़कर 13 हजार किलोमीटर हो गई।
11.कृषि क्षेत्र में कृषि विकास दर साढ़े छह गुना बढ़ गई है। गेंहूं खरीदी 4 लाख 38 हजार मीट्रिक टन से 70 लाख 96 हजार मीट्रिक टन हो गई है। धान खरीदी 0.95 हजार मीट्रिक टन से बढ़कर 46 लाख 30 हजार मीट्रिक टन हो गई है। प्रदेश में 90 लाख से अधिक किसानों को 19 हजार करोड़ रुपए से अधिक लाभ दिए गए हैं।
12.मध्यप्रदेश में नि:शुल्क राशन वितरण का लाभ सिर्फ 52 लाख परिवारों को मिलता था, जो अब करीब सवा करोड़ लोगों को मिल रहा है।
13.मेडिकल सीटें 620 थीं जो अब 4 हजार से ज्यादा हैं।
14.प्रदेश में मेडिकल कॉलेज की संख्या 4 से बढ़कर 24 तक हो गई है।
15.एकलव्य आवासी आदर्श विद्यालय बिलकुल नहीं थे, इनकी संख्या अब 63 है।
16.आईटीआई की संख्या 159 से बढ़कर 1514 हो गई है।
17.पर्यटन क्षेत्र में सड़कों के बनने से पर्यटक संख्या बढ़ी है। एक समय सिर्फ 64 लाख पर्यटक प्रतिवर्ष आते थे, इनकी संख्या बढ़कर 9 करोड़ हो गई है।
18.प्रदेश में तीन शहरों रीवा, ग्वालियर और जबलपुर में एयर पोर्ट विकास और टर्मिनल निर्माण के कार्य हो रहे हैं। इंदौर को दिल्ली- मुम्बई कॉरीडोर में शामिल किया गया।
19.प्रदेश की ऊर्जा क्षमता 29 हजार मेगावाट से भी अधिक है।
20.सिंचाई साधनों के विस्तार से 47 लाख हेक्टर से अधिक क्षेत्र सिंचित हो रहा है।
21.प्रदेश में 46 लाख से अधिक बालिकाओं को लाड़ली लक्ष्मी योजना और 53 लाख से अधिक बहनों को स्वसहायता समूहों से जोड़कर लाभान्वित किया गया है।
22.इंदौर और भोपाल में मेट्रो रेल परियोजनाएं क्रियान्वित हो रही हैं।
23. प्रदेश में जनजातीय समाज के हित में पेसा कानून लागू करने और जनजातीय संस्कृति दिखाने वाले संग्रहालय की स्थापना की जा रही है।
24.मध्यप्रदेश औद्योगिक निवेश के लिए फेवरेट डेस्टिनेशन बना है।
25.खंडवा जिले में ओंकारेश्वर में 2400 करोड़ रुपए लागत से विद्युत उत्पादन इकाई प्रारंभ की जा रही है।
26. प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण की पहल हुई है।
27. प्रदेश की आर्थिक विकास दर 16 प्रतिशत से अधिक है।
ख़बर मध्यप्रदेश
MP News: पिता की राइफल से 14 साल के बेटे ने चला दी गोली, किराएदार के बच्चे को लगने से मौत, मुरैना में हादसा

Morena: मध्यप्रदेश के मुरैना में खेल-खेल में एक 14 साल के बालक ने पिता की लाइसेंसी बंदूक से सात साल के एक बच्चे को गोली मार दी। गोली साथ खेल रहे 7 साल के बच्चे के सिर में लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। फायरिंग की आवाज सुन आसपास के लोग इकट्ठे हो गए। पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे के शव को मर्चुरी पोरसा पहुंचाया। पुलिस राइफल जब्त कर नाबालिग के पिता को पूछताछ के लिए थाने ले गई। घटना शनिवार रात को पोरसा के संजय नगर में हुई।
जानकारी के अनुसार शनिवार रात करीब 10 बजे किराएदार धर्मराज सिंह तोमर का बेटा ऋषभ तोमर, मकान मालिक के दो बेटों के साथ घर की दूसरी मंजिल पर खेल रहा था। कमरे में तीनों ही थे। इसी दौरान मकान मालिक के बेटे ने कमरे में टंगी पिता की 315 बोर की लाइसेंसी राइफल उतार ली। वह राइफल से खेलने लगा और अचानक गोली चल गई। गोली सीधे ऋषभ के सिर में जा धंसी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
