ख़बर मध्यप्रदेश
एमपी में सरकारी नौकरियों और परीक्षाओं में 27 फीसदी आरक्षण लागू, आदेश हुए जारी
भोपाल: मध्यप्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) को सरकारी भर्तियों और परीक्षाओं में 27 फीसदी आरक्षण लागू कर दिया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने गुरुवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। हालांकि आदेश में स्पष्ट किया गया है कि जिन परीक्षाओं और भर्ती पर हाईकोर्ट ने लगाई हैं, उनको लेकर यथास्थिति बरकरार रहेगी। बता दें कि पीजी NEET 2019-20, PSC, मेडिकल अधिकारी भर्ती और शिक्षक भर्ती पर हाईकोर्ट ने रोक लगाई है। इस आदेश के बाद अब मध्य प्रदेश में 64 विभागों में एक लाख से ज्यादा खाली पद भरने की प्रक्रिया शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है।
ख़बर मध्यप्रदेश
MP News: प्रदेश के सरकारी स्कूलों की वार्षिक परीक्षा समय-सारणी जारी, राज्य शिक्षा केन्द्र ने जारी की समय-सारणी
Bhopal: राज्य शिक्षा केन्द्र ने प्रदेश के शासकीय विद्यालयों में कक्षा-3, 4, 6 और कक्षा-7 की वार्षिक परीक्षा की समय-सारणी जारी की है। परीक्षा के आयोजन के संबंध में जिला कलेक्टर को आवश्यक निर्देश भी जारी किये गये हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने वार्षिक परीक्षा के आयोजन के पहले बैठक व्यवस्था और अन्य तैयारियों के संबंध में जिला परियोजना समन्वयकों को पूर्व तैयारी करने के लिये कहा है।
कक्षा-3 और 4 की वार्षिक परीक्षा अगले वर्ष 6 मार्च से शुरू होकर 11 मार्च को समाप्त होगी। इन कक्षाओं की परीक्षा का समय दोपहर 2 से शाम 4:30 बजे तक रहेगा। कक्षा-6 और 7 की वार्षिक परीक्षा 6 मार्च से शुरू होकर 12 मार्च, 2025 को समाप्त होगी। इन कक्षाओं की परीक्षा का समय दोपहर 2 से शाम 4:30 बजे तक रहेगा। परीक्षा में शामिल होने वाले दिव्यांग विद्यार्थियों को अतिरिक्त समय और लेखक की सुविधा प्रदान की जायेगी।
ख़बर मध्यप्रदेश
MP News: एमपी में 2 हजार ग्राम पंचायतें हुईं टीबी मुक्त, प्रदेश 2025 तक होगा टीबी मुक्त: मुख्यमंत्री डॉ.यादव
Ujjain: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में टीबी मुक्त अभियान के लिए व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है। जिला स्तर पर जरूरी निर्देश भी जारी किए गए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश को पूरी तरह टीबी मुक्त किया जाएगा। इस दिशा में हम लगातार कार्य कर रहे हैं। विशेष कर सघन बस्तियों और अन्य जगहों पर कार्य किया जा रहा है। मध्यप्रदेश में 2 हजार से अधिक ऐसी ग्राम पंचायत हैं जो पूर्णत: टीबी मुक्त हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज उज्जैन जिले की 56 ग्राम पंचायत को भी टीबी मुक्त घोषित किया जा रहा है। मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री मोदी के मिशन को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए वर्ष 2025 तक मध्यप्रदेश को पूर्ण रूप से टीबी मुक्त बनाया जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की अध्यक्षता में शनिवार को 100 दिवसीय तीव्र टीबी उन्मूलन अभियान और टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए नई दिल्ली में बैठक हुई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उज्जैन से सम्मिलित हुए। इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के साथ ही अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश फूड बास्केट बांटने में देश में दूसरे स्थान पर है। प्रदेश में 3 हजार से अधिक शिविरों का आयोजन किया जा चुका है। साथ ही 122 से अधिक जन जागरूकता रैली भी निकाली गई हैं। यही नहीं 5 हजार से अधिक लोगों ने नि:क्षय मित्र बनने की शपथ ली है। मध्यप्रदेश में व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए उद्योग, कारखानों, ईंट भट्टों और सघन बस्तियों में विशेष टीबी जांच अभियान भी चलाया जा रहा है।
जनकल्याण अभियान के साथ चलेगा टीबी उन्मूलन अभियान