नाबालिग के पिता प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड हैं। इसलिए उनके पास 315 बोर की लाइसेंसी राइफल है। एक दिन पहले शुक्रवार को ही वे छुट्टी लेकर पोरसा आए थे। शनिवार सुबह राइफल घर पर रख कर वह गांव धरमपुरा चले गए थे और रात में यह घटना हो गई। मृतक ऋषभ के परिजनों ने हत्या के आरोप लगाया है। परिजनों ने शिकायत में बताया कि घटना दूसरी राइफल से हुई है, जिसे लेकर मकान मालिक भाग गया। हालांकि पुलिस अभी जांच कर रही है।
थाना प्रभारी दिनेश कुशवाह के अनुसार अभी कुछ स्पष्ट नहीं है। फिलहाल जांच में सामने आया है कि बच्चों से खेल-खेल में गोली चली है। मृतक के परिजनों की आरोपों के आधार पर भी जांच कर रहे हैं। घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है और इलाके में शोक का माहौल है। फिलहाल पुलिस जांच जारी है।
ख़बर मध्यप्रदेश
MP News: सतना में एमएसएमई सेक्टर की रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव होगी, 100 एकड़ भूमि पर बनेगा नया इंडस्ट्रियल पार्क : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

Satna: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को सतना में विंध्य व्यापार मेले में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अब सतना में एमएसएमई सेक्टर पर आधारित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित की जाएगी। प्रदेश सर्व सुविधा युक्त बनें, मध्यप्रदेश विकास की दौड़ में सबसे आगे रहे और युवाओं को रोजगार मिले, इसके लिए राज्य सरकार हर कदम पर उद्यमियों के साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सतना, विंध्य क्षेत्र में व्यापार-व्यापार का बड़ा केंद्र है। विंध्य व्यापार मेले के सफल आयोजन के लिए सतनावासी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि सतना में औद्योगिक विकास के लिए 100 एकड़ भूमि पर नया इंडस्ट्रियल पार्क बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विंध्य व्यापार मेले के आयोजन के लिए विंध्य चैंबर ऑफ कॉमर्स को 8 एकड़ भूमि देने एवं सतना में व्यापारिक गतिविधियों, सांस्कृतिक सम्मेलन आयोजित करने के लिए पीपीपी मोड पर गीता भवन बनाए जाने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने 2 वर्षों के कार्यकाल में विंध्य क्षेत्र में एयर कनेक्टिविटी बढ़ाई है। सतना विमानतल की एयरस्ट्रिप को बढ़ाकर 1800 मीटर तक किया जा रहा है, जिससे यहां बड़े जेट विमान भी लैंड कर पाएं। चित्रकूट धाम और शारदा माता मंदिर से सतना क्षेत्र धार्मिक पर्यटन के लिए भी अहम है। राज्य सरकार ने धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हेली सेवा शुरू की है। मुश्किल समय में सहायता के लिए पीएमश्री एयर एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। नए साल में प्रदेशवासियों को सरकारी बस सेवा की सौगात भी मिलेगी।
सतना सांसद गणेश सिंह ने कहा कि विंध्य क्षेत्र में सतना जीएसटी कलेक्शन में अग्रणी जिला है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के कार्यकाल में मध्यप्रदेश में 30 लाख करोड़ से अधिक का निवेश आया है। सतना में रोजगार एवं व्यापार-व्यवसाय के प्रोत्साहन के लिए एमएसएमई सेक्टर की रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सतना ऑटोमोबाइल विक्रय का बड़ा केंद्र है।
कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री और सतना जिले के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, विधायक सुरेंद्र सिंह गहरवार, महापौर सतना योगेश ताम्रकार, चैंबर महामंत्री संदीप जैन, मनोहर अग्रवाल, मेला संयोजक उमेश एवं हरिओम सहित बड़ी संख्या में व्यापारी बंधु उपस्थित थे।
ख़बर मध्यप्रदेश