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान के साथ ही 40 दिन का विशेष अभियान चलाया जाएगा, जिसमें टीबी परीक्षण और उसके उपचार के संबंध में भी व्यापक जानकारी देकर के साथ निक्षय मित्र बनाए जा रहे हैं। आगामी 26 जनवरी तक चलने वाले जनकल्याण अभियान में टीबी मुक्त बनाने के लिए मध्यप्रदेश में पूरी ताकत के साथ कार्य किया जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आहवान पर भारत को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाना है। इसके लिए सभी राज्य अपने स्तर पर कार्य करें। देश के 347 जिलों में टीबी के मरीज मिल रहे हैं, ऐसे लोगों का व्यापक रूप से परीक्षण करें। उनके उपचार, स्वास्थ्य और पोषण की व्यवस्था के साथ जन-जागरुकता के लिए व्यापक प्रचार-प्रचार किया जाना सुनिश्चित किया जाए।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने कहा कि रोगियों की टेस्टिंग करें और उनके समुचित उपचार की सुविधा शुरू करें। इसके लिए व्यापक स्तर पर प्रचार अभियान के साथ कार्य-योजना बनाकर कार्य किया जाए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
वीडियो कांफ्रेंस के महत्वपूर्ण बिंदु और मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी जिलों में अधिकारियों से टीबी रोग के नियंत्रण के संबंध में चर्चा की और आमजन और जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भूमिका सुनिश्चित करने को कहा।
अधिक से अधिक फूड बास्केट के वितरण एवं जन-भागीदारी के बारे में विचार- विमर्श किया गया। नि:क्षय मित्र बनने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाए।
सभी प्रमुख व्यक्तियों, सेलिब्रिटीज, औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों और स्वैच्छिक संगठनों की भागीदारी बढ़ाई जाए।
आईईसी गतिविधियों और सोशल मीडिया के उपयोग से “टीबी हारेगा-देश जीतेगा” की थीम पर निरंतर कार्य करने पर सहमति हुई।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वरिष्ठ अधिकारियों एवं सभी जिलों के अधिकारियों को प्रदेश में टीबी उन्मूलन के प्रयास बढ़ाने को कहा और अन्य महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
ख़बर मध्यप्रदेश
Bhopal: गुजरात के शेरों की दहाड़ से गूंजेगा भोपाल का वन-विहार, जूनागढ़ से सिंहों का जोड़ा आया वन विहार
Bhopal: वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, भोपाल में 21 दिसंबर को गुजरात के जूनागढ़ के सक्करबाग जू से लॉयन का जोड़ा (नर एवं मादा) लगभग 1000 किलोमीटर की यात्रा तय कर सकुशल पहुंचा है। नर लॉयन एव मादा लॉयन दोनों की उम्र लगभग 3 वर्ष है। वन विहार में दोनों लॉयन की देखभाल एवं परीक्षण के लिए क्वारेन्टाईन में रखा गया है। अब सत्या. गंगा एवं नदी सहित वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में 2 नर एवं 3 मादा लॉयन हो गए हैं। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान को यह सौगात शासन एवं विभाग स्तर पर विशेष प्रयासों से प्राप्त हुई है। लॉयन जोड़े के बदले वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, भोपाल से नर बाघ (बांधवगढ़-2) एवं मादा बाघ (बंधनी) को दिया गया है। दोनों की उम्र लगभग 6 वर्ष है।
उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण, नई दिल्ली से प्राप्त अनुमति अनुसार आदान-प्रदान योजना अंतर्गत 17 दिसंबर 2024 को 9 सदस्यीय दल वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, भोपाल से नर बाघ एवं मादा बाघ को लेकर सक्करबाग जू-जूनागढ, गुजरात के लिए रवाना हुआ एवं 21 दिसंबर 2024 को सक्करबाग जू-जूनागढ़, भोपाल से लॉयन जोड़े को लेकर वन विहार आया। नौ सदस्यीय दल में वन विहार के इकाई प्रभारी पर्यटन एव सहायक वन्य प्राणी चिकित्सक भी शामिल रहे।
ख़बर मध्यप्रदेश
Bhopal Raid: पूर्व RTO कॉन्सटेबल के ठिकानों से 2.85 करोड़ कैश मिले, जंगल में खड़ी कार में 52 किलो सोना और 15 करोड़ कैश बरामद