MP News: उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में एक साल में 1 अरब से अधिक आया चढ़ावा, 13 करोड़ से अधिक के गहने मिले

Ujjain: महाकाल लोक बनने के बाद उज्जैन में श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है। देश-विदेश से आने वाले भक्त एक तरफ जहां पहले से कहीं अधिक संख्या में दर्शन कर रहे हैं, तो वहीं दिल खोलकर दान भी कर रहे हैं। महाकाल लोक बनने से पहले मंदिर में प्रतिदिन 40 से 50 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते थे, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर रोजाना करीब डेढ़ से दो लाख श्रद्धालुओं तक पहुंच गई है।
महाकाल मंदिर दर्शन के लिए बीते 11 महीनों में 5.50 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे। इस वर्ष 1 जनवरी से 15 दिसंबर तक भक्तों ने करीब 13 करोड़ रुपए मूल्य का सोना-चांदी दान किया है, जबकि नकद चढ़ावे के रूप में 43 करोड़ 43 लाख रुपए मंदिर समिति को प्राप्त हुए हैं। वहीं शीघ्र दर्शन व्यवस्था से मंदिर समिति को करीब 64 करोड़ 50 लाख रुपए की आय हुई है। पिछले वर्ष से तुलना करें, तो इस वर्ष करीब 15 करोड़ रुपए अधिक दान भगवान महाकाल को प्राप्त हुआ है।
इस वर्ष अब तक मिला यह दान
- सोना 1483.621 ग्राम।
- चांदी 592.366 किग्रा।
- दान पेटियों से 43 करोड़ 43 लाख रुपए।
- शीघ्र दर्शन व्यवस्था से 64 करोड़ 50 लाख।
- 13 करोड़ से अधिक के आभूषण दान आए
ख़बर मध्यप्रदेश
MP News: कस्टमर सैटिस्फेक्शन सर्वे में खजुराहो एयरपोर्ट देश में नंबर वन, सुविधाओं और स्टाफ के व्यवहार ने जीता यात्रियों का दिल

Khajuraho: मध्यप्रदेश का खजुराहो एयरपोर्ट यात्री सुविधाओं के मामले में देश का अव्वल एयरपोर्ट बन गया है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) के कस्टमर सैटिस्फेक्शन सर्वे में खजुराहो को नंबर वन पोजिशन हासिल हुई है। सुविधाओं के साथ ही एयरपोर्ट स्टाफ के व्यवहार ने खजुराहो एयरपोर्ट को प्रदेश सहित देशभर के टॉप एयरपोर्ट में शीर्ष स्थान दिलाया।
सर्वे के राउंड 2 में एयरपोर्ट पर यात्री सुविधाओं, स्वच्छता और सुरक्षा आदि के मानक तय किए गए थे। इस संबंध में हवाई यात्रियों की राय जानी गई। देशभर के एयरपोर्ट के इस मूल्यांकन में खजुराहो का हवाई अड्डा यात्रियों की कसौटी पर खरा उतरा।
एयरपोर्ट डायरेक्टर संतोष सिंह ने इस उपलब्धि का श्रेय पूरी टीम के बेहतर तालमेल और सेवा गुणवत्ता को दिया। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता हमेशा से यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा रही है। स्थानीय लोगों ने भी खजुराहो एयरपोर्ट की इस उपलब्धि को गर्व का विषय बताया।
ख़बर मध्यप्रदेश
MP News: “अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट” में शामिल हुए केंद्रीय गृह मंत्री शाह, 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक की लागत की औद्योगिक/निर्माण इकाईयों का किया सामूहिक भूमिपूजन

Gwalior: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा है कि मध्यप्रदेश अब देश में सबसे तेज गति से विकास करने वाला राज्य बन गया है। बीते सालों की वैश्विक आर्थिक उतार-चढ़ाव से अलग रहकर अनेकानेक चुनौतियों और संसाधनों के अभाव से उबरकर प्रदेश ने जिस रफ्तार से प्रगति की है, वह पूरे देश को अभिप्रेरित करती है। कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, सिंचाई, उद्योग, ऊर्जा, पर्यटन, स्वास्थ्य सुधार, खनन, फार्मा, नवकरणीय ऊर्जा और वृहद संख्या में आधारभूत अवसंरचनाएं, हर क्षेत्र में मध्यप्रदेश आज अग्रणी राज्यों की पंक्ति में खड़ा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश ने अपनी नई सोच, उद्यमशीलता, प्रगतिशील दृष्टिकोण और नवाचारों के माध्यम से विकास के ऐसे मानक स्थापित किए हैं, जिनका अनुसरण अब अन्य राज्य भी कर रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री शाह गुरुवार को भूतपूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जन्म जयंती के विशेष अवसर पर ग्वालियर के मेला मैदान में आयोजित “अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट” को संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि भारत जल्द ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है और नि:संदेह यह तय है कि इस ऐतिहासिक उपलब्धि में मध्यप्रदेश का योगदान सबसे बड़ा होगा। उन्होंने प्रदेश के नेतृत्व और प्रशासनिक क्षमता की सराहना करते हुए कहा कि यहां निवेश के लिए अनुकूल वातावरण, स्पष्ट नीतियां और मजबूत इच्छाशक्ति दिखाई देती है। इन्हीं सभी प्लस फैक्टर्स से ही मध्यप्रदेश ने इस साल देश में बड़ी संख्या में निवेश प्रस्ताव प्राप्त किए हैं। इस मामले में मध्यप्रदेश ने देश में तीसरा स्थान हासिल किया है।
इस अवसर पर गृह मंत्री शाह ने 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की निवेश लागत से प्रदेश के विभिन्न अंचलों में स्थापित होने वाली हजारों औद्योगिक एवं निर्माण इकाइयों का सामूहिक भूमिपूजन किया। गृह मंत्री शाह ने मंच से 5,810 करोड़ रुपए लागत से औद्योगिक विकास परियोजनाओं एवं सड़क विकास कार्यों का लोकार्पण कर 860 वृहद औद्योगिक इकाईयों को 725 करोड़ रुपए की निवेश प्रोत्साहन सहायता राशि सिंगल क्लिक से वितरित की। इस अवसर पर ग्वालियर जिले में 153.04 करोड़ रुपए की लागत वाले 57 निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं 23.79 करोड़ रुपए लागत के 13 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन भी किया गया।
केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने मध्यप्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को बधाई देते हुए कहा कि देश में इंडस्ट्रियल समिट की शुरुआत नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में की थी। वाइब्रेंट गुजरात समिट के माध्यम से राज्य में निवेश आता था। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भी इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए राज्य के संतुलित विकास के लिए रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव की शुरुआत की। यह मध्यप्रदेश के अंदर सभी क्षेत्रों में निवेश का आधार बना है। भविष्य में सभी राज्यों में ऐसे प्रयास किए जाएंगे।
ख़बर छत्तीसगढ़23 hours agoRaipur: CM साय ने वर्ष 2026 के शासकीय कैलेंडर का किया विमोचन, ‘महतारी गौरव वर्ष’ तथा सशक्त एवं समृद्ध छत्तीसगढ़ थीम पर आधारित है कैलेंडर
ख़बर उत्तरप्रदेश15 hours agoUP News: भीषण ठंड को देखते हुए माध्यमिक विद्यालयों का समय बदला, कुछ जिलों में अवकाश घोषित
ख़बर छत्तीसगढ़23 hours agoBastar: बस्तर पंडुम का वर्ष 2026 में भी होगा भव्य एवं आकर्षक ढंग से आयोजन, सीएम साय ने तैयारियों को लेकर की हाईलेवल बैठक
ख़बर देश6 hours agoTrain Fire: टाटानगर-एर्नाकुलम एक्सप्रेस में आग से 1 की मौत, 2 एसी कोच जले, आंध्रप्रदेश में हुआ हादसा