Bhopal: भोपाल में एक पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा और उनके साथी चंदन सिंह गौर के घर लोकायुक्त के छापे के बाद एक बड़ा खुलासा हुआ है। लोकायुक्त और इनकम टैक्स की संयुक्त छापेमार कार्रवाई में पूर्व RTO कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के अरेरा कॉलोनी स्थित घर पर गुरुवार सुबह छापा मारा। डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने बताया- सौरभ के घर से 1.15 करोड़ रुपए कैश, आधा किलो सोना, हीरे और सोने के करीब 50 लाख रुपए के जेवरात और चांदी की सिल्लियां सहित प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं। उनके ऑफिस से 1.70 करोड़ रुपए भी कैश सहित प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं। सौरभ शर्मा परिवहन विभाग में आरक्षक रहे हैं। एक साल पहले ही उसने वीआरएस ले लिया था। फिलहाल, रियल एस्टेट कारोबार से जुड़े हैं। उनके एक होटल पर भी रेड की गई है। सौरभ के एक दोस्त के यहां भी कार्रवाई की गई।
कार्रवाई के दौरान सबसे चौंकाने वाला खुलासा रातीबड़ इलाके में मेंडोरी गांव के पास जंगल में खड़ी कार से हुआ। जिसमें से 15 करोड़ कैश और 52 किलो सोना(अनुमानित कीमत 42 करोड़) मिला हैं। इनकम टैक्स और लोकायुक्त अधिकारियों को शक है कि यह सोना और नकदी शर्मा और गौर की अवैध कमाई का हिस्सा हो सकते हैं। छापेमारी में शर्मा की कई प्रॉपर्टी, एक होटल और एक स्कूल में निवेश का भी पता चला है। ये प्रॉपर्टी भोपाल सहित कई जिलों में फैली हुई है। शर्मा मूल रूप से ग्वालियर के रहने वाले हैं।
शर्मा को अपने पिता की मौत के बाद अनुकम्पा नियुक्ति पर परिवहन विभाग में नौकरी मिली थी। 12 साल की नौकरी के दौरान उनकी जीवनशैली और संपत्ति में भारी बदलाव आया। इससे लोगों को शक हुआ। अधिकारियों से टकराव और आरक्षित ज़मीन पर बने एक स्कूल को लेकर शिकायतों के बाद शर्मा ने जल्दी रिटायरमेंट ले लिया। वे रियल एस्टेट के काम पर ध्यान देना चाहते थे।
शर्मा और गौर दोनों पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। एक साधारण RTO कांस्टेबल से करोड़ों की संपत्ति का मालिक बनने की कहानी लोगों के लिए हैरान करने वाली है। यह देखना होगा कि जांच के बाद क्या नतीजे सामने आते हैं। क्या सच में इतनी बड़ी रकम और सोना शर्मा और गौर का है? यह जांच के बाद ही पता चलेगा।
ख़बर मध्यप्रदेश
Ujjain: महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं ने दिल खोलकर किया दान,165 करोड़ का आया चढ़ावा
Ujjain: बाबा महाकाल के भक्त देश-दुनिया में फैले हुए हैं। रोजाना हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए उज्जैन पहुंचते हैं। महाकाल लोक बनने से पहले यह संख्या करीब 40 से 50 हजार थी, जो अब बढ़कर डेढ़ से दो लाख श्रद्धालु प्रतिदिन हो गई है। इससे मंदिर को आने वाला चढ़ावा भी तीन गुना बढ़ गया है। महाकाल मंदिर समिति को इस साल जनवरी माह से लेकर 13 दिसंबर 2024 तक 165 करोड़ रुपए से ज्यादा की रिकॉर्ड आय हुई है। इसी साल 399 किलो चांदी और 1533 ग्राम सोना का भी दान आया है। मंदिर समिति को अभी 18 दिन का दान और अन्य आय की गणना करना बाकी है।
मंदिर समिति ने पिछले साल 13 महीने का आंकड़ा जारी किया था। उस समय करीब 6 महीने तक गर्भगृह में भक्तों का प्रवेश प्रतिबंधित नहीं था। इस कारण से प्रति श्रद्धालु के रूप में मंदिर समिति को 750 रुपए प्रवेश के रूप में मिलते थे, जिससे मंदिर की 13 महीने की आय 1 अरब 69 करोड़ 73 लाख रुपए बताई गई थी। इस बार साल 2024 में मंदिर की आय बिना गर्भगृह खुले ही 12 महीने पूरे होने से पहले एक अरब 65 करोड़ रुपए से ज्यादा पहुंच गई है।
महाकाल मंदिर समिति की लड्डू प्रसादी से भी मंदिर समिति को करोड़ों की आय हुई है। मंदिर समिति रोजाना 40 क्विंटल से अधिक लड्डू बनाती है। इससे एक साल में महाकाल मंदिर समिति को 53 करोड़ 50 लाख 14 हजार 552 रुपए की आय हुई। हालांकि, महाकाल मंदिर समिति से जुड़े लोगों का कहना है कि लड्डू प्रसादी को भक्तों को नो प्रॉफिट नो लॉस में बेचा जाता है।